देहरादून, एसटीएफ और चम्पावत वन प्रभाग की संयुक्त टीम ने चंपावत जिले की देवीधुरा रेंज से एक वन्य जीव तस्कर को लेपर्ड की दो खाल के साथ गिरफ्तार किया है। एसटीएफ व वन प्रभाग की टीमें आरोपी से विस्तृत पूछताछ कर रही है। एसटीएफ को तस्करी में अन्य कई और लोगों के भी शामिल होने की आशंका है। उत्तराखण्ड एसटीएफ की वन्य जीव तस्करों के खिलाफ एक सप्ताह के भीतर यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है। एक सप्ताह पूर्व भी एसटीएफ ने 3 वन्य जीव तस्करों को गिरप्तार कर उनके कब्जे से 02 हाथी दांत बरामद किए थे।
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि प्रभारी निरीक्षक एमपी सिंह के नेतृत्व में एसटीएफ तथा चम्पावत वन प्रभाग की संयुक्त टीम द्वारा एक ज्वांइट ऑपरेशन में कल शाम कनवाड बैंड देवीधुरा वन रेंज क्षेत्र से वन्यजीव तस्कर आनंद गिरि पुत्र महेश गिरी निवासी सूनकोट सेलाखेत थाना मुक्तेश्वर जनपद नैनीताल को लेपर्ड की 02 खाल के साथ गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार तस्कर लम्बे समय से वन्यजीव अंगों की तस्करी में लिप्त था। एसटीएफ की इस कार्यवाही में मुख्य आरक्षी गोविन्द बिष्ट की विशेष भूमिका रही।
एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि वन्यजीव तस्करों का लम्बे समय से चम्पावत क्षेत्र से वन्यजीव अंगों की तस्करी करने का इनपुट एसटीएफ के पास आया था, जिस पर एसटीएफ की उक टीम को गोपनीय रुप से इस पर कार्यवाही करने हेतु लगाया गया था। कल जब ये तस्कर खालों को किसी बाहर की पार्टी को बेचने के लिए निकला तो टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गये तस्कर के विरुद्ध देवीधुरा फॉरेस्ट रेंज में वन्यजीव अधि० (वाइल्ड लाइफ एक्ट) के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया गया है।
प्रभागीय वनाधिकारी रमेश चन्द्र काण्डपाल ने बताया कि अभी प्रारम्भिक पूछताछ में इसके और भी साथियों की भूमिका सामने आयी है जिस पर आगे कार्यवाही की जायेगी। खालें 2-3 वर्ष पुरानी लग रही हैं।
गिरफ्तार करने वाली टीम :
उत्तराखण्ड एसटीएफ के SI बृजभूषण गुरुरानी, ASI प्रकाश भगत, मुख्य आरक्षी गोविंद सिंह बिष्ट, मुख्य आरक्षी दुर्गा सिंह, आरक्षी दीपक भट्ट और देवीधुरा वन प्रभाग के कैलाश चंद्र गुणवंत, वन क्षेत्राधिकारी देवीधूरा, किशोरी लाल वन बीट अधिकारी, गोविंद साहू-वन बीट अधिकारी, रेनू बिष्ट-वन बीट अधिकारी, यामिनी पुनेठा-वन बीट अधिकारी रहे।
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