हरिद्वार, उत्तराखंड़ में महाकुंभ शुरू हो गया, इसी बीच कुंभ मेले के पहले ही दिन इंतजामों की कमान संभाल रहे दूसरे नंबर के अफसर पर एक अखाड़े के कुछ साधुओं ने हमला कर दिये जाने की खबर से प्रशासनिक अमले में हलचल मच गयी। इस दौरान अफसर को बचाने आए उनके गार्ड की बुरी तरह पिटाई कर दी गई। घायल गार्ड को अस्पताल ले जाना पड़ा। अफसर के चेहरे पर चोट है और उन्हें अखाड़े से आईजी संजय गुंज्याल ने खुद जाकर निकाला। हालांकि इस मामले में देर रात तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई थी।
मिली जानकारी के मुताबिक बैरागी कैंप में बिजली आपूर्ति ठप होने की शिकायतें साधु कई दिन से कर रहे थे। गुरुवार शाम अपर मेलाधिकारी बिजली व्यवस्था को जांचने बैरागी कैंप पहुंचे। अपर मेलाधिकारी के पहुंचते ही एक अखाड़े के साधुओं ने उन्हें अव्यवस्थाओं को लेकर कोसना शुरू कर दिया। अपर मेलाधिकारी समझाने लगे तो साधुओं ने उन्हें वहां से चले जाने को कहा। अपर मेलाधिकारी जैसे ही अपनी गाड़ी में बैठे, कुछ साधुओं ने उन्हें गाड़ी से बाहर खींचना शुरू कर दिया। उनके सुरक्षा गार्ड ने बीच बचाव करने की कोशिश की तो आरोप है कि, साधुओं ने गार्ड को पीट दिया। बेहोश गार्ड को अस्पताल ले जाना पड़ा।
घटना की जानकारी मिलने पर मेला आईजी संजय गुंज्याल, एसएसपी कुंभ जन्मेजय खंडूड़ी और एसएसपी सेंथिल अबूदई कृष्णराज एस फोर्स के साथ बैरागी कैंप पहुंचे। आईजी संजय गुंज्याल ने स्वयं अपनी गाड़ी में पहले अपर मेलाधिकारी को बैरागी कैंप से बाहर निकाला। इसके बाद उन्होंने बैरागी संन्यासियों के श्रीमहंतों के साथ बंद कमरे में बैठक की। भीड़ में किसी साधु ने अपर मेलाधिकारी को धक्का दिया। इससे अधिकारी के चश्मे का शीशा टूटकर उनके चेहरे पर लगा। अखाड़ा परिषद भी इस पर बैठक करेगा। अपनी ओर से मामले की जांच कराई जा रही है।
कुंभ मेला आई जी संजय गुंज्याल के अनुसार बिजली नहीं थी। भीड़ में किसी ने कुछ बोल दिया। ऐसी कोई घटना नहीं हुई। अपर मेलाधिकारी बहुत अच्छे अधिकारी हैं। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने कहा कि, अखाड़े में अपर मेलाधिकारी के साथ मारपीट की सूचना मिली है। घटना निंदनीय है। संत महात्मा ऐसा कृत्य नहीं करते। मामले की जांच के लिए एक टीम बनाई है। सप्ताह भर में रिपोर्ट मिलने के बाद संबंधित अखाड़े के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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