नई दिल्ली. भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian economy) धीरे-धीरे पटरी पर लाैट रही है. भरोसा जताया जा रहा है कि 1 अप्रैल 2021 से शुरू होने वाली नए वित्त वर्ष में इंंडियन इकोनॉमी शानदार प्रदर्शन करेगी. एसएंडपी ग्लाेबल रेटिंग्स (S&P) के मुताबिक, काेविड19 की स्थिति के बाद सरकार के पूरे सहयाेग से इसके जल्द ही तेज रफ्तार पकड़ने की संभावना है. हालांकि, इसके लिए अभी कई प्रयास करने होंगे. इसमें सबसे अहम है कि लोगों का तेजी से कोरोना वैक्सीनेशन किया जाए.
बजट 2021-22 करेगा इंडियन इकोनॉमी की बड़ी मदद
एसएंडपी के मुताबिक, वित्त वर्ष 2021-22 के लिए निर्धारित बजट भी अर्थव्यवस्था काे पटरी पर लाने में मदद करेगा. अर्थव्यवस्था अभी भी जोखिमों का सामना कर रही है क्योंकि यह स्थिरीकरण से वसूली तक जाती है. भारत इस समय कोरोना वायरस महामारी की वजह से हुए नुकसान का सामना कर रहा है, जो सकल घरेलू उत्पाद के लगभग 10 प्रतिशत के बराबर दीर्घकालिक घाटे का अनुमान देता है.
ग्लोबल रेटिंग एजेंसी ने कहा कि 2021 के मध्य तक भारतीय अर्थव्यवस्था रिकवरी के ट्रैक पर हाेगी. एसएंडपी का मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी से सुधार, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की ओर से उठाए गए कदम और भारत सरकार के प्रयासाें से इकोनॉमी में आई गिरावट कम हाे रही है. भारतीय बैंकिंग सिस्टम भी वर्ष 2023 के मध्य तक वापस अपनी रफ्तार पकड़ लेगा.
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