हरिद्वार,( (कुलभूषण) गुरुकुल कांगड़ी का खेल के क्षेत्र में अग्रणीय स्थान है। गुरुकुल ने विभिन्न खिलाड़ी खेल के क्षेत्र में दिए हैं। जिन्होंने देश दुनिया में गुरुकुल व देश का नाम गौरवान्वित किया है। यह उद्गार कुंवर बृजेश सिंह, राज्य मंत्री, लोक निर्माण विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार ने जिला मुख्यालय, रोशनाबाद स्थित वन्दना कटारिया एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम में गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय द्वारा आयोजित ऑल इण्डिया इण्टरजोनल इण्टर यूनिवर्सिटी हॉकी (पुरूष वर्ग) चैपियनशिप का शुभारम्भ करते हुए बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि गुरुकुल कांगड़ी से मेरा आत्मीयता का रिश्ता है। इस अवसर पर उन्होंने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप सभी खेल की भावना से इस प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर अपनी प्रतिभा का बेहतर प्रदर्शन करें जिससे कि देश को इस प्रतियोगिता से नए खिलाड़ी मिले।
इस अवसर पर हरिद्वार महापौर किरण जैसल ने आयोजन के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को शुभकामनाएं देते हुए खिलाड़ियों से आह्वान किया कि वह अपनी प्रतिभा का बेहतर प्रदर्शन कर उमदा खेल का प्रदर्शन करें। उन्होंने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर रहे खिलाड़ियों में से ही आने वाले समय में कुछ युवा खिलाड़ी देश का प्रतिनिधित्व कर देश को गौरवान्वित करने की दिशा में अग्रसर होंगे।
समविश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 हेमलता के0 ने अपने सम्बोधन में कहा कि देशभर से आई टीमें अपना बेहतर प्रदर्शन देने के लिए उत्सुक है। इस आयोजन के माध्यम से देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों से आए खिलाड़ियों को अपना बेहतर प्रदर्शन करने का अवसर उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि हमारे लिए यह गौरव का विषय है कि हॉकी की राष्ट्रीय खिलाड़ी वन्दना कटारिया इसी क्षेत्र से आती है जिन्होंने विश्व पटल पर हॉकी के क्षेत्र में हरिद्वार का नाम गौरवान्वित किया। उन्हीं के नाम पर इस स्टेडियम का नाम रखा गया है। निश्चय ही प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर रहे प्रतिभागी वन्दना कटारिया से प्रेरणा ले अपना बेहतर प्रदर्शन करेंगे।
समविश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो0 सुनील कुमार ने विश्वविद्यालय का परिचय देते हुए ऑल इण्डिया इण्टरजोनल इण्टर यूनिवर्सिटी हॉकी (पुरूष वर्ग) चैपियनशिप में प्रतिभाग कर रही टीम व सभी उपस्थित अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों से प्रतिभाग करने आए। खिलाड़ियों में से ही देश का वन्दना कटारिया जैसी प्रतिभाएं मिलेंगी, जिनको तराशने का काम यह प्रतियोगिताएं कर रही है।
गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय की क्रीड़ा परिषद् के सचिव डा0 अजय मलिक व आयोजन सचिव दुष्यन्त राणा ने बताया कि इस प्रतियोगिता में देशभर के विभिन्न विश्वविद्यालयों से 16 टीमें प्रतिभाग कर रही हैं। आयोजन सह सचिव डा0 शिव कुमार चौहान ने बताया कि प्रतियोगिता के पहले दिन 06 मैच खेले गए जिसमे पहला मैच वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर व बैंगलौर विश्वविद्यालय के बीच खेला गया जिसमें पूर्वांचल विश्वविद्यालय ने 2-0 से जीत दर्ज की, दूसरा मैच एल०पी० विश्वविद्यालय फगवाड़ा व् आर०एन०टी० विश्वविद्यालय के बीच खेला गया जिसमे एल०पी०यू० विश्वविद्यालय ने 3-2 से जीत दर्ज की, तीसरा मैच मेजवान गुरुकुल कांगड़ी व सुरेश विहार विश्वविद्यालय जयपुर के बीच खेला गया जिसमें गुरुकुल ने 6-3 से जीत दर्ज की मैच में गुरुकुल की और से फाहद खान ने 2 गोल किये| चौथा मैच संभलपुर विश्वविद्यालय व एस०आर०एम० विश्वविद्यालय, चैनई के मध्य खेला गया, जिसमे संभलपुर ने 5-2 से जीत दर्ज की| अंतिम मैच बैंगलौर विश्वविद्यालय व महात्मा गांधी काशी विश्वविद्यालय वाराणसी के मध्य खेला गया समाचार लिखे जाने तक मैच जारी था| इस अवसर पर ए०आई०यू० प्रतिनिधि गौरव राय व राष्ट्रीय खेलों में रजत पदक प्राप्त कार्तिक चौधरी (नेट बाल) को खेल के क्षेत्र में योगदान के लिये सम्मानित किया गया|
कार्यक्रम का संचालन डा0 धर्मेन्द्र बालियान ने किया। इस अवसर पर जिला खेल अधिकारी हरिद्वार शबाली गुरुंग, प्रो0 ब्रह्मदेव, प्रो0 डी0एस0 मलिक, डा0 पवन कुमार, डा0 कपिल मिश्रा, डा0 अनुज कुमार, डा0 प्रणवीर सिंह, डा0 गौरवदीप सिंह भीण्डर, नगर निगम पार्षद नागेन्द्र राणा, राजीव जोशी, डा0 पंकज कौशिक, हेमन्त सिंह नेगी, कुलभूषण शर्मा, सुनील कुमार, अश्वनी, चरणजीत सिंह, रक्षित चौहान आदि अन्य उपस्थित रहे|
बदलते मौसम, खानपान एवं दिनचर्या से उत्पन्न हो रही है ब्याधियाँ: प्रो. हेमलता
हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी विवि में सेमिनार में मुख्य अतिथि विवि कुलपति प्रो. हेमलता ने कहा कि बदलते मौसम, खानपान और दिनचर्या से हर रोज नई व्याधियां पैदा हो रही हैं। यह व्याधियां समाज के लिए बड़ी चुनौती साबित हो रही हैं। कुलपति ने कहा कि व्याधियों से बचाव के लिए अपनी दैनिक जीवन शैली को अनुशासन में ढालकर शुद्ध खान-पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। उन्होंने प्रतिभागियों से कहा कि फार्मा क्षेत्र में अनुसन्धान एवं नवाचार के लिए अपार सम्भावनाएं हैं। अत: सभी को अपने विषय के ज्ञान में दक्षता हासिल कर अपने भविष्य को स्वर्णिम बनाना चाहिए।
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