-संस्थान के 12 छात्र-छात्राओं ने जेईई एडवांस में बाजी मारी
-सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल के 2 छात्र रहे सफल
देहरादून, एक के बाद एक प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता का परचम लहरा रहे बलूनी क्लासेस के छात्र-छात्राओं ने रविवार को एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया । संस्थान के 12 छात्र-छात्राओं ने ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम (जेईई) एडवांस-2024 में सफलता हासिल कर कामयाबी की नई ईबारत लिखी। सोशल बलूनी के दो छात्रों ने 12वीं इस वर्ष संस्थान जेईई मेन्स में से कुल 125 तथा देहरादून शाखा से 45 छात्र-छात्राओं का चयन हुआ था।
सफल छात्र-छात्राओं में अभिनव नौटियाल (रैंक 99 पीएच), लक्ष्य पंत (रैंक 1794), अभिषेक कुमार (रैंक 2372), मुदित कुमार (रैंक 2919), शिवम कुमार (रैंक 2989), रोहन कुंतल (रैंक 3270), पूजा शर्मा (रैंक 10732), अभिनव चौधरी (रैंक 13956), रूद्रा जैन (रैंक 15111) ने इस प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता हासिल की। इस वर्ष भी सर्वाधिक संख्या में सफल छात्र-छात्राएँ देकर बलूनी क्लासेस ने अपनी नम्बर वन कोचिंग संस्थान के स्थान को और मजबूत किया है।
बेहतर परिणाम पर हर्ष जताते हुए संस्थान के प्रबंध निदेशक श्री विपिन बलूनी ने कहा कि छात्रा-छात्राओं की मेहनत, अनुभवी व योग्य शिक्षकों के मागदर्शन और अपडेटेड पाठ्य सामग्री के चलते संस्थान लगातार सफलता के शिखर पर बना हुआ है । उन्होंने कहा कि बलूनी क्लासेस उत्तर भारत में हिन्दी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में कोचिंग उपलब्ध कराने वाले सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में शामिल है ।
प्रबंध निदेशक विपिन बलूनी ने बताया कि नये सत्र 2024-25 के लिए मेडिकल एवं इंजीनियरिंग की तैयारी में जुटे छात्र-छात्राओं के लिए नये बैच 11 जून 2024 से प्रारंभ होने जा रहे हैं ।
ज्ञात हो कि बलूनी वेलफेयर एवं एजुकेशनल सोसाइटी, देहरादून अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन करते हुए ‘‘सुपर-50’’ नामक बैच का गठन करती है, जिसमें पूरे प्रदेश से लिखित परीक्षा के आधार पर पचास छात्र-छात्राओं का चयन किया जाता है । इनमें 50 छात्र मेडिकल संकाय के होते हैं । सुपर-50 में चयनित सभी छात्र एवं छात्राओं को मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं हेतु पूरे एक वर्ष की तैयारी एवं अध्ययन सामग्री पूर्णतः निःशुल्क प्रदान की जाती है ।
इस वर्ष सुपर-50 के आवेदन संस्थान की वेबसाइट www.balunigroup.org पर लॉगिन कर ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं, साथ ही बलूनी क्लासेस से ऑफलाइन आवेदन फॉर्म प्राप्त कर सकते हैं। पंजीकरण की अंतिम तिथि 15 जुलाई 2024 है ।
दिव्यांगता को पीछे छोड़ लिखी सफलता की गाथा : दून निवासी अभिनव नौटियाल ने जेईई एडवांस्ड में पाई सफलता
देहरादून, खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से पहले, खुदा बंदे से पूछे बता तेरी रजा क्या है। अल्लामा इकबाल की इन पंक्तियों के सशक्त प्रमाण हैं दून निवासी अभिनव नौटियाल। जिन्होंने दिव्यांगता को पीछे छोड़ सफलता की गाथा लिखी है। उन्होंने संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) एडवांस्ड में 99 रैंक (पीडब्ल्यूडी) हासिल की है।
मूलरूप से बाबा केदार की धरती रुद्रप्रयाग के चंद्रापुरी निवासी अभिनव शारीरिक रूप से दिव्यांग हैं, लेकिन तमाम चुनौतियों के बावजूद अभिनव ने दृढ़ इच्छा शक्ति और संकल्प के साथ प्रमुख भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान में अध्ययन करने के अपने सपने को साकार किया है। अभिनव के पिता संजय नौटियाल गांव में दुकान चलाते हैं, जबकि मां सीमा नौटियाल गृहणी हैं। उन्होंने बताया कि बहुत से इंजीनियर के बारे में इंटरनेट में देखा और पढ़ा था। गणित विषय में रुचि होने के साथ छोटी उम्र से ही इंजीनियर बनने का सपना देखा था। परिवार ने भी पूरा साथ दिया। उन्होंने बताया कि रुद्रप्रयाग के ही एक विद्यालय से 12वीं की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने दून के बलूनी क्लासेस से संयुक्त प्रवेश परीक्षा की तैयारी की। वहीं, दून के सहस्त्रधारा रोड के वाणी विहार में रहने वाले अभिनव के दादा मायाराम नौटियाल ने कहा कि अभिनव शुरुआत से ही मेधावी छात्र रहा है। 12 की बोर्ड परीक्षा में भी अभिनव ने 94 प्रतिशत अंक हासिल किए थे। ऐसे में एक बार फिर देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक को पास कर पोते ने परिवार का नाम रोशन किया है।
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