अल्मोड़ा (अशोक पांडेय), कांग्रेस नेता व पूर्व मंत्री बिट्टू कर्नाटक ने जिले में खस्ता हाल सड़कों को दुरूस्त करने तथा प्रदेश में चरमर्रा रही व्यवस्थाओं का पटरी पर लाने के लिए तथा प्रदेश सरकार को जगाने के लिए किये जा रहे प्रयासों के संबंध में प्रदेश सरकार के तानाशाही रवैय्ये को लेकर आज पत्रकारों से वार्ता करते हुये कहा कि सरकार के जिम्मेदार मंत्री, विधानसभा उपााध्यक्ष, विधायक गण, दायित्वधारी और भाजपा संगठन पदाधिकारियों को जनपद की सड़को में पड़े हुये गड्ढ़ों और उखड़ा हुवा डमरीकरण व क्षति ग्रस्त नालियां नहीं दिखाई पड़ रही है तथा यही लोग जनपद में अनेकों सार्वजनिक कार्यक्रम कर कोविड—19 के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे है
इनके विरूद्ध शासन प्रशासन द्वारा कोई भी कार्यवाही न किया जाना सरकार की दोहरी नीति व तानाशाही रवैय्ये को दिखाता है जब कि इसके विपरित भाजपा शासन में जनपद के चुने हुवे प्रतिनिधियों के दबाव में आकर प्रशासन कांग्रेसियों व विपक्षियों के विरूद्ध दमनकारी नीति अपनाकर उनके विरूद्ध मुकदमे दर्ज कर उनकी आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है जो बेहद निंदनीय है। उन्होंने कहा कि सड़को की खस्ता हालत को देखकर उनके द्वारा पूर्व में जिलाधिकारी के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री व शासन प्रशासन को अवगत कराया गया कि जनपद और अल्मोड़ा नगर की सड़कों को दुरूस्त नहीं किया गया तो वे कांग्रेसजनों के साथ चक्का जाम करेंगे। इसी परिपेक्ष्य में उनके द्वारा विगत 23 अगस्त को एनटीडी में सरकार व विभाग को जगाने के लिए
धरने के माध्यम से अपनी बात रखने का प्रयास किया गया जिसमें सरकार द्वारा जारी कोविड—19 के नियमों का पूरी तरीके से पालन किया गया। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों से उनकी बात चलने के दौरान ही उनको व उनके साथियों को बिना वार्तालाप पूरा किये ही राज्य सरकार के इशारे पर जबरन गिरफ्तार किया गया और मनमाने तरीके से उनके उपर कानून की धाराएं लगाई गयी। उन्होंने कहा कि सरकार इस तरह दमनकारी नीति से जनता की आवाज को दबा नहीं सकती है। हम जनता की हर समस्या के समधान के लिए हमेशा आंदोलन करते रहेगे। उन्होंने यह भी कहा कि हमने सरकार और शासन को जनपद की सड़को दुरूस्त करने के लिए 15 दिन का समय दिया है।
यदि 15 दिन के भीतर सड़को के सुधारीकरण का कार्य शुरू नहीं किया जाता है तो हम लोक निर्माण विभाग के कार्यालय में जाकर धरना प्रदर्शन करेंगे। यदि उसके बाद भी कार्य नहीं किया जाता है तो कांग्रेस जन उग्र आंदोलन को बाध्य होगे इसकी पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार और शासन की होगी। उन्होेंने कहा कि इस समय प्रदेश में नेता शाही और अफसर शाही हावी है लाखोंं लोग बेरोजगारी के दौर से गुजर रहे है आम आदमी रोजी रोटी के लिए तरस रहा है। पूरे प्रदेश में अराजकता का माहोल् बना हुवा है आम आदमी की व्यथा सुनने वाला कोई नहीं है भाजपा प्रतिनिधि जनता की भावना के साथ खिलवाड़ कर रहे है। वही प्रदेश सरकार और उसके जनप्रतिनिधि केवल स्वार्थ तक ही सीमित है। प्रदेश में सारी व्यवस्थाएं निक्रिय हो चुकी है। उन्होंने कहा कि जनसरोकार से संबंधित समस्या को उठाना हमारा नैतिक जिम्मेदारी है हम ऐसे मुद्दो को लगातार उठाते रहेंगे।
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