Tuesday, November 26, 2024
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अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविन्द्र पुरी ने किया मुख्यमंत्री का अभिनंदन

हरिद्वार 05 दिसम्बर (कुलभूषण ) उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का रविवार को निरंजनी अखाड़ा हरिद्वार में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष व श्रीनिरंजनी अखाड़े के सचिव श्रीमहन्त रविन्द्रपुरी  महाराज  और अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहन्त हरिगिरि महाराज  जगतगुरू राजराजेश्वराश्रम महाराज  निरंजन पीठाधीश्वर कैलाशानन्द गिरि महाराज   आनन्द पीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर बालकानन्द गिरि जूना अखाड़ा के सभापति प्रेम गिरि आह्वान आखाड़े के श्रीमहन्त सत्य गिरि नया अखाड़ा उदासीन के श्रीमहंन्त भगतराम श्रीमहन्त नारायण गिरि  महामण्डलेश्वर ललितानन्द गिरि महाराज ने निरंजनी अखाड़े में आयोजित समारोह में शाल ओढ़ाकर विशाल माला पहनाकर तथा प्रतीक चिह्न व गंगाजलि भेंटकर अभिनन्दन व स्वागत किया गया इस मौके पर   मुख्यमंत्री ने उपस्थित सभी सन्तों का आशीर्वाद प्राप्त किया।

समारोह को सम्बोधित करते हुये मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जूना अखाड़ा दुःख हरण मन्दिर जूना अखाड़ा घाट में सौन्दर्यीकरण और यहां की धार्मिक मान्यताओं की स्थापना हेतु एक त्रिशूल लगाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने समारोह में देवस्थानम बोर्ड का जिक्र करते हुये कहा कि विभिन्न सन्तों हक.हकूक तथा धार्मिक संगठनों द्वारा देवस्थानम बोर्ड को वापस लेने या इसमें बदलाव लाने की मांग की जा रही थी जिसके लिये मनोहर कान्त ध्यानी के नेतृत्व में कमेटी गठित की गयी थी तथा मंत्रिमण्डल की उप समिति ने भी अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि हम निश्चित रूप से जो भी फेसला करेंगे सबकी भावनाओं के अनुसार करेंगे। उन्होंने कहा कि पूज्य सन्तों की यही भावना थी। उन्होंने कहा कि इस समय सबके हित में मुख्य सेवक के रूप में देवस्थानम बोर्ड को वापस लेने का निर्णय लिया।

श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जब हम उत्तराखण्ड की 25वीं वर्षगांठ मनायेंगेए उस समय उत्तराखण्ड हर क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य होगा। इसके लिये हम सभी के विचार आमंत्रित कर रहे हैं तथा अगले 10 सालों का रोडमैप सभी विभागों से मांगा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने अभी तक 500 से अधिक फैसले लिये हैं। उन्होंने कहा कि मैं जिस योजना की भी घोषणा करता हूंए उसका शासनादेश भी तुरन्त जारी होता है। उन्होंने कहा कि हमने हर क्षेत्र में फैसले लिये हैं तथा हम चाहते हैं कि हर क्षेत्र का सम्पूर्ण विकास हो। पर्यटन का जिक्र करते हुये उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में जहाज को खड़ा करने के लिये पहले 20 प्रतिशत वैट लगता था जिसे हमने कम करके दो प्रतिशत कर दिया हैए जिससे उत्तराखण्ड आने वाले लोगों को काफी सुविधा होगी।

पुष्कर सिंह धामी ने कल देहरादून में आयोजित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम का उल्लेख करते हुये कहा कि प्रधानमंत्री ने उत्तराखण्ड के चैमुखी विकास लिये 18 हजार करोड़ की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। कार्यक्रम में मंच संचालन एस एम जे एन कालेज के प्रधानाचार्य सुनील बत्रा ने किया।
इस अवसर पर भाषाए पुनर्गठन गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग  तथा ग्राम्य विकास मंत्री यतीश्वरानन्द किच्छा विधायक राजेश शुक्ला पूर्व सांसद बलराज पासी  जिला अध्यक्ष भाजपा डा जयपाल सिंह जिला महामंत्री भाजपा विकास तिवारी गंगा सभा के अध्यक्ष प्रदीप झा महामंत्री तन्मय वशिष्ठ सहित पुलिस व प्रशासन के अधिकारीगण उपस्थित थे।

राष्ट्र निर्माण में शिक्षा एवं शिक्षक का बहुत अधिक महत्व : महावीर

हरिद्वार 5दिसम्बर (कुलभूषण ) राजकमल साइंस एंड मैनेजमेंट कॉलेज बहादराबाद में अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन किया गया जिसमें उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सुनील जोशी पंतजलि विश्वविद्यालय हरिद्वार के कुलपति प्रोफेसर महावीर अग्रवालए देव संस्कृति विश्वविद्यालय हरिद्वार के प्रोफेसर ईश्वर भारद्वाज एवं गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार के कुलसचिव डॉ सुनील कुमार बतौर अतिथि और प्राचार्य डॉ राघवेंद्र चौहान उपस्थित रहे प् प्रोफेसर सुनील जोशी ने  कहाआज के समय में आयुर्वेद एवं उस में होने वाले नवीनअनुसंधानओं की आवश्यकता के बारे में बताया प्रोफेसर महावीर अग्रवाल ने बताया कि राष्ट्र के निर्माण में शिक्षक एवं शिक्षा का बहुत अधिक महत्व है डॉक्टर भारद्वाज ने बताया कि योग का विश्व स्तर में भी अपना योगदान हैए तथा एक योगी विद्या है जिसको अपना कर  जीवन योगी सुयोग्य जीवन की कामना संभव है इस कार्यक्रम में कनाडा अमेरिका चीनए मलेशिया से भी परवक्ताओं ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए बीएचयू के डॉक्टर विनोद तिवारी ने बताया कि आधुनिक समय में चिकित्सा क्षेत्र में शोध की अपार संभावनाएं हैं कार्यक्रम के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में काफी राष्ट्रहित किया गया विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले शिक्षकों एवं राष्ट्र हितों को स्पष्ट किया गया इस कार्य हित के अध्यक्ष डॉ राघवेंद्र चौहान ने बताया कि कॉलेज विगत वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में अपना योगदान प्रदान कर रहा है तथा कॉन्फ्रेंस जैसे कार्यक्रम से अभ्यर्थियों का बहुत उचित विकास होता है इस कॉन्फ्रेंस को  आई पी जी ए बैसाखी बालाजी  बुक्ए नवयुग पब्लिकेशन इत्यादि के द्वारा प्रोत्साहित किया गयाए कांफ्रेंस के दौरान उत्तराखंडए हरियाणा पंजाब दिल्ली राजस्थान उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश के विभिन्न संस्थानों से 300 से अधिक प्रतिभागियों ने ऑनलाइन एवं ऑफलाइनऑनलाइन या ऑफलाइन कांफ्रेंस में भाग लिया कार्यक्रम के संयोजक डॉ विपिन कुमार एवं संस्थापक डॉ अश्वनी कुमार ने भी अपने विचार रखे कार्यक्रम में डॉ गणेश बिष्टए डॉ मनीष मिश्राए डॉ अजय कुमारए डॉ पीयूष सिंगल दीपक नेगी डॉ राजेंद्र यादव डॉ जितेंद्र कुमार डॉ दीपक सेमवाल आदि उपस्थित रहे May be an image of 3 people and people standing

5 दिनों तक चले आर्य समाज वार्षिकोत्सव सम्पन्न

बी एच ई एल सेक्टर वन द्वारा मनाया गया वार्षिकोत्सव

हरिद्वार 05 दिसम्बर ( कुलभूषण ) आर्य समाज मन्दिर बी एच ई एल सेक्टर वन का वार्शिकोत्सव आज पूर्ण आहुती के साथ सम्पन्न हो गया  एक दिसम्बर से पांच दिसम्बर तक आयोजित वार्शिकोत्सव में पांच दिनो तक प्रदेष व देष से प्रतिभाग करने आये विभिन्न वैदिक विद्वानों ने अपने विचार रखे  जिसमें प्रति दिन विभिन्न चरणों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गये इस मौके पर सामवेद पारायण यज्ञ आर्य भजन  व प्रवचनो का आयोजन किया गया इस मौके पर यज्ञ के ब्रहमा व मुख्य वक्ता के रूपमें जानेमाने वैदिक विद्वान पंतजलि विष्वविद्यालय के प्रतिकुलपति  प्रो महावीर अग्रवाल योगेष षास्त्री बहन अंजलि आर्या सहित विभिन्न वैदिक विद्वानों ने भाग लिया रविवार को समापन के अवसर पर 21 कुण्डीय सामवेद परायण यज्ञ का आयोजन किया गया जिसमें स्वामी दयानंद   प्रो महावीर अग्रवाल  आचार्य योगेष  ने विस्तार से आर्य मूल्यो व सिद्वांतो पर प्रकाष डालते हुए कहा कि आर्य समाज का इतिहास समाज सेवा व समाज में व्याप्त कुरीतियो को दूर करने की दिषा में कार्य करने का रहा है।

इसी दिषा में आर्य समाज मन्दिर बी एच ई एल सेक्टर वन निरन्तर अग्रसर है इस मौके पर  आर्य समाज के प्रधान डा महेन्द्र आहूजा ने कहा कि वैदिक विद्वानों के सानिध्य में आर्य समाज सेक्टर वन निरन्तर सेवा के  क्षेत्र में अग्रसर है इसी दिषा में आर्य समाज में विषाल आर्य साहित्य पुस्तकालय का निर्माण कराया गया है जहा से आर्य साहित्य को प्राप्त कर वैदिक विद्वान व छात्र अध्ययन के लिए सहजता से वैदिक साहित्य प्राप्त कर अपना अध्ययन करने के लिए उसका उपयोग कर सकेगें जल्द ही यह पुस्तकालय षुरू होने जा रहा है। जिसके निर्माण में वैदिक आर्यजनो की प्रेरणा ने महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाहन किया है।  इस मौके पर नगर के विभिन्न क्षेत्रों से आये बडी संख्या में आर्यजन उपस्थित थे

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