-हिन्दी को राष्ट्रीय बोलचाल की भाषा बनाने के लिए प्रयास करना होगा : नित्यानंद राय
-हिंदी दुनिया की तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है : भजनलाल शर्मा
देहरादून, केंद्रीय गृह मंत्रालय के राजभाषा विभाग द्वारा जयपुर के सीतापुरा स्थित जेईसीसी में उत्तर-1, उत्तर-2, मध्य एवं पश्चिम क्षेत्रों के लिए आयोजित संयुक्त क्षेत्रीय राजभाषा सम्मेलन में ओएनजीसी मुख्यालय के राजभाषा विभाग को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया, ओएनजीसी देहरादून की अध्यक्षता में संचालित नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति कार्यालय-2 को सर्वोत्कृष्ट राजभाषा कार्यान्वयन के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया गया।
इस प्रतिष्ठित सम्मान को मुख्य महाप्रबंधक-प्रधान निगमित प्रशासन नीरज कुमार शर्मा एवं महाप्रबंधक-प्रभारी राजभाषा चंदन सुशील साजन ने जयपुर में 17 फरवरी को आयोजित संयुक्त क्षेत्रीय राजभाषा सम्मेलन में ग्रहण किया। यह पुरस्कार राजस्थान के माननीय मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय, प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा तथा जयपुर की सांसद श्रीमती मंजू शर्मा के कर-कमलों द्वारा प्रदान किया गया।
समारोह में गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग की सचिव सुश्री अंशुली आर्या एवं राजभाषा विभाग की संयुक्त सचिव डॉ. मीनाक्षी जौली के साथ-साथ 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से केंद्र सरकार के कार्यालयों, बैंकों, उपक्रमों के वरिष्ठ अधिकारीगण सम्मिलित हुए।
इह मौके पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि हिंदी दुनिया की तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है । यह सिर्फ एक भाषा नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति और सोच का हिस्सा है। उन्होंने बताया, हम सभी का कर्तव्य है कि हम हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए हर संभव प्रयास करें, क्योंकि यह केवल एक संवैधानिक निर्देश ही नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय आवश्यकता भी है।
इस अवसर पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि राजभाषा हिंदी देश की एकता की सूत्रधार है। हिन्दी को राष्ट्रीय बोलचाल की भाषा बनाने के लिए प्रयास करना होगा। उन्होंने बताया कि यदि हम भाषा को उसके सीमित रूप में देखें तो यह केवल संप्रेषण का माध्यम मात्र है, लेकिन यदि राष्ट्र के संदर्भ में देखा जाए तो भाषा और संस्कृति किसी भी राष्ट्र की आत्मा होती है जिसमें देशवासी संवाद करते हैं।
राजभाषा हिंदी के प्रचार-प्रसार और सरकारी कार्यों में अधिकाधिक उपयोग को बढ़ावा देने के लिए आयोजित इस सम्मेलन में ओएनजीसी मुख्यालय देहरादून को प्राप्त यह सम्मान न केवल संस्थान बल्कि पूरे हिंदी प्रेमियों के लिए गर्व की बात है । गृह मंत्रालय द्वारा पहली बार यह पुरस्कार ओएनजीसी को प्रदान किया गया है।
ओएनजीसी मुख्यालय के मुख्य महाप्रबंधक-प्रधान निगमित प्रशासन नीरज कुमार शर्मा ने इस अवसर पर कहा कि हिंदी के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए संस्थान द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं और भविष्य में भी हिंदी भाषा को सशक्त बनाने हेतु प्रतिबद्धता बनी रहेगी। महाप्रबंधक-प्रभारी राजभाषा श्री चंदन सुशील साजन ने इस उपलब्धि को पूरे ओएनजीसी परिवार के सहयोग और समर्पण का परिणाम बताया और हिंदी के प्रचार-प्रसार हेतु संस्थान की प्रतिबद्धता को दोहराया ।
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