ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करना अब पेमेंट करने के सबसे पसंदीदा ऑप्शन में से एक बन गया है। नकद रखने के बजाय, लोग अब गूगलपे (GPay), पेटीएम, फोनपे जैसे ऐप्स के माध्यम से पेमेंट करना पसंद करते हैं।
आप यूपीआई ऐप में रजिस्टर्ड प्राप्तकर्ता के कॉन्टैक्ट नंबर पर या केवल क्यूआर कोड को स्कैन करके आसानी से ऑनलाइन पेमेंट कर सकते हैं। हालांकि, यदि आप इन ऐप्स के माध्यम से पेमेंट करते हैं, तो आपको यूपीआई पेमेंट के लिए सभी सेफ्टी टिप्स और ट्रिक के बारे में पता होना चाहिए ताकि आपका पैसा हमेशा सुरक्षित रहे। आपको सतर्क रहने और ऑनलाइन या साइबर धोखाधड़ी से भी सुरक्षित रहने की आवश्यकता है। यहां तक कि गलत लिंक पर एक साधारण क्लिक भी धोखेबाज को अपने सभी महत्वपूर्ण डिटेल बताकर आपको परेशानी में डाल सकता है।
ऑनलाइन पेमेंट करने की प्रक्रिया बहुत ही सरल और आसान है। आपको बस एक स्मार्टफोन चाहिए जिसमें ऑनलाइन पेमेंट करने वाले ऐप्स में से एक डाउनलोड हो और एक बैंक अकाउंट आपके मोबाइल नंबर से जुड़ा हो। इसका उपयोग करने के लिए आपको ऐप पर रजिस्टर करना होगा। यदि आप गूगलपे, फोनपे, पेटीएम आदि किसी भी ऐप का उपयोग कर रहे हैं, तो आपको धोखाधड़ी और धन हानि से बचने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। यूपीआई पेमेंट करते समय ध्यान रखने योग्य कुछ सेफ्टी टिप्स यहां बताई गई हैं:
UPI पेमेंट करते समय ध्यान रखने योग्य 5 सेफ्टी टिप्स:
टिप 1: स्क्रीन लॉक
न केवल आपके फोन के लिए बल्कि किसी भी पेमेंट या वित्तीय ट्रांजेक्शन ऐप के लिए भी एक मजबूत स्क्रीन लॉक, पासवर्ड या पिन बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है। यह न केवल आपके फोन को गलत हाथों में पड़ने से रोकता है, बल्कि व्यक्तिगत और महत्वपूर्ण डिटेल्स को लीक होने से रोकने में भी मदद करता है। हालांकि, आपको अपना नाम, जन्म तिथि, मोबाइल नंबर आदि जैसे सरल पासवर्ड दर्ज करने से बचना चाहिए।
टिप 2: अपना पिन शेयर न करें
आपको कभी भी अपना पिन किसी के साथ शेयर नहीं करना चाहिए। अपना पिन शेयर करने से आप धोखाधड़ी की चपेट में आ जाते हैं, क्योंकि कोई भी आपका फोन एक्सेस कर सकता है और राशि ट्रांसफर कर सकता है। अगर आपको लगता है कि आपका पिन लीक हो गया है, तो आपको इसे तुरंत बदल देना चाहिए।
टिप 3: अनवेरिफाइड लिंक पर क्लिक न करें या फेक कॉल में भाग न लें
आपके इनबॉक्स में अनवेरिफाइड लिंक वाले कई फेक मैसेज दिखाई देते रहेंगे। आपको ऐसे लिंक पर क्लिक करने से बचना चाहिए क्योंकि इससे आपको भारी वित्तीय नुकसान हो सकता है। आपको फर्जी कॉल से भी बचना चाहिए। कॉलर आपके बैंक या अन्य संगठन से कॉल करने का नाटक करता है और आपसे पिन, ओटीपी आदि जैसे आपके डिटेल मांग सकता है। हैकर्स आमतौर पर लिंक शेयर करते हैं या कॉल करते हैं और उपयोगकर्ताओं को वेरिफिकेशन के लिए एक थर्ड-पार्टी ऐप डाउनलोड करने के लिए कहते हैं। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि बैंक कभी भी पिन, ओटीपी या अन्य पर्सनल डिटेल नहीं मांगते हैं।
टिप 4: यूपीआई ऐप को नियमित रूप से अपडेट करते रहें
प्रत्येक एप्लिकेशन को अपडेट की आवश्यकता होती है और प्रत्येक अपडेट बेहतर फीचर्स और बेनिफिट्स लाता है। आपको हमेशा यूपीआई पेमेंट ऐप को लेटेस्ट वर्जन में अपडेट करते रहना चाहिए।
टिप 5: मल्टीपल पेमेंट ऐप का उपयोग करने से बचें
अपने फोन पर कई पेमेंट ऐप का उपयोग करने से बचें और केवल प्लेस्टोर या ऐप स्टोर से विश्वसनीय और वेरिफाइड पेमेंट ऐप इंस्टॉल करें।
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