हरिद्वार (कुलभूषण शर्मा ) इन्डियन एकेडमी आफ एनवायरमेंटल साइंसेज हरिद्वार एवं जूलॉजिकल सोसाइटी ऑफ़ इंडिया बोधगया के संयुक्त तत्वाधान में राजकीय परास्नातक महाविद्यालय नई टिहरी के द्वारा अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का 21 से 23 अक्टूबर तक आयोजन किया जा रहा है इस समारोह के मुख्य अतिथि विधायक किशोर उपाध्याय रहे इस अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का मुख्य विषय “उत्तराखंड में जलीय जैव विविधता व जलीय स्रोतों का संरक्षण” रहा इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए विधायक किशोर उपाध्याय ने गंगा बचाओ आंदोलन विभिन्न जल स्रोत व उनके बचाव के ऊपर चर्चा की। इंडियन एकेडमी ऑफ़ एनवायरमेंटल साइंसेज हरिद्वार के संस्थापक प्रोफेसर बी डी जोशी ने संस्कृत के एक सुंदर श्लोक से अपने व्याख्यान को शुरू किया अनो भद्रा कृतवो यंत्र विश्वत से शुरुआत की और आदिकाल के आयोजन जैसे शास्त्रार्थ और सनातन वैदिक परंपरा के मत्स्य अवतार व विभिन्न जल स्रोतों के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला. जूलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया बोधगया के संस्थापक प्रोफेसर बी एन पांडे ने वैदिक काल से चली आ रही मछली पालन जलीय स्रोत व इनके संरक्षण के प्रचलन को बताया एवं युवाओं को इस दिशा में कार्य करने के लिए आह्वान किया इस अवसर पर इंडियन अकैडमी आफ एनवायरमेंटल साइंसेज हरिद्वार के द्वारा देश के 15 प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों व प्रोफेसर को उनके क्षेत्र में उनके द्वारा दिए गये उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित भी किया गया इसमें स्वामी राम प्रकाश चैरिटेबल हॉस्पिटल हरिद्वार के निदेशक डॉ संजय शाह को उनके मानव कल्याण व पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट कार्यो के लिए इंडियन अकैडमी आफ एनवायरमेंटल साइंस के ऑनरेरी फैलोशिप से सम्मानित किया गया इस अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में देश-विदेश के विभिन्न 150 से भी ज्यादा वैज्ञानिक व प्रोफेसर प्रतिभाग कर रहे हैं ।
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