नई दिल्ली, एजेंसियां। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कोरोना की मौजूदा स्थिति के प्रभावी प्रबंधन के लिए मानव संसाधन से जुड़े विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की और इस दौरान जिन संभावित कदमों पर चर्चा हुई, उनमें चिकित्सा एवं नर्सिंग शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े छात्रों या पास कर चुके छात्रों को वित्तीय प्रोत्साहन (मानदेय) देना भी शामिल है। बैठक में आक्सीजन और दवाओं की उपलब्धता पर भी चर्चा हुई। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इन कदमों के संबंध में सरकार सोमवार को विस्तृत जानकारी जारी कर सकती है।
एक सरकारी सूत्र ने कहा कि निर्णयों में एनईईटी की परीक्षा टालने और एमबीबीएस पास कर चुके छात्रों को कोविड ड्यटी में शामिल करने के लिए प्रोत्साहित करना भी शामिल हो सकता है। अंतिम वर्ष के एमबीबीएस और नर्सिंग छात्रों की भी इस अभियान में सेवा लेने का फैसला किया जा सकता है। सूत्र ने बताया कि कोविड-19 के काम में जुटे चिकित्साकर्मियों को सरकारी नौकरियों की भर्ती में प्राथमिकता दी जा सकती है। उन्हें वित्तीय सहायता भी मुहैया कराई जा सकती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को विशेषज्ञों के साथ हुई वर्चुअल बैठक में आक्सीजन और दवाओं की उपलब्धता की समीक्षा भी की। प्रधान मंत्री के साथ बैठक में, पीएम के प्रधान सचिव, कैबिनेट सचिव, गृह सचिव, सचिव सड़क परिवहन और राजमार्ग और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में नाइट्रोजन प्लांट को परिवíतत कर आक्सीजन उत्पादन की संभावनाओं पर चर्चा की गई। बैठक में उन 14 की पहचान की गई है, जहां नाइट्रोजन प्लांट का रूपांतरण हो रहा है। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि उद्योग संघों की मदद से 37 नाइट्रोजन संयंत्रों की भी पहचान की गई है।
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