देहरादून, सोशल मीडिया पर एंटी नेशनल टिप्पणी करने वालों का पासपोर्ट सत्यापन न करने संबंधित निर्णय पर बहस शुरू होने पर डीजीपी अशोक कुमार ने सफाई दी है। डीजीपी के मुताबिक पासपोर्ट सत्यापन के लिए यह नियम पहले से है, बस इसे कड़ाई से पालन कराने के लिए कहा गया है।
डीजीपी अशोक कुमार ने गत दिवस सभी कप्तानों को सोशल मीडिया पर राष्ट्र विरोधी टिप्पणी करने वाले लोगों को पासपोर्ट और शस्त्र लाइसेंस सत्यापन के समय अनुमति नहीं देने के निर्देश दिए थे। उक्त मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। विवाद बढ़ने पर डीजीपी अशोक कुमार ने स्पष्ट किया है कि उक्त नियम तो पहले से ही मौजूद है। बस पुलिस को इसका सख्ती से पालन करने को कहा गया है। डीजीपी ने बताया कि सत्यापन के फार्म में इसका कॉलम पहले ही मौजूद है, पुलिस ने नया नियम नहीं बनाया है,
जबकि पासपोर्ट सत्यापन का मुद्दा लगातार सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। बड़ी संख्या में लोग इस निर्णय के गलत इस्तेमाल होने की आशंका जता रहे हैं, साथ ही पूछा जा रहा है कि राष्ट्र विरोधी पोस्ट किसे माना जाएगा ? इस बीच गुरुवार को डीजीपी अशोक कुमार के पक्ष में भी टि्वटर पर #सैल्यूट टू डीजीपी अशोक कुमार ट्रेंड करने लगा। लोगों ने इसे सही निर्णय ठहराया। उक्त ट्रेंड गुरुवार को कई घंटों तक टॉप पांच में बना रहा, शाम साढ़े पांच बजे तक इसे करीब 46 हजार लोगों ने रिट्विट किया।
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