Sunday, November 17, 2024
HomeStatesUttarakhandदिवंगत विधायक शैला रानी को याद करते हुये मंच से भावुक हुई...

दिवंगत विधायक शैला रानी को याद करते हुये मंच से भावुक हुई भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल, मुख्यमंत्री भी हुए भावुक

(देवेंन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- केदारनाथ विधान सभा उप चुनाव की तिथि जैसे जैसे नजदीक आ रही है वैसे वैसे दिग्गज नेताओं की चुनावी सभा और रैलियों का दौर चरम पर है। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी लगातार भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल के समर्थन में रुद्रप्रयाग पहुंच रहे हैं। चोपता में मुख्यमंत्री की उपस्थिति में हुई जनसभा में भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल दिवंगत विधायक शैला रानी का जिक्र करते हुये भावुक हो गयी, मंच पर उपस्थित मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी भी इस दौरान भावुक होते दिखे।
आज शनिवार को केदारनाथ विधान सभा के चोपता व भणज में मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जन सभा को संबोधित किया, इस दौरान उन्होनें विपक्षियों द्वारा फैलाये जा रहे क्षूठ की जमकर आलोचना की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सुनने के लिए दूर- दराज से लोग पहुंचे।
इससे पहले उन्होने केदारघाटी के सुप्रसिद्ध मंदिर त्रियुगीनारायण में दर्शन कर आशीर्वाद भी लिया।
तल्ला नागपुर के चोपता में आयोजित जनसभा में तब माहौल गमगीन हो गया जब अपने सरल स्वभाव और सादगी के लिए जनता के बीच लोकप्रिय भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल मंच से दिवंगत विधायक स्व. शैलारानी रावत को याद करते हुए अपने भाषण के दौरान भावुक हो गई। उन्होंने कहा कि स्व. शैलारानी रावत जी ने जिस प्रकार से केदारनाथ विधानसभा की सेवा की है उसी भाव को सशक्त करते हुए केदारनाथ की बेटी आशा नौटियाल भी समर्पित हो कर कार्य करेंगी। हमारी डबल इंजन सरकार ने पहले भी इस क्षेत्र में विकास को प्राथमिकता देते हुए विभिन्न विकास कार्य सम्पादित किए हैं और भविष्य में भी हम पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ केदारनाथ के विकास के लिए समर्पित रहेंगे। उन्होने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि सनातन धर्म पर हमेशा सवाल खड़ी करने वाली कांग्रेस अब रंग बदल कर जनता को भ्रमित कर रही है। पहले इन्होंने देश के मंदिरों पर राजनीति की और अब श्री केदारनाथ धाम पर राजनीत कर रहे हैं। केदारनाथ मंदिर यहां वहां ले जाने की बात कह रहे हैं और यात्रा को प्रभावित करने की बात कर रहे हैं। लेकिन बाबा केदारनाथ को उनके धाम से कोई कहीं नहीं ले जा सकता। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार में ही मंदिरों को उनकी असली पहचान मिली है। श्री केदारनाथ धाम के बाद अब कार्तिक स्वामी मंदिर को स्थानीय लोगों की आर्थिकी से जोड़ने के लिए हमारी सरकार प्रयास कर रही है। आशा नौटियाल ने जनता को कांग्रेस की झूठी बातों और वादों को दरकिनार कर विकास के लिए वोट डालने की अपील की। आशा नौटियाल को भावुक होता देख मुख्यमंत्री भी खुद को रोक न सके और उनकी आँखें भी नम हो गई।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments