Friday, September 20, 2024
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संस्कृत भाषा के उत्थान के लिये जन सहभागिता जरूरी-दीपक कुमार

“सचिव संस्कृत शिक्षा ने जनपद के संस्कृत विद्यालयों का निरीक्षण कर ब्यवस्थाओं का जायजा लिया इस दौरान उन्होने प्रदेश में वैदिक मंत्रों पर शोध को बडावा देने की बात कही”।

रुद्रप्रयाग- संस्कृत शिक्षा सचिव दीपक कुमार जनपद भ्रमण पर पहुँचे इस दौरान उन्होने जनपद के संस्कृत विद्यालयों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस अवसर पर उन्होंने शिक्षक एवं छात्रों से विद्यालयों की बेहतरी के लिए सुझाव भी मांगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वैदिक मंत्रों पर शोध को बढ़ावा दिया जाएगा।
संस्कृत शिक्षा सचिव ने कहा कि संस्कृत भाषा के वैदिक मंत्रों पर आज दुनियाभर में शोध हो रहे हैं, जो मानव जीवानुपयोगी सिद्ध हो रहे हैं। देवभूमि उत्तराखंड में भी इसे बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके अलावा संस्कृत विद्यालय में पढ़ रहे छात्रों को भी आधुनिक तकनीक एवं शिक्षा प्रदान की जा रही है। बालिकाओं का भी संस्कृत शिक्षा ग्रहण करना गौरव का विषय है। विभाग सतत रूप से संस्कृत की ग्रह्यता पर काम कर रहा है। प्रारंभिक शिक्षा से ही संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने पर भी कार्य किया जा रहा है। जनपद रूद्रप्रयाग पहुंचने पर सचिव संस्कृत शिक्षा का फूल मालाओं से स्वागत किया गया।
इस अवसर पर सहायक निदेशक संस्कृत शिक्षा मनसाराम मैदुली, प्राचार्य शशि भूषण वमोला, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी विनोद, आचार्य जयप्रकाश गौड़, सुखदेव सिलोड़ी, प्रवीण सती, देवी प्रसाद नौटियाल, कुलदीप डिमरी, सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।

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