Monday, November 25, 2024
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अनशनकारी अंदीप को जबरन उठाने गई प्रशासन की टीम ग्रामीणों के भारी विरोध के बाद बैरंग लौटी

(देवेन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- विगत पॉच दिनों से घोलतीर-कोठगी मोटर पुल निर्माण के लिये अनसन पर बैठे सामाजिक कार्यकर्ता व उक्रादं नेता अंदीप नेगी को जबरन उठाने गई प्रशासन की टीम को आज ग्रामीणों के जबरदस्त विरोध झेलना पड़ा। रात को पुलिस फोर्स के साथ पहुंची प्रशासन की टीम को स्थानीय लोगों के भारी विरोध के चलते बैरंग लौटना पड़ा।
वर्षों से लम्बित पड़े घोलतीर-कोठगी मोटर पुल के आज तक निर्माण न होने से छुब्द सामाजिक कार्यकर्ता अंदीप नेगी विगत 12 नवम्बर से कोठगी मे आमरण अनसन पर बैठे है, प्रशासन की ओर से पूर्व में उन्हें मनाने का प्रयास भी किया गया लेकिन पुल निर्माण के लिये ठोस आश्वासन के विना उन्होंने प्रशासन के आग्रह को ठुकरा दिया ।

आज देर सांय तहसीलदार रुद्रप्रयाग की अगुवाई में प्रशासन की टीम मय फोर्स अनसन स्थल पर जबरन उठाने को पहुंची लेकिन देखते ही देखते अनसन स्थल पर भारी संख्या में स्थानीय जनता व ग्रामीण महिलाओं के जबरदस्त विरोध को देखते हुये प्रशासन की टीम ने बैरंग लोटना उचित समझा।
भारी संख्या मे स्थानीय जनता व जनप्रतिनिधि अनसनकारी के साथ अनसन स्थल पर डटे हुये है। वो पुल निर्माण की स्थिति स्पष्ट करने व निर्माण कार्य शुरु करने की समय सीमा निर्धारित करने के ठोस लिखित आश्वासन तक आंदोलन जारी रखने को डटे है। इस बीच अनसनकारी अंदीप नेगी के वजन में भारी गिरावट दर्ज की गई।

ग्राम प्रधान कोठगी हरेन्द्र सिंह व ग्राम प्रधान छिनका देवेन्द्र नेगी का कहना है कि वर्षों से स्थानीय जनता घोलतीर-कोठगी मोटर पुल निर्माण की आस लगाये बैठी है लेकिन स्वीकृत होने के बाबजूद आज तक मोटर पुल का निर्माण न होना स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उदासीनता को दर्शाता है। वहीं अनसन कर रहे अंदीप नेगी का कहना है कि वर्षों से शासन- प्रशासन व विभागीय अधिकारी स्थानीय जनता को पुल निर्माण के नाम पर गुमराह करते आ रहे है लेकिन अब आर पार की लड़ाई के लिये उन्हें मजबूर होना पड़ा। वहीं उत्तराखंड क्रान्ति दल का इस आंदोलन को लगातार सहयोग मिल रहा है।

 

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