हरिद्वार 30 मार्च (कुलभूषण) प्रदेश में टूटते पारिवारिक रिश्ते एक गंभीर समस्या है जिस पर नियंत्रण पाये जाने की दिशा में कार्य किये जाने की आवश्यकता है जिससे की समृद्व परिवार समाज व राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान कर सके यह कहना है उत्तराखण्डं महिला आयोग की अध्यक्षा कुसुम कण्डवाल का वह गुरूकुल कंागडी समविश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि भाग लेने आयी थी। उन्होंने कहा कि टूटते परिवारों को बचाने के लिए शादी से पूर्व लडके व लडकियो तथा उनके परिवारों के बीच आपस में विचार विमर्श कराया जाना आवश्यक है जिससे की दोनो परिवार एक दूसरे को अच्छी तरह से समझ सके। इससे परिवारो को टूूटने से बचाया जा सकता है। इस दिशा में हम पोस्टरो के माध्यम से जनजागरण अभियान चलाने का हमने सोचा है।
राज्य में महिलाओ की स्थिति पर बोलते हुए उन्होने कहा कि आज राज्य गठन में महिलाओ का महत्वपूर्ण योगदान है राज्य में महिलाए जागरूक हो रही है प्र्रदेश में उनका मतदान प्रतिशत भी बढा है महिलाए जागरूक हुयी है हम चाहते है महिलाए आत्म निर्भर हो सुदूर क्षेत्रों में महिलाओ के लिए समस्याए है हम उनके बीच जाकर तथा उनकी समस्याओ को दूर करने की दिशा में जनजागरण अभियान चला उन समस्याओ को दूर कर महिलाओ को आत्म निर्भर बनानें की दिशा में कार्य कर रहे है महिला सशाक्त तभी होगी जब वह स्वयं समुह संगठन के माध्यम से उन्हे रोजगार से जोडा जाये हमारा प्रयास है कि ज्यादा से ज्यादा महिलाओ को रोजगार के अवसरो से जोडे। उन्होने कहा कि गुरूकुल कांगडी समविश्विद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रहा है। गुरूकुल विश्वविद्यालय भारतीय शिक्षा परम्परा को आगे बढा रहा है यह सब मुझे नजदीक से देखने का अवसर मिला में गुरूकुल कंागडी का आभार व्यक्त करती हू।
Recent Comments