हरिद्वार, महाकुंभ के शाही स्नान के अवसर पर सोमवार को हरकी पैड़ी पर अखाड़ों के संत स्नान के लिए पहुंचे। इस दौरान बड़ी संख्या में नागा साधु भी स्नान के लिए पहुंचे। सोमवार को हरिद्वार कुंभ में पवित्र सोमवती अमावस्या का रविवार देर रात से ही शुरू हो गया था। दिन में 12 बजे तक 21 लाख 07 हजार के लगभग श्रद्धालुओं ने सम्पूर्ण कुंभ मेला क्षेत्र में स्नान कर चुके थे। मेला पुलिस-प्रशासन ने स्नान की तैयारियां पूरी कर हरकी पैड़ी क्षेत्र को श्रद्धालुओं के लिए सील कर दिया।
हरकी पैड़ी में श्रद्धालु सुबह सात बजे तक ही स्नान कर पाए, इसके बाद क्षेत्र संतों के लिए रिजर्व रहा। अन्य घाटों पर भक्तों का स्नान जारी है। नेपाल के पूर्व राजा ज्ञानेन्द्र बीर बिक्रम शाह ने भी स्नान किया। निरंजनी, जूना और पंच अग्नि अखाड़ा भी स्नान के लिए निकला। शाही स्नान के लिए सबसे पहले निरंजनी अखाड़ा के संत स्नान के लिए पहुंचे, जिसके बाद जूना, अग्नि और आह्वान आखड़ा के संत स्नान के लिए पहुंचे। संतों ने पतित पावनी गंगा में डुबकी लगाई। इसके बाद किन्नर आखाड़ा के संतों ने गंगा स्नान किया। बैरागी अखाड़ा के संत भी तय समय के अनुसार स्नान के लिए पहुंचे। यह क्रम शाम पांच बजे तक चलता रहा।
मेला पुलिस-प्रशासन ने स्नान की तैयारियां पूरी कर हरकी पैड़ी क्षेत्र को श्रद्धालुओं के लिए सील कर दिया। हरकी पैड़ी पर ब्रह्मकुंड में अखाड़ों के संतों नू क्रमवार शाही स्नान किया। जूना के साथ
अग्नि और आह्वान अखाड़ों के संतों ने स्नान किया।
किन्नर अखाड़ा ने भी जूना के साथ ही चौथे नंबर पर स्नान किया, जबकि बैरागियों की तीनों अणियों निर्माणी, दिगंबर और निर्मोही के संतों ने भी एक साथ स्नान किया |
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