Thursday, January 9, 2025
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लोकगायक चंद्र सिंह राही की 9वीं पुण्य तिथि पर होगा संगीत कार्यक्रम

“राही सिर्फ एक गायक ही नहीं थे, बल्कि एक सांस्कृतिक प्रतीक थे”

देहरादून, इस दिन हम प्रसिद्ध उत्तराखंड लोक गायक चंद्र सिंह राही की 9वीं पुण्य तिथि के अवसर पर उनके जीवन और विरासत को गंभीरता से याद करते हैं और उनका सम्मान करते हैं। उत्तराखंड़ की समृद्ध संगीत परंपरा में एक महान व्यक्तित्व, चंद्र सिंह राही की भावपूर्ण प्रस्तुतियां क्षेत्र और उससे बाहर के लोगों के बीच गहरी भावनाओं को प्रेरित और जागृत करती रही हैं। चन्द्र सिंह राही, जो अपनी दमदार आवाज और पहाड़ों के लोकाचार को व्यक्त करने की क्षमता के लिए जाने जाते हैं, राही सिर्फ एक गायक ही नहीं थे, बल्कि एक सांस्कृतिक प्रतीक थे, जिन्होंने पारंपरिक लोक को समकालीन अभिव्यक्तियों के साथ खूबसूरती से जन मानस तक पंहुचाया I पहाड़ों, प्रकृति और आम आदमी के संघर्षों के प्रति प्रेम से भरे उनके गीत आज भी लाखों लोगों के दिलों में गूंजते हैं।
उत्तराखंड़ के लोक संगीत के संरक्षण और संवर्धन में राही का योगदान अतुलनीय है। उनके गाने जैसे “चैता की चैत्वाली ,” “फ्वां बागा रे ,” और “हिलम चंडी को बटना” सदाबहार क्लासिक्स बने हुए हैं। उनकी कला ने उत्तराखंड़ के सांस्कृतिक गौरव को पुनर्जीवित करने, गायकों और संगीतकारों की पीढ़ियों को क्षेत्र की समृद्ध संगीत विरासत को संरक्षित करने के लिए प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस दिन, राज्य के कोने-कोने से और बाहर से लोग महान गायक को श्रद्धांजलि देते हैं। इंडिया हेबिटेट सेंटर लोधी रोड दिल्ली पर एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया है, जहां संगीत प्रेमी, कलाकार उनके गीतों को लेकर एक साथ आएंगे। इस कार्यक्रम में उनके सबसे पसंदीदा गीतों की प्रस्तुति होगी और एक स्मृति समारोह होगा जिसमें उत्तराखंड़ के लोक संगीत परिदृश्य में उनके अपार योगदान पर प्रकाश डाला जाएगा।
उत्तराखंड़ के लोग चंद्र सिंह राही की विरासत का सम्मान करते हैं, कई लोग क्षेत्र की परंपराओं को आगे बढ़ाने के लिए उनके जीवन और कार्यों से प्रेरणा लेते हैं।
आज जब हम चंद्र सिंह राही को याद कर रहे हैं, तो हम उत्तराखंड़ के सांस्कृतिक परिदृश्य और लोक संगीत की दुनिया में उनके बेजोड़ योगदान के लिए अपना आभार व्यक्त करते हैं। उनके दिल छू लेने वाले गीत पहाड़ों में हमेशा गूंजते रहेंगे और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे।

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