बापू भवन में संविदा पर तैनात महिला कर्मचारी ने अपने विभाग के अनुसचिव इच्छाराम यादव पर अश्लील हरकतें व टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुए हुसैनगंज थाने में तहरीर दी। इस मामले में पीड़ित महिला कर्मचारी ने एक वीडियो भी पुलिस को मुहैया कराया। जिसमें आरोपी उसके साथ अश्लील हरकतें करता हुआ दिख रहा था। पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया लेकिन आरोपी को गिरफ्तार करने में 12 दिन लग गये। बुधवार देर शाम को अचानक इच्छाराम यादव की अश्लील हरकतों की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई। जिसके बाद पुलिस हरकत में आई। उसने देर रात को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
बापू भवन में तैनात अनुसचिव इच्छाराम अधीनस्थ कंप्यूटर ऑपरेटर से छेड़छाड़ व अश्लील हरकतें कर रहा था। आरोप है कि महिला इच्छाराम की हरकतों को 2018 से झेल रही थी। विरोध करने पर नौकरी से निकलवाने की धमकी देता था। डर के कारण महिला ने उसकी हरकतों को नजरअंदाज करती रही, किसी अधिकारी से शिकायत तक नहीं किया। जिसके कारण इच्छाराम पूरी तरह से बेलगाम हो गया। वह अक्सर कार्यालय में ही उसके साथ अश्लील हरकतें करने लगा। अक्तूबर में कार्यालय में काम करने के दौरान ही इच्छाराम ने महिला कर्मचारी से छेड़छाड़ की। परेशान होकर पीड़िता ने 29 अक्तूबर को हुसैनगंज थाने में तहरीर दी। जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। लेकिन आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की।
आठ साल पहले हुई थी महिला की तैनाती, बना रहा था शादी का दबाव
हुसैनगंज इलाके में रहने वाली महिला की 2013 में बापू भवन में कंप्यूटर ऑपरेटर केपद पर तैनाती हुई थी। पीड़िता का आरोप है कि 2018 से इच्छाराम यादव अनुसचिव के पद पर तैनात हैं। विभाग में आने के बाद से ही अनुसचिव महिला के साथ गंदी हरकतें करने लगे। काम करने के दौरान आरोपी कई बार अश्लील हरकतें कर चुका था। लेकिन नौकरी व सामाजिक बंदिशों के डर से पीड़िता चुप थी। महिला के मुताबिक इच्छाराम उस पर शादी करने का दबाव बना रहा था।
विरोध करने पर संविदा खत्म कराने की धमकी देता था। अक्तूबर महीने में इच्छाराम ने महिला से अकेले में मिलने के लिए कहा था। उसके विरोध करने पर आरोपी ने गाली गलौज की थी। पीड़िता के मुताबिक कार्यालय में काम करने के दौरान भी इच्छाराम सहकर्मियों के सामने ही उसके साथ अश्लील हरकत करता था। सभी कर्मचारियों को वह धमकाकर रखता था। जिसके कारण अनुसचिव का कोई भी विरोध नहीं करता था। लेकिन एक दिन महिला के साथ हो रही गलत हरकत का वीडियो सहकर्मियों ने तैयार कर लिया था। जिसे मुकदमा दर्ज कराने के दौरान पुलिस को भी दिया गया।
वीडियो वायरल हुआ तो दबोचा गया
पीड़िता का आरोप है कि मुकदमा दर्ज करने के बाद भी हुसैनगंज के प्रभारी निरीक्षक अजय सिंह आरोपी इच्छाराम को गिरफ्तार नहीं कर रहे थे। कई बार इस संबंध में उनसे मुलाकात की। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बुधवार शाम को महिला से अश्लील हरकतें करते हुए इच्छाराम यादव की वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वायरल हुई। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस अधिकारियों के होश उड़ गये। डीसीपी मध्य डॉ. ख्याति गर्ग ने इंस्पेक्टर हुसैनगंज को फटकार लगाई। वहीं पुलिस टीम तैयार कर आरोपी अनुसचिव को तत्काल गिरफ्तार करने के लिए रवाना किया। देर रात को पुलिस ने आरोपी अनुसचिव को गिरफ्तार कर लिया।
इच्छाराम की मर्जी से 12 दिन चली हुसैनगंज की पुलिस
पीड़िता का अरोप है कि आरोपी इच्छाराम काफी रसूखदार है। उसके खिलाफ 29 अक्तूबर को मुकदमा दर्ज कराया था। प्रभारी निरीक्षक अजय सिंह को पूरी वारदात की जानकारी थी। इस संबंध में उनको वीडियो भी सुपुर्द किया गया था। लेकिन वह अनुसचिव इच्छाराम की मर्जी से काम कर रहे थे। उधर, इच्छाराम को दूसरे दिन मुकदमा दर्ज होने की जानकारी हुई तो वह लगातार पीड़िता को धमकी देने लगा। उसने महिला की संविदा नियुक्ति भी समाप्त कराने की धमकी दी थी।
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