देहरादून, बी0एस0 नेगी महिला पॉलीटेक्निक की संरक्षक शोभना वाही ने आज संस्थान का दौरा किया। इस अवसर पर कोविेड नियमो का पालन करते हुए संस्थान द्वारा भव्य समारोह का आयोजन किया गया। जून 1987 में जिस पाैंधे को शोभना वाही ने लगाया था वह 33 वर्ष पुराना पौंधा अब वृक्ष बन चुका है और असंख्य महिलाओं को रोज़गार रूपी छॉव देकर फल-फूल रहा है । जहां कर्नल एस0पी0 वाही पूर्व अध्यक्ष एंव प्रबंध निदशक, ओएनजीसी, देश को उर्जा सुरक्षा प्रदान करने का कार्य कर रहे थे वहीं उनकी पत्नी शोभना वाही उनसे कदम से कदम मिलाते हुए महिलाओं को सशक्त करने के साथ-साथ सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने हेतु प्रयासरत थीं ।
इस अवसर पर संस्थान संस्थापक के नाम पर प्रशासनिक भवन को ‘शोभना वाही ब्लॉंक‘ का नाम दिया गया और शैक्षिक भवन को फाउंडर मैम्बर के नाम पर ‘अनुराधा धर ब्लॉक‘ से नामित किया गया।
कार्यक्रम का आरंभ मुख्य अतिथि शोभना वाही द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया । संस्थान छात्राओं द्वारा मंगलगाान एवं गणेश वंदना प्रस्तुत की गई्र। महिला सशक्तिकरण पर एक पोस्टर प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया ।
कार्यक्रम के दौरान ‘संस्थापक की जीवन यात्रा‘ को डॉक्यूमेंट्री द्वारा दर्शाया गया और ‘संस्थान की यात्रा‘ एवं संस्थान में चल रहे विभिन्न कोर्सो से संबधित प्रेजनटेश्न भी प्रस्तुत किये गये।
इस अवसर पर श्रीमती वाही ने संस्थान की शिक्षिकाओं, पूर्व अध्यक्षों, प्रधानाचार्यों व वर्तमान कार्यकारिणी के सदस्यों जिसमें राष्ट्रपति से महिला सम्मान प्राप्त डा0 माधुरी बडथ्वाल एवं पदमश्री डा0 बसन्ती बिष्ट़ आदि से अपनी जीवन यात्रा को साझा किया साथ ही अपनी जीवन यात्रा पर स्वरचित काव्य संग्रह प्रकृति, तन्हाई और जीवन के अनुभव को सभी कार्यकारिणी के समस्त सदस्यों को भेंट किया ।
कार्यक्रम में बोलते हुए शोभना वाही ने कहा कि आज से 33 वर्ष पूर्व राज्य में महिलाओं के स्वावलम्बन हेतु पॉलीटैक्निक के विषय में सोचना भी अपने आप में एक चुनौती थी किन्तु यदि नीयत साफ हो और दृढ संकल्प हो तो कुछ भी असंम्भव नहीं है। मुझे अति प्रसन्नता है कि इस संकल्प के साथ जो बीज डाला गया था, आज वह संस्थान फल-फूल रहा है और न केवल उत्तराखंड वरन् सम्पूर्ण भारत की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
उन्होने आशा व्यक्त की कि ओएनजीसी सदैव की भांति संस्थान को सहयोग प्रदान करती रहेगी जिससे कि ये सभी कोर्स समस्त उत्तराखण्ड में प्रत्येक जनपद में चलायमान हो सकें ताकि उत्तराखण्ड की समस्त छात्राएं इससे लाभन्वित हो सकें । साथ ही ओएनजीसी से अपेक्षा करती हूं कि संस्थान को डिस्पले सेेंटर निर्मित करने हेतु ओएनजीसी सहयोग करेगा ताकि छात्राओं द्वारा बनाये गये कलात्मक परिधानों एवं कार्यों को डिस्प्ले सेंटर के माध्यम से पूरे देश में प्रचार-प्रसार किया जाये और संस्थान का गौरव बढता रहे ।
अनुराधाधर ने अपने संदेश में कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे इस संस्थान का फाउंडर मैम्बर होने का गौरव प्राप्त हुआ। संस्थान अध्यक्ष हर्षमणि व्यास ने कहा कि हम भरसक प्रयास कर रहे हैं और ओएनजीसी एवं अन्य प्रतिष्ठित PSU’s के सहयोग से इस संस्थान को उंचाइयों तक ले जाने के लिए दृढ़ संकल्प हैं ।
इस अवसर पर श्री राकेश वाही पुत्र श्रीमती शोभना वाही वर्तमान गवर्निंग बॉडी के सभी सदस्य, पूर्व अध्यक्ष श्री सुंदरलाल, सुशांत वत्स, एस0एस0 पांगती एंव तौकीर हुसैन ने भी कार्यक्रम की शोभा बढाई ।
संस्थान छात्राओं द्वारा निर्मित कलाकृतियों को सभी पूर्व अध्यक्षों एवं प्रधानाचार्यों को भेंट किया गया तथा श्रीमती शोभना वाही एंव श्रीमती अनुराधाधर को महिला सशक्तिकरण हेतु समर्पण एवं निस्वार्थ भावना से किये गये समाज सेवा के कार्यों हेतु स्मृति चिन्ह भी प्रस्तुत किया गया ।
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