कोटद्वार, पिछले माह 25 दिसंबर की सुबह कोटद्वार के देवी रोड में खुशी होटल के पीछे पांच नकाबपोश बदमाशों ने टाइल्स कारोबारी प्रमोद प्रजापति के घर में उनकी मां, पत्नी और बेटी को बंधक बनाकर लाखों की नकदी और जेवरों की लूटपाट की थी। कारोबारी की तहरीर पर कोतवाली में पांच अज्ञात बदमाशों के खिलाफ डकैती और संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्जकर जांच शुरू कर दी थी।
मामले के खुलासे के लिए घटना के ही दिन ही पुलिस की छह टीमें गठित कर दी गई थी। पुलिस टीमों को सर्विलांस, सीसीटीवी फुटेज से अच्छी लीड मिली और इसके बाद सभी टीमों ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में डेरा जमाया रखा। टाइल्स कारोबारी मूल रूप से मुजफ्फरनगर जनपद के निवासी हैं। उसकी वहां पर नाते रिश्तेदारी भी है।
हरिद्वार में प्रमोद प्रजापति की टाइल्स की फैक्ट्री के साथ ही एक आटा मिल भी है। पुलिस का पूरा फोकस हरिद्वार के बाद मुजफ्फरनगर पर ही था। घटना को अंजाम देने के बाद बदमाशों के मुजफ्फरनगर पहुंचने की पुष्टि हुई। पुलिस शुरू से ही डकैती के तार हरिद्वार से जोड़कर चल रही थी।
बताया जा रहा है कि डीआईजी नीरू गर्ग, एसएसपी पी. रेणुका देवी और एएसपी प्रदीप राय लगातार पुलिस टीमों का मार्गदर्शन कर रहे थे। हरिद्वार पुलिस से पहले बदमाशों का कोटद्वार पुलिस के हत्थे चढ़ना बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। पांचों बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़ चुके है और उनसे बरामदगी चल रही है।
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