Friday, November 29, 2024
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डीएम और रेलवे की बैठक हुई खत्म, अतिक्रमण हटाने का मामला, 10 दिन का समय दिया जाएगा

(अतुल अग्रवाल)

हल्द्वानी, रेलवे भूमि पर बसे अतिक्रमणकारियों को हटाने के लिए कवायद तेज हो गई है जिला प्रशासन और रेलवे की आज बैठक हुई जिसमें कई निर्णय लिए गए हैं । डीएम कैंप कार्यालय में रेलवे और प्रशासन के आला अधिकारी के बीच एक अहम बैठक हुई, बैठक में डीएम नैनीताल धीराज सिंह गर्व्याल ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि रेलवे को प्रशासन द्वारा अतिक्रमण की कार्रवाई के दौरान होने वाले खर्च से अवगत करा दिया गया है, जिसमें रेलवे को 23 करोड़ रुपए की रकम जिला प्रशासन को देनी होगी, जिस पैसे को अतिक्रमण हटाने में आने वाले खर्च को वहन किया जाएगा। साथ ही अतिक्रमण हटाने से पहले प्रशासन को रेलवे द्वारा 10 से 15 दिनों का समय देना पड़ेगा, ताकि अतिक्रमण में आने वाली बाहर से फोर्स की रहने, खाने की व्यवस्था प्रशासन उचित तरीके से कर सके। प्रशासन द्वारा बाहर से आने वाले फोर्स की रहने की व्यवस्था किस जगह पर होगी, उसको चिन्हित कर लिया गया है |

पीडब्ल्यूडी विभाग ने जेसीबी और पोकलैंड मशीन की व्यवस्था करने के लिये समय मांगा है, ऐसे में पीडब्लूडी, जल संस्थान और बिजली विभाग को भी निर्देशित किया गया है कि वह इसके लिए संसाधन जोड़ें, ताकि अतिक्रमण हटाने से पहले प्रशासन के पास सारी व्यवस्था पर्याप्त मात्रा में हो।

 

भगवान भैरवनाथ के कपाट खुले : बाबा केदारनाथ की सायंकालीन आरती हुई शुरूभगवान भैरवनाथ के कपाट खुले: धाम में बाबा केदारनाथ की सायंकालीन आरती भी हुई  शुरू, तस्वीरों में देखें ये भव्य नजारा

ऊखीमठ, भगवान आशुतोष के द्वादश लिंगों में ग्याहरवें केदारनाथ के कपाट शुक्रवार को शुभमुहूर्त पर सुबह 6:25 बजे खोल खुल गए थे। आज बाबा केदार के क्षेत्रपाल के रूप में पूजनीय भगवान भैरवनाथ के कपाट विधि-विधान के साथ खोले गए।
भगवान केदारनाथ के क्षेत्रपाल के रूप में पूजनीय भगवान भैरवनाथ के कपाट विधि-विधान के साथ खोल दिए गए हैं। आराध्य ने अपने पश्वा पर अवतरित होकर भक्तों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद भी दिया। भगवान भैरवनाथ मंदिर के कपाट खुलने के साथ ही धाम में बाबा केदार की सायंकालीन आरती भी शुरू हो गई है। शनिवार को परंपरानुसार पूर्वान्ह 11.30 बजे केदारनाथ के मुख्य पुजारी गंगाधर लिंग ने भैरवनाथ मंदिर के कपाट खोले। इसके उपरांत भगवान भैरवनाथ की छह माह की पूजा के संकल्प के साथ ध्यान किया गया। साथ ही आराध्य का रुद्राभिषेक, तेलाभिषेक और श्रृंगार के उपरांत निर्विध्न केदारनाथ यात्रा और सुख-समृद्धि के लिए हवन किया गया।

इसके उपरांत आराध्य भैरवनाथ को भोग लगाया गया और आरती उतारी गई। इस मौके पर बाबा केदार के दर्शनों को धाम पहुंचे कई श्रद्धालुओं ने आराध्य के दर्शन कर सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मांगा। सभी धार्मिक परंपराओं के निर्वहन के उपरांत भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया। परंपरानुसार भगवान भैरवनाथ मंदिर के कपाट खुलने के साथ ही भगवान केदारनाथ की सायंकालीन की आरती भी शुरू हो गई।भगवान भैरवान के कपाट खुलने के दौरान सैकड़ों श्रद्धालुओं यहां मौजूद रहे।
इस मौके पर वेदपाठी स्वयंभर सेमवाल, मृत्युंजय हीरेमठ, पश्वा अरविंद शुक्ला, पंतेर शिव प्रसाद, डोली प्रभारी प्रदीप सेमवाल, पुष्कर सिंह रावत, उमेद भंडारी सहित अन्य लोग मौजूद थे।

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