अल्मोड़ा (जागेश्वरधाम), फिल्म अभिनेता मनोज बाजपेयी इन दिनों उत्तराखंड़ की सैर पर हैं, हिन्दी सिनेमा और रंगमंच में अपने साकार जीवंत अभिनय के बूते कई राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके ‘गैंग ऑफ वासेपुर’ फिल्म के सरदार खान यानि मनोज वाजपेयी आज बाबा जागनाथ की नगरी में पहुंचे और मंदिरों दर्शन कर कुछ पल बैठ कर बिताए। मायानगरी की चकाचौंध से दूर जागेश्वरधाम में अध्यात्म व आत्मिक शांति की अनुभूति की। इस बीच सिने अभिनेता मनोज के साथ फोटो खिंचवाते वक्त प्रशंसक खासतौर पर जागेश्वर मंदिर समिति के पदाधिकरी व पुजारियों के साथ मंदिर में आये लोगों में खासा उत्साह रहा |
वाॕलीवुड की चकाचौंध से दूर
सुप्रसिद्ध अभिनेता मनोज वाजपेयी को देवभूमि की वादियां भाने लगी हैं। तीन दिन पूर्व ही वह कलक्ट्रेट पहुंचे थे। चर्चा है कि उन्होंने लमगड़ा ब्लॉक क्षेत्र में हिमदर्शन प्वाइंट पर जमीन भी खरीद ली है। इधर रविवार को बाबा जागनाथ की भूमि पर आध्यात्मिक तरंगों को खुद में आत्मसात करने के मकसद से दर्शन किए, सत्या, शूल, राजनीति, गैंग्स ऑफ वासेपुर जैसी सुपरहिट फिल्मों में अपनी अभिनय क्षमता से सभी को कायल बनाने वाला यह अभिनेता अध्यात्म में डूबा नजर आया। भोलेनाथ के दर्शन कर चेहरे पर चमक साफ दिखी तो बेहद सुकून भी महसूस किया। देववृक्ष देवदार के कतारबद्ध पेड़ों को निहार सत्या फिल्म का भीखू म्हात्रे बिल्कुल अलग अध्यात्मक की दुनिया में खोया नजर आया।
अपने पसंदीदा हीरो को करीब देख स्थानीय लोग मिलने के बेताब भी दिखे। मगर कोविड-19 के नियमों ने कई प्रशंसकों को करीब नहीं पहुंचने दिया। फिल्मों में यथार्थ चरित्र निभाने वाले मनोज ने उन्हें निराश भी नहीं किया और मंदिर समिति के सदस्य व पुजारी के साथ फोटो भी खिंचवाई |
बीते माह फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में अपनी 60 सदस्यीय टीम के साथ रामगढ़ के सोनापानी पहुंचे अभिनेता मनोज वाजपेयी का कोरोना संक्रमण के भय से विरोध हो गया था। मगर रील लाइफ का यह हीरो असल जीवन में आध्यात्मिक भी है। यही वजह है कि वह पांडवखोली स्थित महावतार बाबा की कुटिया में ध्यान लगाने आते रहे हैं। संभवत: आध्यात्मिक अनुभूति के कारण ही उन्होंने अल्मोड़ा जनपद के लमगड़ा क्षेत्र में बसने का मन बनाया है।
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