नयी दिल्ली, मोदी सरकार ने साल 2022 में गणतंत्र दिवस समारोह को 23 जनवरी से मनाने का ऐलान किया है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के अवसर समारोह की शुरूआत हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए रविवार को कहा कि हर भारतीय को देश के लिए उनके महत्वपूर्ण योगदान पर गर्व है। मोदी ने लोगों को ‘पराक्रम दिवस’ की भी शुभकामनाएं दीं। सरकार ने आजाद हिंद फौज के संस्थापक बोस की जयंती को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाने की घोषणा की है। गणतंत्र दिवस समारोह पर होने वाली परेड की भी फुल ड्रेस रिहर्सल आज से ही शुरू हो गयी है। गणतंत्र दिवस समारोह का समापन 30 जनवरी को शहीद दिवस के उपलक्ष्य में होगा। इस साल सेना के तीनों अंगों और केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों के कुल 16 मार्चिंग दस्ते राजपथ पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री सहित सभी गणमान्य व्यक्तियों के सामने मार्च पास्ट करेंगे।
इस साल के गणतंत्र दिवस परेड में 16 सैन्य दलों, 17 मिलिट्री बैंड तथा विभिन्न राज्यों, विभागों और सैन्य बलों की 25 झांकियों को शामिल किया जाएगा। भारतीय थल सेना ने शनिवार को यह जानकारी दी। गणतंत्र दिवस परेड-2022 में सेना का प्रतिनिधित्व घुड़सवारों का एक दस्ता, 14 मशीनीकृत (मैकेनाइज्ड) दस्ते, मार्च करने वाले छह सैन्य दल और उन्नत हल्के हेलीकॉप्टरों के एक फ्लाईपास्ट द्वारा किया जाएगा। सेना के मशीनीकृत दस्ते में एक पीटी-76 टैंक, एक सेंचुरियन टैंक, दो एमबीटी अर्जुन एमके-आई टैंक, एक ओटी-62 टोपस बख्तरबंद कर्मी वाहक, बीएमपी के दो पैदल सेना लड़ाकू वाहन नजर आएंगे। इसके अलावा, एक 75/24 पैक होवित्जर, दो धनुष होवित्जर, पुल-बिछाने वाली एक पीएमएस प्रणाली, पुल-बिछाने की दो सर्वत्र प्रणाली, एक एचटी -16 इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली, दो तरन शक्ति इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली, एक टाइगर कैट मिसाइल प्रणाली और दो आकाश मिसाइल प्रणाली भी मशीनीकृत टुकड़ी का हिस्सा होगी।
पीटी-76, सेंचुरियन टैंक, ओटी-62 और 75/24 पैक होवित्जर ने 1971 के भारत-पाक युद्ध में एक प्रमुख भूमिका निभाई थी, जिसमें भारत ने पाकिस्तान को हराया था। सेना के बयान के अनुसार इस बार की परेड में भारतीय सेना के छह मार्चिंग सैन्य दलों में राजपूत रेजिमेंट, असम रेजिमेंट, जम्मू-कश्मीर लाइट इन्फैंट्री, सिख लाइट इन्फैंट्री, आर्मी ऑर्डनेंस कोर रेजिमेंट और पैराशूट रेजिमेंट होंगे। बयान में कहा गया कि भारतीय वायुसेना और भारतीय नौसेना का एक-एक मार्चिंग दल भी परेड में भाग लेगा। केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बलों में से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), केंद्रीय औद्योगिक पुलिस बल (सीआईएसएफ), सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी), भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की पांच टुकड़ियां परेड में भाग लेंगी।
कुल मिलाकर सशस्त्र बलों, केंद्रीय अर्द्ध सैनिक बलों, दिल्ली पुलिस, राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी), राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के 16 मार्चिंग दल परेड में हिस्सा लेंगे। परेड में 17 सैन्य बैंड, पाइप और ड्रम बैंड शामिल होंगे। दो परमवीर चक्र विजेता और एक अशोक चक्र पुरस्कार विजेता भी इस वर्ष की परेड में भाग लेंगे। बयान में कहा गया है कि परेड शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय समर स्मारक पर माल्यार्पण कर सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि देने में देश का नेतृत्व करेंगे।
गणतंत्र दिवस पर परेड सुबह 10.30 बजे शुरू होगी और दोपहर 12 बजे संपन्न होगी। दो टीमें – भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की एक पुरुष टीम और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की एक महिला टीम – मोटरसाइकिल पर अपने करतब दिखाएगी। बयान में कहा गया है कि लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा, जनरल ऑफिसर कमांडिंग दिल्ली एरिया, परेड कमांडर होंगे और मेजर जनरल आलोक काकर, चीफ ऑफ स्टाफ दिल्ली एरिया, परेड के सेकेंड-इन-कमांड होंगे। परेड के दौरान विजय चौक से नेशनल स्टेडियम तक राजपथ पर मार्च किया जाएगा
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