“यूसर्क ने किया चतुर्थ महिला वैज्ञानिक कॉन्कलेव का आयोजन”
देहरादून, उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र द्वारा आईआरडीटी सभागार में गुरुवार को चतुर्थ महिला वैज्ञानिक कॉनक्लेव-का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ यूसर्क की निदेशक प्रो. (डा.) अनीता रावत ने युवा महिला वैज्ञानिक कॉन्कलेव के आयोजन सम्बन्धी भूमिका के बारे में विस्तार से बताते हुये कहा कि सतत् विकास लक्ष्य 2030 की अवधारणा को महिलाओं की भागीदारी एवं योगदान के बिना धरातल पर उतारना सम्भव नहीं है। इस सोच के तहत् यूसर्क द्वारा विज्ञान शिक्षा के प्रसार के कार्य के साथ ही उत्तराखण्ड के सम्पूर्ण जनपदों में महिला वैज्ञानिकों, विद्यार्थियों, अध्यापकों के प्रोत्साहन हेतु विभिन्न वैज्ञानिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। यूसर्क द्वारा शोध से सेवा को दृष्टिगत रखते हुये वैज्ञानिक अभिरूचि विकसित करने की दिशा में युवा महिला वैज्ञानिकों को “Young Women Scientist Excellence ,oa Young Women Scientist Achievement Award” से सम्मानित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में महिलायें विज्ञान शिक्षा एवं सामाजिक क्षेत्र में विभिन्न उपलब्धियां प्राप्त कर रही हैं जो कि आने वाले भविष्य के लिये एक अच्छा संकेत है। इसके साथ ही यूसर्क द्वारा प्रौद्योगिकी आधारित विज्ञान शिक्षा, प्रयोगशालाओं के सुदृढी़करण, शोध एवं अनुसंधान के साथ ही पर्यावरण संरक्षण एवं सामाजिक पहुँच के अन्तर्गत छात्र केन्द्रित अनेक योजनायें संचालित की जा रही है। यूसर्क द्वारा छात्रों में विज्ञान के प्रति अभिरूचि एवं समझ विकसित करने व प्रयोगिक पक्ष को मजबूत करने हेतु प्रदेश भर में 82 STEM प्रयोगशालाओं की स्थापना, 200 विज्ञान चेतना केन्द्रों की स्थापना की गई है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तराखण्ड़ के महामहिम राज्यपाल ले. जनरल (सेनि) गुरूमीत सिंह ने अपने सम्बोधन में यूसर्क द्वारा प्रदेश भर में विज्ञान शिक्षा एवं नवाचार हेतु किये जा रहे कार्यों की सराहना करते हुये कहा कि भारतीय संस्कृति के विज्ञान तथा आधुनिक विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के समन्वय से भारत आत्मनिर्भर बनने के साथ ही वर्ष 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य प्राप्त करेगा। उन्होंने कार्यक्रम में सम्मानित होने वाली महिलाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारी मातृशक्ति हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं तथा उत्तराखण्ड के विभिन्न क्षेत्रों किये जा रहे विज्ञान शिक्षा, चिकित्सा, सामाजिक विज्ञान, कृषि एवं सम्बद्ध विज्ञान में उत्कृष्ट कार्य संबंधी कार्यों से प्रदेश को अग्रणी बनाने में निश्चित रूप से सफलता मिलेगी। इस कॉन्क्लेव में महिला वैज्ञानिकों को सम्मानित करने का यूसर्क द्वारा सराहनीय कार्य किया जा रहा है। उन्होंने राज्य में यूसर्क की शोध, नवाचार, पर्यावरण संरक्षण एवं शिक्षा सहित वैज्ञानिक गतिविधियों की प्रशंसा करते हुए युवाओं को इन कार्यक्रमों से लाभान्वित होने का आह्वान किया। महामहिम राज्यपाल महोदय द्वारा कार्यक्रम में यूसर्क द्वारा स्थापित उद्यमिता विकास केन्द्रों की विभिन्न प्रदर्शनियों का अवलोकन किया गया।
कान्क्लेव में मुख्य अतिथि द्वारा 13 युवा महिला वैज्ञानिकों को सम्मानित किया, इसके साथ ही मुख्य अतिथि द्वारा यूसर्क विज्ञान चेतना केन्द्र विद्यालयों से चयन की गई 03 छात्राओं यथा- पीएम श्री राबाइका, ज्वालापुर हरिद्वार की कु. श्रेया रौतेला; जनता इण्टर कॉलेज, संगलाकोटी, पौड़ी गढ़वाल की कु. निहारिका नेगी एवं राइका मदन नेगी, टिहरी गढ़वाल की कु. दृष्टि चौहान को उनके नवाचारी कार्यों को देखते हुये उन्हें ‘विज्ञान चेतना छात्रा सम्मान’ प्रदान किया गया।
कार्यक्रम में 13 महिलाओं को दो श्रेणियों में चतुर्थ यंग वूमेन साइंटिस्ट एक्सलेंस अवॉर्ड एवं यंग वूमेन साइंटिस्ट अचीवमेंट अवार्ड 2024 से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा यूसर्क द्वारा प्रकाशित ‘Shifting Ecosystems: Plant Diversity and Habitat Changes in the Himalayas’ पुस्तक का विमोचन किया गया।
कार्यक्रम के अति विशिष्ट अतिथि प्रो. ओंकार सिंह, कुलपति, वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखण्ड प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने कहा कि विज्ञान, शिक्षा के साथ-साथ अनुसंधान सम्बन्धी कार्यों में विभिन्न तकनीकियों का प्रयोग आवश्यक हो गया है। अति विशिष्ट अतिथि डा. मनमोहन सिंह चौहान, कुलपति, जीबी पंत, कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर ने कहा कि प्रदेश और देश की महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि यूसर्क द्वारा विभिन्न वैज्ञानिक गतिविधियों के माध्यम से महिलाओं को प्रोत्साहित करने में निरन्तर सराहनीय कार्य कर रहा है। कार्यक्रम के तकनीकी सत्रों में देव भूमि उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय तथा उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. जेएमएस राणा ने सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन डा. ओमप्रकाश नौटियाल ने किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से यूसर्क से डा. मन्ज सुन्दरियाल, डा. भवतोष शर्मा, डा. राजेन्द्र सिंह राणा, शिवानी पोखरियाल, ई. ओम जोशी, रमेश रावत, ई. उमेशचन्द्र, ई. राजदीप जंग, हरीश ममगांई, राजीव मोहन बहुगुणा, विशेष अतिथियों के रूप में विश्वविद्यालयों के कुलपति, निदेशक, वैज्ञानिकों सहित विभिन्न विद्यालयों के 350 से अधिक प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
यंग वूमेन साइंटिस्ट एक्सलेंस आवॉर्ड :
1. डॉ. प्रतीक्षा जोशी, गोविन्द बल्लभ पंत राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान, कोसी कटारमल, अल्मोड़ा
2. कु. तनुजा आर्या, डीएसबी कैम्पस, कुमाऊँ विश्वविद्यालय, नैनीताल
3. कु. बहार अंजुम, गोविन्द बल्लभ पंत, कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर
4. डॉ. दीप्ति रावत, अटल उत्कृष्ट विद्यालय राइका सोमेश्वर, अल्मोड़ा
यंग वूमेन साइंटिस्ट अचीवमेंट अवार्ड :
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1. डा.मीनाक्षी राणा, उत्तराखण्ड़ मुक्त विश्वविद्यालय, हल्द्वानी
2. डा. अर्चना ध्यानी, एसजीआरआर विश्व विद्यालय, देहरादून
3. डा. बीनु सिंह, गोविन्द बल्लभ पंत, कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर
4. डा. निर्जरा संघवी, देवभूमि विश्वविद्यालय, देहरादून
5. डा. मनु पंत, ग्राफिक ऐरा डीम्ड विश्वविद्यालय, देहरादून
6. डा. श्रद्धा बिष्ट, शिवालिक कॉलेज ऑफ फॉर्मेसी, देहरादून
7. डा. नीतू पाण्डेय, सरदार भगवान सिंह, विश्वविद्यालय, देहरादून
8. डा. दिव्या सिंह, गोविन्द बल्लभ पंत, कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, पंतनगर
9. डा. पवनिका चन्दोला, भक्त दर्शन राजकीय महाविद्यालय, जयहरीखाल
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