देहरादून, प्रेमनगर में सड़क चौड़ीकरण के दौरान सड़क किनारे बनाए गए पुश्तों की गुणवत्ता सवालों के घेरे में आ गई है। मूसलधार बारिश के चलते महज छह माह पूर्व बने पुश्ते का करीब 10 मीटर हिस्सा भरभराकर ढह गया। जिससे चार दुकानों को भी नुकसान पहुंचा है। गनीमत रही कि हादसा देर रात हुआ, जब दुकानें बंद थी और सड़कों पर भी यातायात नहीं था। अब कैंट विधायक ने घटनास्थल का जायजा लेकर पुश्तों की गुणवत्ता को लेकर उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं।
प्रेमनगर में हाईवे चौड़ीकरण के दौरान छह महीने पहले सड़के बायीं ओर सुरक्षा दीवार का निर्माण किया गया था। दीवार के ऊपर दूसरी सड़क है, जिसके किनारे पुश्ते के ऊपर अस्थायी दुकानों का निर्माण किया गया है। सोमवार को हुई बारिश के बाद देर रात पुश्ते का एक हिस्सा ढह गया, जिससे चार दुकानें खतरे की जद में आ गईं, उन्हें खाली करा दिया गया है। सुरक्षा दीवार का बाकी हिस्सा कभी भी ढह सकता है।
मंगलवार को कैंट विधायक हरबंस कपूर घटना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने एनएच के अधिकारियों को मौके पर बुलाया और अधीक्षण अभियंता रंजीत सिंह और अधिशासी अभियंता ओपी सिंह को विधायक ने दीवार की गुणवत्ता की जांच कराने के निर्देश दिए। पुश्ते का निर्माण लोनिवि एनएच खंड डोईवाला की ओर से किया गया है। विधायक ने दीवार की जांच आइआइटी रुड़की या किसी अन्य उच्च संस्था से कराने को कहा है।
स्थानीय व्यापारी इंदरजीत सिंह, महेंद्र, मनीष कनौजिया के साथ ही एक लोहार की दुकान खतरे की जद में है, जिन्होंने पुश्ते की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं। कहा कि बारिश के कारण कई दुकानों के नीचे से मिट्टी बह चुकी है। इससे दुकानों के ढहने का खतरा बना हुआ है। प्रेमनगर व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजीव पुंज, रवि भाटिया, भूषण भाटिया आदि व्यापारियों ने शीघ्र उत्तम गुणवत्ता के पुश्ते का निर्माण करने की मांग की है। व्यापारियों का आरोप है कि पुश्ता निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया।
प्रेमनगर में पुश्ता ढहने की घटना घोर लापरवाही का नतीजा है। यहां एक सप्ताह पूर्व ही पुश्ते पर दरार आ चुकी थी, लेकिन सुरक्षा कार्य नहीं किए गए। हालांकि, राष्ट्रीय राजमार्ग डोईवाला खंड की ओर से ठेकेदार को नोटिस भी भेजा गया था, लेकिन ठेकेदार की नींद नहीं टूटी। नतीजा यह रहा कि पुश्ते का एक बड़ा हिस्सा ढह गया। गनीमत रही कि रात के समय हुए इस हादसे में जान-माल का नुकसान नहीं हुआ।
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