देहरादून, । भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशी धर भगत ने पूर्व भाजपा विधायक व मंत्री रहे लाखी राम जोशी के ख़िलाफ़ अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए उन्हें पार्टी से निलम्बित कर दिया है ।
साथ ही जोशी को उनके द्वारा लिखे गए एक पत्र के सम्बंध में की गई इस कार्यवाही के अंतर्गत उन्हें नोटिस दे कर उन्हें सात दिन में उत्तर देने के लिए भी कहा गया है। उत्तर न मिलने अथवा उनका उत्तर संतोषजनक न पाए जाने पर उन्हें पार्टी से निकाला भी जा सकता है।
गौरतलब हो कि पूर्व मंत्री जोशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को हटाने की मांग की थी। प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में जोशी ने हाल ही में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ नैनीताल हाईकोर्ट के सीबीआई जांच सम्बन्धी निर्णय का उल्लेख करते हुए कहा था कि सीएम के कई विवादास्पद फैसलों से पार्टी को कई बार शर्मसार होना पड़ा है।
कोर्ट के फैसले से पार्टी की छवि धूमिल होती जा रही है। पीएम मोदी से अनुरोध किया गया कि सीबीआई जांच के मुद्दे पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को पद से हटाया जाय ताकि निष्पक्ष जांच हो सके। पूर्व मंत्री लाखीराम जोशी का यही पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ
पूर्व मंत्री ने कहा कि 2016 की नोटबन्दी के बाद भ्रष्टाचार व कालेधन पर हुए प्रहार हुआ। देश की जनता ने आपके निर्णय को भी सराहा।लेकिन 2016 में ही झारखंड के प्रभारी रहते हुए त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विभिन्न खातों में धनराशि जमा करवाई। गौरतलब है कि यह आरोप लगाने वाले लाखीराम जोशी पर उत्तर प्रदेश के चुनाव में क्रॉस वोट का आरोप भी लगा था। 2002 के विधानसभा चुनाव में जोशी हार गए थे।
दूसरी ओर भाजपा संगठन की मूल प्रेस विज्ञप्ति जो डॉ देवेंद्र भसीन ने शुक्रवार को जारी की।
श्री जोशी को उनके द्वारा लिखे गए एक पत्र के सम्बंध में की गई इस कार्यवाही के अंतर्गत उन्हें नोटिस दे कर उन्हें सात दिन में उत्तर देने के लिए भी कहा गया है। उत्तर न मिलने अथवा उनका उत्तर संतोषजनक न पाए जाने पर उन्हें पार्टी से निकाला भी जा सकता है, इधर, एकाएक पूर्व मंत्री लाखीराम जोशी के पत्र ने भाजपा में नये विवाद को जन्म दे दिया है।
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