हरिद्वार 21 मई ( कुलभूषण ) केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति में एनसीसी को प्रोत्साहन देने के प्रावधान के अंतर्गत यूजीसी और एआईसीटीई ने विद्यार्थियों को एनसीसी को वैकल्पिक विषय के रूप में चुनने की मंजूरी दे दी है। राष्ट्रीय कैडेट कोर से जुड़े कैडेट्स अब विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में एन सी सी का वैकल्पिक विषय के रूप में चयन कर सकेंगे। इसके लिए महानिदेशक राष्ट्रीय कैडेट कोर की तरफ से सभी विश्वविद्यालय को पत्र जारी किया गया है। महानिदेशक ने पत्र में स्पष्ट किया है कि अब एनसीसी को बहुत अधिक आकर्षक बनाने व युवाओं को बेहतरीन तरीके से प्रशिक्षित करने के साथ उनकी प्रतिभाओं को आत्मसात करने के लिए एनसीसी कैडेट को एनसीसी बतौर वैकल्पिक विषय में पढ़ाया जाएगा। महाविद्यालय व विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को एनसीसी वैकल्पिक विषय के रूप में चुनने की मंजूरी दे दी है।
विश्वविद्यालय स्तर पर कार्यान्वयन के तौर तरीकों पर काम किया जा रहा है। महाविद्यालय और विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को अनुशासित बनाने व उनमें देशभक्ति की भावना पैदा करने के लिए यह महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। इस कार्यक्रम में एनसीसी को एक वैकल्पिक विषय के रूप में शामिल करने से अनुशासन और टीम भावना के मूल्य संवर्धन होगा। एनसीसी के मूल पाठ्यक्रम में आने के बाद कैडेटों की मूलभूत शिक्षा को एक नई दिशा भी मिलेगी। इस प्रस्ताव से सभी एनसीसी कैडेटस में खुशी का माहौल है। वरिष्ठ शिक्षाविद और जानकार विशेषज्ञों ने इसे बहुत ही महत्वपूर्ण कदम माना है। देहरादून स्थित एन सी सी निदेशालय के ए डी जी द्वारा ग्रुप कमांडर के नेतृत्व में कोर टीमों का गठन किया गया है। एडीजी द्वारा उत्तराखंड राज्य के एनसीसी यूनिट के कमांडिंग अफसरों को सभी विश्वविद्यालयों और टेक्निकल संस्थानों के कुलपतियों को एनसीसी की शुरुआत के लिए सामान्य वैकल्पिक पाठ्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी हेतु दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। पाठ्यक्रम में एनसीसी को एक वैकल्पिक विषय के रूप में शामिल कर सकते हैं। जो छात्र एनसीसी कैडेट्स के रूप में दाखिला लेंगे वह एनसीसी प्रशिक्षण के लिए क्रेडिट बी और सी प्रमाण पत्र के अलावा शैक्षणिक क्रेडिट प्राप्त कर सकेंगे।
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