हरिद्वार कुलभूषण)
आज एस एम जे एन पी जी कॉलेज में आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ तथा राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा 75 वें संविधान दिवस को हर्षौल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर अधिष्ठाता छात्र कल्याण तथा आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ संजय माहेश्वरी ने संविधान दिवस की बधाई देते हुए कहा कि भारतीय संविधान पूरे विश्व में विशिष्ट संविधान है जिसमें सभी वर्गों एवं धर्म के विकास तथा उत्थान की बात कही गई है। उन्होंने कहा कि हमारे संविधान की मजबूती हमारे देश की नींव है तथा संविधान के मूल्यों ने सदैव एक मार्गदर्शक की भूमिका निभाई है। डॉ माहेश्वरी ने आवाहन किया कि आज संविधान दिवस के अवसर पर संविधान में निहित समता, एकता, बंधुत्व व अखंडता के मूल्यों की रक्षा का संकल्प अवश्य लें। इस अवसर पर मुख्य वक्ता एवं राजनीति विज्ञान के विभाग अध्यक्ष प्रो विनय थपलियाल ने अनुच्छेद 21 के संबंध में संवैधानिक प्रावधानों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया से ही किसी व्यक्ति को जीवन और दैहिक स्वतंत्रता के अधिकार से वंचित किया जा सकता है अन्यथा नहीं। उन्होंने कहा की विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया जो कि जापान और ब्रिटेन में प्रचलित है से हटकर मेनका गांधी वाद में माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने अनुच्छेद 21 को विधि की सम्यक प्रक्रिया पर आधारित किया है। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 21 को व्यक्ति के अधिकारों का आधारभूत स्तंभ बताया और कहा कि इस अनुच्छेद में वह शक्ति है कि वह विभिन्न अधिकारों जैसे वैयक्तिकता का अधिकार, प्रदूषण से मुक्ति का अधिकार, गरिमा पूर्ण जीवन का अधिकार इत्यादि प्राप्त कर सकता है। इस कार्यक्रम में ओमिशा, भावेश पंवार, आदित्य नौटियाल, कंचन कोटवाल, अंतरिक्ष आदि विद्यार्थियों तथा प्रशिक्षु अर्शिका ने अपने विचार रखें। प्रशिक्षु गौरव बंसल ने देश तथा संविधान पर एक कविता प्रस्तुत की। इस अवसर पर डॉ मनमोहन गुप्ता, डॉ प्रदीप त्यागी, डॉ शिवकुमार चौहान, डॉ मनोज कुमार सोही, डॉ विनीता चौहान, दिव्यांश शर्मा, वैभव बत्रा, डॉ लता शर्मा, डॉ पूर्णिमा सुंदरियाल, डॉ पुनीता शर्मा, रुचिता सक्सेना आदि अनेक शिक्षक और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
26 /11 के शहीदों को दी भावभीनी श्रद्धांजलि
हरिद्वार कुलभूषण) एस एम जे एन पीजी कॉलेज हरिद्वार में आज 26/ 11 के मुंबई आतंकी घटना को याद करते हुए शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना सभा आयोजित की गई।
इस अवसर पर बोलते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर डॉक्टर सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि मुंबई हमला पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित क्रॉस बॉर्डर टेररिज्म का एक निंदनीय कृत्य था। इसके आगे भारतीय युवाओं का साहस कभी घुटने नहीं टेक सकता। उन्होंने इस अवसर पर हुतात्मा सुरक्षा बलों और आम नागरिकों को श्रद्धांजलि प्रेषित की और कहा कि जब तक पाकिस्तान ऐसी घटिया और कायरता पूर्ण कार्रवाई जारी रखेगा तब तक भारत और पाकिस्तान के बीच में कभी सामान्य संबंध नहीं हो सकते । इस अवसर पर उन्होंने भारत सरकार के आतंकवाद विरोधी कदम की भी सराहना की और कहा कि यह सरकार पूर्णतया आतंकवाद पर निरोधात्मक कार्रवाई करने में सक्षम है। इस अवसर पर उन्होंने एक बार फिर बालाकोट स्ट्राइक जैसी घटना का जिक्र भी किया।
इस अवसर पर बोलते हुए अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉक्टर संजय कुमार माहेश्वरी ने अपने संबोधन में कहा कि जहां भारत जैसा देश विधि के शासन और संविधान से रक्षित होता है वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान जैसा देश आतंकवाद और हिंसा से संचालित होता है उन्होंने इस अवसर पर शहीद हेमंत करकरे, तुकाराम अबोले बोले जैसे वीरों को भी याद किया।
समाजशास्त्र विभाग के विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर जे सी आर्य ने भी मुंबई हमले के शिकार लोगों को श्रद्धांजलि दी और सरकार से यह आग्रह किया कि आतंकवाद के विरूद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाये।
इस अवसर पर बोलते हुए राजनीति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष विनय थपलियाल ने कहा कि यह पुण्य आत्मा को सच्ची श्रद्धांजलि होगी जब तहव्वुर राणा और डेविड हेडली जैसे अपराधियों को संयुक्त राज्य अमेरिका की सरकार भारत प्रत्यर्पित करेगी।
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