हरिद्वार 28 फरवरी (कुलभूषण) आज महती आवश्यकता है कि गुरुकुल विश्वविद्यालय के आचार्य वेद की रचनाओं का वैज्ञानिक दृष्टिकोण समाज के सामने प्रस्तुत कर उसका मार्गदर्शन करें। पद्मभूषण एवं पद्मश्री डॉ अनिल जोशी ने यह बात गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के पर्यावरण विभाग में आयोजित राष्ट्रीय विज्ञान दिवस समारोह के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि कही। डॉ जोशी ने कहा कि कोरोना महामारी ने मनुष्य को उसकी हैसियत अच्छी तरह से समझा दी है। कोरोना जैसे दिखाई ना देने वाले वायरस ने पूरे विश्व की मेडिकल एवं तकनीकी व्यवस्था को यह बता दिया है कि प्रकृति से हस्तक्षेप का परिणाम मानव के हित में न कभी रहा है और ना कभी रहेगा। डॉक्टर जोशी ने कहा कि हमें अविलंब प्रकृति और उसके घटकों के महत्व को समझते हुए प्रकृति के साथ समन्वय स्थापित करना होगा।
कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रूप किशोर शास्त्री ने बताया कि प्रकृति का दोहन बुरा नहीं होता अपितु उसका शोषण अनुचित एवं अक्षम में होता है। इसलिए हमें सतत विकास की मूल अवधारणा को मस्तिष्क में रखकर विकास की योजनाएं बनानी चाहिए।
कार्यक्रम के संयोजक एवं अंतर्राष्ट्रीय पक्षी वैज्ञानिक प्रोफेसर दिनेश भट्ट ने कहा कि आज देश को सच्चे वैज्ञानिकों की बहुत आवश्यकता है। ऐसे वैज्ञानिक जो मानवता एवं प्रकृति के हित में शोध करें।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एवं उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के पक्षी वैज्ञानिक डॉ विनय सेठी ने विज्ञान से संवाद विषय पर अपना पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन दिया। डॉक्टर सेठी ने बताया कि विज्ञान की यात्रा के लिए हमारे भीतर धैर्यए तटस्थताए सत्यता एवं निरंतरता का होना अत्यंत आवश्यक है।
उत्तराखंड स्पेस एप्लीकेशन सेंटर के प्रसिद्ध वैज्ञानिक डॉक्टर गजेंद्र रावत ने रिमोट सेंसिंग एवं जीआईएस प्रवृत्तियों पर प्रकाश डाला।
जंतु एवं पर्यावरण विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर देवेंद्र मलिक ने प्रतिभागियों एवं अतिथियों का स्वागत किया। प्रसिद्ध आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉक्टर विनोद उपाध्याय ने संजीवनी बूटी के रहस्यों पर प्रकाश डाला। डॉ नितिन कांबोज ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
कार्यक्रम में प्रोफेसर पुरुषोत्तम कौशिक प्रोफेसर नमिता जोशी डॉक्टर संगीता मदान डॉक्टर गगन माटा डॉक्टर संदीपए राजीव त्यागी विभिन्न विद्यालयों के 200 से अधिक षिक्षक छात्र विद्यार्थी उनके प्रधानाचार्य उनके उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर राकेश भटियानी ने किया।
सतत विकास के लिए धारा का भूगोल रहे सुरक्षित रविंद्र पुरी
हरिद्वार 28 फरवरी (कुलभूषण) एस एम जे एन पी जी कालेज में कालेज प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष श्रीमहन्त रविन्द्र पुरी महाराज की अध्यक्षता में आई क्यू ए सी के तहत राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर विज्ञान प्रशिक्षण तथा भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
भाषण प्रतियोगिता में विशाल बंसल ने प्रथम अर्शिका ने द्वितीय व कृतिका ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व अध्यक्षता करते हुए कालेज प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष श्री महन्त रविन्द्र पुरी महाराज ने विजयी प्रतिभागियों को ग्लोब का माडल देकर पुरस्कृत किया गया ।
श्री महन्त रविन्द्र पुरी ने कहा कि जिस प्रकार आज यूक्रेन व रुस के बीच युद्ध के कारण जो हालात उत्पन्न हो रहे हैं उससे न केवल प्राकृतिक संसाधनों पर एक संकट मंडरा रहा है अपितु मानवीय संसाधन भी खतरे की कगार पर है। उन्होंने कहा कि सभी को मिल.जुलकर सतत् विकास के लिए धरा के भूगोल को सुरक्षित रखने की आवश्यकता है।
कालेज के प्राचार्य डा सुनील कुमार बत्रा ने सभी प्रतिभागी छात्र.छात्राओं को शुभकमनायें देते हुए कहा कि वैज्ञानिकों द्वारा देश.विदेश में किये जा रहे अनुसंधान के विषय में जानकारी दी। उन्होंने कार्यक्रम के आयोजन के लिए उत्तराखण्ड साईंस एजुकेशन एण्ड रिसर्च सैंटरए देहरादून का आभार व्यक्त किया। डा बत्रा ने आह्वान किया कि विज्ञान का समुचित प्रयोग करके संसाधनों को आने वाली पीढ़ीयों के लिए संजोकर रखना होगा जिससे कि सतत् भविष्य व विकास की प्रक्रिया सुचारु रुप से चल सके।
कार्यक्रम में विज्ञान विभाग के विनीत सक्सेनाए डा विजय शर्मा डा प्रज्ञा जोशी डा पूर्णिमा सुन्दरियाल ने छात्र.छात्राओं को जल की गुणवत्ता पीण्एचण् मीटर टरबीडिटी मीटर सैन्ट्रीफ्यूज डी ओ मीटर की कार्यविधि का भी प्रशिक्षण दिया गया।
इस अवसर पर मदरहुड विश्वविद्यालय द्वारा विज्ञान संकाय के डा विजय शर्मा को एनवायरमेंटिलिस्ट आफ द ईयर अवार्ड मिलने पर कालेज प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष श्री महन्त रविन्द्र पुरी महाराज व प्राचार्य डा सुनील कुमार बत्रा द्वारा सम्मानित किया गया। भाषण प्रतियोगिता में विवेक भट्ट विशाल बंसल कृतिका तोमर कलावती प्रियांशी रावत आयुष हर्षित झलक खुशी सोनाली साक्षी जैन दीपा अर्शिका मयंक प्रेरणा मदान सहित अनेक छात्रों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का संचालन डा पदमावती तनेजा द्वारा किया गया।
भारत ज्ञान विज्ञान की भूमि रही है नरेश बंसल
हरिद्वार 28 फरवरी (कुलभूषण) गुरुकुल काँगड़ी समविश्वविद्यालयए हरिद्वार में विज्ञान सर्वत्र पूज्यते कार्यक्रम के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में राज्य सभा सांसद नरेश बंसल ने सम्बोधित करते हुए कहा कि विज्ञान की भूमिका मानव कल्याण की है परन्तु विज्ञान के प्रयोग में यदि संवेदना शामिल न हो तो इसकी भूमिका नकारात्मक भी प्रकाश में आती है। नरेश बंसल ने कहा कि भारत ज्ञान विज्ञान की भूमि रही है और भारत में विज्ञान की परम्परा प्राचीन काल से हैं प्राचीन काल में ऋषि मुनि शास्त्र के साथ विज्ञान के भी जानकार थेद्य उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक शोध मनुष्य के कल्याण के लिए होना चाहिएद्य नरेश बंसल ने कहा कि विकास और विज्ञान के माध्यम एक समन्वय स्थापित किया जाना चाहिए यदि हम विकास के लिए प्रकृति से कुछ लेते हैं तो उसे हमें कई गुणा करके लौटाना भी चाहिएद्य उन्होंने कहा कि गुरुकुल काँगड़ी विश्वविद्यालय ज्ञान और विज्ञान का बड़ा केंद्र रहा है उन्होंने कहा कि प्राचीन और आधुनिक ज्ञान के उन्नत शोध केंद्र की स्थापना के लिए उनके द्वारा यथासंभव सहायता प्रदान की जा रही है।
विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए पद्मश्री कल्याण सिंह रावत ने कहा विज्ञान को विध्वंसकारी ताकतों से बचाया जाना चाहिए विज्ञान की भूमिका मानवता के कल्याण में बहुत बड़ी हैद्य उन्होंने कहा कि भारत वैज्ञानिक चिन्तन की परम्परा का देश है महाकाव्यों में वैज्ञानिक उन्नति के प्रमाण मिलते हैं साथ ही बिना किसी भौतिक उपकरणों के खगोलीय पिंडो की गणना करने का उल्लेखनीय कार्य भी भारतीय वैज्ञानिक ऋषियों ने किया है। उन्होंने हिमालय में जलवायु परिवर्तन के कारण पिघलते हुए हिमखंडो पर चिंता व्यक्त्त करते हुए कहा कि यदि हम समय रहते नहीं सजग हुए तो भविष्य में इसके कारण प्राकृतिक आपदाएं आ सकती हैं।
सारस्वत अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए पर्वतारोही पद्मश्री संतोष यादव ने कहा कि मनुष्य के लिए विज्ञान की शिक्षा अनिवार्य है विज्ञान हमें सत्य की खोज के लिए उद्यम करने के प्रेरित करता हैद्य उन्होंने कहा कि विज्ञान हमें वास्तविक तथ्यों से मिलवाता है विज्ञान के माध्यम से आध्यात्म के रहस्यों को भी जाना जा सकता है।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रोण् सुनील जोशीए कुलपतिए उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय ने कहा कि वैदिक विज्ञान एक शाश्वत विज्ञान हैद्य प्रोण् जोशी ने कहा कि वैदिक विज्ञान को प्राण प्रतिष्ठत करने के लिए हमें पारम्परिक सीमाओं का अतिक्रमण करना होगा तथा अंतर.अनुशासनीय अनुसंधान के माध्यम से सबके आरोग्य के लिए वैदिक विज्ञान के ज्ञान को आमजनमानस के लिए प्रस्तुत करना होगा।
अध्यक्षीय सम्बोधन में गुरुकुल काँगड़ी समविश्वविद्यालय के कुलपति प्रोण् रूप किशोर शास्त्री ने कहा कि विज्ञान सवर्त्र पूज्यते कार्यक्रम का गुरुकुल काँगड़ी में सफल आयोजन उनके लिए गर्व का विषय हैद्य प्रोण् शास्त्री ने कहा कि भारत के पास एक समृद्ध वैज्ञानिक चिन्तन की ऋषि परम्परा रही है भारतीय संस्कृति पर आधारित संस्थान में प्रतिभाओं को उन्नयन एवं विकास के लिए समुचित परिवेश मिलता है गुरुकुल काँगड़ी इसका जीवंत उदाहरण है
समापन समारोह में स्वागत वक्तव्य प्रोण् एलण्पीण् पुरोहित ने दियाद्य विज्ञान सर्वत्र पूज्यते कार्यक्रम के स्थानीय समन्वयक डॉण् हेमवती नन्दन ने सात दिवसीय विज्ञान सर्वत्र पूज्यते कार्यक्रम की रिपोर्ट प्रतिभागियों के साथ साझा कीद्य विश्वविद्यालय कुल सचिव डॉण् सुनील कुमार धन्यवाद ज्ञापन प्रदान किया।
इस अवसर पर डॉ अजय मलिक डॉ सुयश भारद्वाज डॉ लोकेश जोशी डॉ शिव कुमारएचौहान प्रो सत्येन्द्र राजपूत डॉ हरेन्द्र डॉ अजेन्द्र डॉ दीनदयाल आदि उपस्थित रहें।
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