देहरादून, उत्तराखंड़ की सांस्कृतिक विरासत को अक्षुण बनाने के उद्देश्य को लेकर कौंथिग घुघुती उत्सव मनाने की तैयारी शुरू हो गयी, स्थानीय उज्जवल रेस्टोरेंट में बलदेव चंद्र भट्ट की अध्यक्षता में कार्यक्रम के संदर्भ में एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में कार्यक्रम की रूपरेखा तय करने के लिए उपस्थित सभी सदस्यों ने अपने विचार रखे। सभी सदस्यों ने मिलकर तय किया की आगामी उत्तरायणी पर्व के उपलक्ष्य में देहरादून में उत्तराखंड के प्रसिद्ध और सांस्कृतिक लोक त्योहार कौथिग घुघती उत्सव का आयोजन किया जाएगा।
इस उत्सव का उद्देश्य उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति से सभी को रूबरू कराना होगा। इस मेले यानी कौथिग में कुछ सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति भी रखी जायेगी। इस कार्यक्रम में कुमाऊनी गढ़वाल और जौनसार की संस्कृति को भी दर्शाया जाएगा, बैठक में कार्यकारिणी का गठन भी किया गया, जिसमें अध्यक्ष शर्मिष्ठा कफलिया, कोषाध्यक्ष दिनेश चंद, महासचिव बलदेव भट्ट, सचिव नीता कांडपाल, सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रभारी पूनम सती, गिरीश बरगली, गणेश कांडपाल एवं संरक्षक अनिल गोयल डॉ. सुनीता चुफाल रतूड़ी, डॉ. आनंद मोहन रतूड़ी, अनुसूचित जनजाति आयोग की अध्यक्ष लीलावती राणा को सर्वसम्मति से चुना गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे बलदेव चंद्र भट्ट ने पदाधिकारी एवं समस्त सदस्यों से प्रथम वर्ष आयोजित हो रहे कौथिग घुघुती उत्सव में सभी लोगों को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने और अपनी संस्कृति को बचाने के लिए पहाड़ की रीति रिवाज पहाड़ का पहनावा पहाड़ का खानपान पहाड़ के त्यौहार सभी चीजों को मेले में दर्शाने/ शामिल करने की अपील की।
इस मौके पर शहर के प्रतिष्ठित कारोबारी क्वालिटी हार्डवेयर के मालिक अनिल गोयल, चंचल स्वीट्स के स्वामी दिनेश चंद, न्यू एरा डेवलपर कंपनी के मालिक हरीश सामंत ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए हर संभव मदद देने की घोषणा की, जबकि मार्शल स्कूल के ओनर रत्नेश जुयाल ने फोन पर आश्वासन दिया की मेले को सफल बनाने के लिए उनकी ओर से पूरी मदद की जाएगी
बैठक में अनिल गोयल, दिनेश चंद, डॉ. सुनीता चुफाल रतूड़ी, लीलावती राणा, पूनम सती, कुसुम पिल्खवाल,अनुपमा बिष्ट नीता कांडपाल, पुष्पा भाकुनी, सरस्वती जोशी, शर्मिष्ठा कफलिया, राजेंद्र वल्दिया, हरीश सामंत, बलदेव चंद्र भट्ट डा. सुभाष जोशी आदि उपस्थित रहे।
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