ऋषिकेश, कृष्णा नगर कालोनी जनकल्याण संघर्ष समिति के बैनर तले स्थानीय नागरिकों ने त्रिवेणी घाट गांधी स्तंभ के नीचे एक दिवसीय उपवास शुरू किया। कालोनी वासी स्थानीय विधायक के खिलाफ काम नहीं तो वोट नहीं का नारा बुलंद करते हुए कृष्णा नगर को नगर निगम में शामिल किए जाने की मांग कर रहे हैं। कृष्णा नगर कालोनी जनकल्याण संघर्ष समिति के बैनर तले स्थानीय नागरिक लंबे समय से क्षेत्र को नगर निगम में शामिल किए जाने की मांग कर रहे हैं। नगर निगम की ओर से इस संबंध में प्रस्ताव पारित हो चुका है। तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत इसकी घोषणा कर चुके हैं।
जन आशीर्वाद यात्रा में यहां पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक सप्ताह पूर्व सार्वजनिक रूप से यह घोषणा कर चुके हैं कि वह कृष्णा नगर वासियों को उजडऩे नहीं देंगे। इसके बावजूद इस दिशा में कोई कार्रवाई आगे नहीं बढ़ी है। संघर्ष समिति ने इस मामले में रविवार को गांधी स्तंभ के नीचे एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम की घोषणा की थी। जिसके तहत जहां उपवास धरना शुरू कर दिया गया।
कृष्णा नगर कालोनी वासी लोक निर्माण विभाग निरीक्षण भवन हरिद्वार रोड से पैदल मार्च निकालते हुए गांधी नंबर तक पहुंचे। उन्होंने स्थानीय विधायक प्रेमचंद अग्रवाल के खिलाफ नारेबाजी की। नागरिकों का कहना है कि 14 वर्ष बीतने के बाद भी विधायक ने यहां के 3000 परिवार और 15000 आबादी की चिंता नहीं की। यहां के निवासियों को सिर्फ राजनीतिक दलों के जलसों की भीड़ बनाया जाता रहा है |
प्रधानमंत्री की घर-घर शौचालय योजना, हर घर नल योजना, स्वच्छता अभियान, उज्ज्वला योजना का लाभ कृष्णा नगर के नागरिकों को नहीं मिल पा रहा है। इस मामले में संघर्ष समिति के मुख्य संरक्षक डा. बीएन तिवारी ने बताया कि प्रत्येक रविवार को कृष्णा नगर वासी अपनी मांग और विधायक के खिलाफ प्रभात फेरी निकालेंगे। 15 अक्टूबर से इस मांग को लेकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया जाएगा। उपवास में संघर्ष समिति अध्यक्ष अशोक बेलवाल, रामवृक्ष तिवारी, खुशहाल सिंह, प्रेम बहादुर, हनीफ, मोहन, अरुण कुमार, नवल, भरत शाह आदि शामिल हुए।
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