मुख्यमंत्री की उपस्थिति में हुए राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद( एन सी एस एम) संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार एवं उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद( यूकॉस्ट) के मध्य समझौता ज्ञापन ( एम ओ यू) पर हस्ताक्षर
देहरादून 5 फरव’री,
साइंस सिटी उत्तराखंड का निर्माण निर्धारित बजट एवं समय पूर्व किया जाएगा ,उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज देहरादून में एनसी एसएम एवं यूकॉस्ट के मध्य एमओयू हस्ताक्षर किए जाने के अवसर पर बताया कि 2005 में जब नरेंद्र भाई मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो प्रातः 11:00 बजे उनके साथ बैठने का समय सायंकाल का निर्धारित हुआ उनके परामर्श पर मैं बचे समय में गांधी नगर का साइंस सेंटर देखने गया जो तब निर्माणाधीन था तभी मन में विचार आया कि हमारे उत्तराखंड में भी साइंस सेंटर होना चाहिए।
आज वह विचार कार्य रूप में परिणित होने जा रहा है मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की संस्कृति वैज्ञानिक संस्कृति है यद्यपि मध्य के कुछ काल में हम इस से विरत रहे रिसर्च आदि का कार्य उतना नहीं हुआ जितना होना चाहिए था उत्तराखंड साइंस सिटी से इसे बल मिलेगा
मुख्यमंत्री के अनुसार राज्य के बड़े प्रोजेक्ट्स को टुकड़ों टुकड़ों में बजट दिया जाता था जिससे उनकी लागत एवं समय सीमा दोनों ही बढ़ जाती थी उन्होंने टिहरी में डोबरा चांठी पुल देहरादून में डॉट टनल का उदाहरण दिया जो वर्षों से पूर्ण नहीं हो पा रहे थे उनके एक साथ बजट देने के बाद ऐसे कई बड़े प्रोजेक्ट धरातल पर उतरे हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि कोरोना काल के कारण कुछ विलंब हो गया पर साइंस सिटी के निर्माण के बाद उत्तराखंड के आगंतुकों एवं नागरिकों की विज्ञान ज्ञान में बढ़ोतरी तो होगी ही राज्य का पर्यटन भी बढ़ेगा विशेषकर यहां के छात्रों को इससे बहुत लाभ होगा
एन सी एस एम के सचिव एवं निदेशक एस कुमार ने बताया कि गांधीनगर, पटना, कोलकाता एवं गुवाहाटी के बाद देहरादून देश में पांचवी साइंस सिटी होगी।
यूकोस्ट के महानिदेशक डॉ राजेंद्र डोभाल ने इस अवसर पर कहा की इस महत्वाकांक्षी परियोजना की कुल लागत 173 करोड रुपए है जिसमें 88 करोड़ रुपए केंद्र सरकार तथा 85 करोड़ रुपए राज्य सरकार द्वारा दिए जाने है साइंस सिटी देहरादून में खगोल एवं अंतरिक्ष विज्ञान, रोबोटिक्स, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की विरासत ,भूगर्भीय जीवन , जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा, जैव प्रौद्योगिकी, वर्चुअल रियलिटी, ऑगमेंटेड रियलिटी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आदि पर दीर्घा के साथ स्पेस थिएटर, तारामंडल, हिमालय की जैव विविधता पर डिजिटल पैनोरमा, सिम्युलेटर ,एक्वेरियम ,उच्च वोल्टेज , लेजर विज्ञान पर विशेष शो ,आउटडोर साइंस पार्क ,थीम पार्क ,बायोडोम, बटरफ्लाई पार्क, जीवाश्म पार्क एवं मिनीएचर
के साथ ही कन्वेंशन सेंटर तथा प्रदर्शनी हॉल होंगे।
एमओयू हस्ताक्षर होने के अवसर पर साइंस सिटी के सलाहकार जीएस रौतेला द्वारा पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन भी दिया गया।
एम ओ यू हस्ताक्षर के अवसर पर आरके सुधांशु (सचिव सूचना विज्ञान प्रौद्योगिकी उत्तराखंड) सहसपुर विधायक सहदेव पुंडीर ग्रामीण विकास एवं पलायन आयोग के उपाध्यक्ष डॉ एसएस नेगी मुख्यमंत्री के तकनीकी सलाहकार डॉ नरेंद्र सिंह एनसी एस एम के पूर्व महानिदेशक गंगा सिंह रौतेला इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ पेट्रोलियम निदेशक डॉक्टर अंजन रे डॉक्टर प्रकाश चौहान यूकोस्ट के संयुक्त निदेशक देवी प्रसाद उनियाल जनसंपर्क अधिकारी अमित पोखरियाल समाजसेवी राकेश ओबरॉय भाजपा महानगर मीडिया प्रभारी राजीव उनियाल आदि उपस्थित रहे।
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