चार साल पहले अपने मामा के यहाँ से “लापता” हुई लड़की को दिल्ली पुलिस ने बरामद कर लिया है. दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को कहा कि उसने कम उम्र में शादी से बचने के लिए घर छोड़ दिया था और अब एक नर्सिंग कोर्स कर रही है. अधिकारियों ने कहा कि उसने मई 2017 में घर छोड़ दिया था.
उस समय वह लगभग 16 वर्ष की थी और यह मामला उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के शालीमार बाग पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था. इस मामले में अपहरण का केस दर्ज किया गया था और एक जांच शुरू हुई थी. उन्होंने कहा कि 2019 में पुलिस ने लड़की को खोजने में मदद करने पर 50,000 रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी.
कॉल रिकॉर्ड के से मिली जानकारी
पुलिस उपायुक्त (क्राइम) भीष्म सिंह ने कहा, “हमारी (क्राइम ब्रांच) टीम ने लड़की के रिश्तेदारों, दोस्तों और परिचितों से संपर्क किया और जांच की. कॉल डिटेल रिकॉर्ड्स का विश्लेषण करने के बाद, हमने पाया कि लड़की बिहार में कहीं थी.” उन्होंने आगे कहा “हेड कांस्टेबल रामदास को सोमवार को एक इनपुट मिला कि लड़की एक बस से दिल्ली आ रही है और सुबह आनंद विहार इंटर-स्टेट बस टर्मिनल पहुंचेगी. इस टिप-ऑफ के आधार पर, ISBT के लिए एक टीम भेजी गई और लड़की को बरामद किया गया.”
पढ़ना चाहती थी लड़की
उन्होंने बताया “जब वह 10वीं में थी तो उसके मामा ने उस पर अपनी पसंद के एक लड़के से शादी का दबाव बनाया. लड़की आगे पढ़ना चाहती थी, इसलिए वह इस शादी के लिए तैयार नहीं हुई. जिसके बाद उसने अपने मामा का घर 2017 में बिना किसी को बताए छोड़ दिया और अपनी नानी के घर चली गई जो बिहार के समस्तीपुर में है.”
CWC के हवाले की गई लड़की
डीसीपी के अनुसार, उसके घर पर रिश्तेदारों में से कोई भी नहीं गया और उसकी नानी ने भी उसके बारे में किसी को भी जानकारी नहीं दी थी और उसकी पढ़ाई में मदद की. डीसीपी ने कहा कि उसने अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और समस्तीपुर में एक नर्सिंग कोर्स में प्रवेश लिया.
लड़की को इस बात की जानकारी नहीं थी कि उसके गायब होने की प्राथमिकी दर्ज की गई थी. उन्होंने कहा, “क्राइम ब्रांच ने उसे शालीमार बाग पुलिस स्टेशन को सौंप दिया, जहां मामला दर्ज किया गया था. फिर पुलिस ने यहां उसे बाल कल्याण समिति (CWC) के समक्ष पेश किया और सीडब्ल्यूसी के निर्देश पर मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी.”( साभार – TV9 भारतवर्ष )
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