अल्मोड़ा, उत्तराखंड़ के कुमाऊं मंडल के जनपद अल्मोड़ा से एक अमानवीय एवं दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। जिसमें 29 अप्रैल को प्रेमिका से मिलने पहुंचे प्रेमी को गांव वालों ने बेरहमी से पीट पीटकर उसकी हत्या कर दी है। मामले में पुलिस ने तीन नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर उन पर हत्या सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार अल्मोड़ा जनपद के रूपाल दन्या गांव निवासी 19 वर्षीय भुवन चंद्र जोशी का सोशल मीडिया के माध्यम से जनपद के ही आरासल्फड गांव की एक लड़की से प्रेम प्रसंग हो गया था। लड़का जयपुर में नौकरी करता है और बताया जा रहा है कि दिनांक 29 अप्रैल को लड़की ने अपने प्रेमी लड़के को मिलने के लिए गांव आरासल्फड बुलाया। गांव पहुंचने पर प्रेमी युवक अपनी प्रेमिका से बात कर ही रहा था कि इसी दौरान उन्हें गांव के कुछ युवकों ने देख लिया। जिसके बाद गांव के युवकों ने भुवन चंद्र को घेरकर लाठी-डंडों और बेल्ट से बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। प्रेमी युवक हाथ जोड़कर ग्रामीणों से माफी मांगता रहा कि वह लड़की के बुलावे पर उनके गांव आया है। लेकिन गुस्साए ग्रामीणों ने युवक की एक नहीं सुनी और बेरहमी से पीटने के बाद उसे पुलिस के हवाले किया गया। पुलिस द्वारा उक्त युवक को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उपचार के दौरान युवक ने दम तोड़ दिया। आरासल्फड गांव में हुई इस घटना एवं मारपीट के वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं।
घटना के बाद मृतक के भाई उमेश चंद्र जोशी ने तीन नामजद आरोपियों सहित लगभग दर्जनभर लोगों के खिलाफ अपने भाई की हत्या किए जाने के संबंध में लिखित शिकायत दर्ज कराई। मामले की गंभीरता को समझते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोड़ा पंकज भट्ट द्वारा मामले में तत्काल कार्यवाही एवं आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी किए जाने के निर्देश दिए गए। पुलिस टीम द्वारा मामले में कार्यवाही करते हुए नामजद आरोपी हरीश पांडे (35), हरीश चंद्र पांडे (51), नरसिंह (35) को रात्रि में दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया गया।
थानाअध्यक्ष दन्या संतोष देवरानी ने बताया कि वायरल वीडियो में मारपीट करने के बारे में जांच की जा रही है और जितने भी लोग इस अपराध में शामिल होंगे उन्हें चिन्हित कर अग्रिम कानूनी कार्रवाई की जाएगी |
इस पूरे घटनाक्रम एवं मारपीट के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोग मृतक युवक के समर्थन में खुलकर अपनी राय रख रहे हैं। वहीं लोग इस पूरे घटनाक्रम के लिए कहीं ना कहीं लड़की को भी जिम्मेदार मान रहे हैं। सबसे बडी बात यह है कि इस तरह किसी को इतनी बेरहमी से पीटने और कानून को हाथ में लेने का अधिकार ग्रामीणों को किसने दिया ? अगर लड़के ने कुछ गुनाह भी किया था तो उसे पुलिस के हवाले किया जाना चाहिए था |
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