(विजय आहूजा)
रुद्रपुर(उधम सिंह नगर) तीन कृषि कानून के खिलाफ किसान संगठनों के भारत बंद के आह्वान का रुद्रपुर में व्यापक असर देखने को मिला। बाजार पूरी तरह बंद रहे सिर्फ मेडिकल स्टोर व आवश्यक वस्तुएं सम्बन्धी दुकानें ही खुली ।व्यापारियों व किसानों ने जनसभा कर कृषि कानूनों को काला कानून बताया और कहा कि सरकार पूरे देश का पेट भरने वाले किसानों को गुलाम बनाने की साजिश रच रही है।इस दौरान पुलिस पूरी तरह मुस्तेद रही।
जिला मुख्यालय रुद्रपुर में मंगलवार को भारत बंद का खासा असर दिखा। व्यापार मंडल के आह्वान पर व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। इक्का दुक्का व्यापारियों ने सुबह दुकानें खोली तो व्यापारी नेताओ के आग्रह पर उन्होंने भी दुकानें बंद कर दी। बंद के दौरान मेडिकल स्टोर,दूध आदि आवश्यक सेवाओ सम्बन्धी दुकानें खुली रही।
इस बंद को समर्थन देते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने शहर में जलूस निकाला।
महाराजा रणजीत सिंह पार्क में आयोजित जनसभा में व्यापारियों व किसानों से सभा कर कृषि कानूनों को काला कानून की संज्ञा देते हुए वापिस लेने की मांग की।किसान नेताओ ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी अपने नजदीकी पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए कृषि बिल लाये है।
व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय जुनेजा ने कहा कि मोदी सरकार की अन्नदाताओं को गुलाम बनाने की साजिश कभी सफल नही होगी।इस अवसर पर राम सिंह बेदी, संजय जुनेजा, तिलक राज बेहड़, सुशील गाबा, अभिषेक शुक्ला अंशु, गुरमीत सिंह, विकास शर्मा, हरविंदर सिंह हरजी, संदीप संधू, प्रतिपाल सिंह, सुरमुख सिंह विर्क, बलविंदर सिंह विर्क, राजू सीकरी, हरीश अरोरा , सौरभ शर्मा, मोहन खेड़ा आदि मौजूद थे।
Recent Comments