हरिद्वार,(कुलभूषण)। हरिद्वार लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत मंगलवार को प्रैस क्लब सभागार में आयोजित संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरन त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कृषि मंत्री और मुख्यमंत्री पद पर रहने के दौरान लागू की गयी विकास योजनाओं और उपलब्धियों से अवगत कराते हुए भविष्य की योजनाओं पर भी प्रकाश डाला। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कृषि मंत्री और मुख्यमंत्री रहने के दौरान उन्होंने प्रदेश के विकास और जनसुविधाओं के लिए कई कदम उठाए। उन्होंने बताया कि कृषि मंत्री कार्यकाल में पहाड़ी गायों के अपग्रेडेशन के लिए चंपावत में फार्म स्थापित किया और बद्री गाय के रूप में पहाड़ी गाय का पेंटेंट कराया। अपग्रेडेशन के बाद बद्री गाय प्रतिदिन 4 से 5 लीटर दूध दे रही है। जिससे गाय पालन करने वालों की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है। किसानों की सुविधा के लिए कृषि विभाग के ढांचे को न्याय पंचायत स्तर तक पहुंचाया। चार साल मुख्यमंत्री पद पर रहने के दौरान प्रदेश के लोगों की बेहतरी के लिए कई कदम उठाए गए। जिसमें स्वास्थ्य क्षेत्र अटल आयुष्मान योजना, हरिद्वार में मेडिकल कालेज की स्थापना, जच्चा बच्चा सुपर स्पेशसलिटी हाॅस्पिटल, भूपतवाला में तीस बेड का अस्पताल। रानीपोखरी में लाॅ यूनिवर्सिटी की स्थापना, देहरादून में साइंस सिटी का निर्माण, हरिद्वार और लालढांग में डिग्री कालेज का निर्माण करने के साथ निजी क्षेत्र के साथ मिलकर स्कूली शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाए गए। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि मुख्यमंत्री रहने के दौरान उन्होंने अनाथालयों में पलने वाले बच्चों के लिए चार प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान भी किया है। महिलाओं को पैतृक संपत्ति में अधिकार दिया। हरिद्वार में आश्रम अखाड़ों पर लगाए जा रहे व्यवसायिक कर को समाप्त कर उन्हें गृहकर के अंतर्गत लगाए। उन्होंने बताया कि नगर निगम का विस्तार कर उसमें शामिल किए गए क्षेत्रों को दस साल तक गृहकर में छूट का प्रावधान किया गया। हरिद्वार में अंडरग्राउंड बिजली और रसोई गैस पाईपलाइन योजना लागू की गयी। शहर को जाम से बचाने के लिए रिंग रोड़ का निर्माण चल रहा है। कई फ्लाईओवर बनाए गए हैं। हाकी खिलाड़ी वदना कटारिया के नाम पर स्टेडियम का निर्माण किया गया। प्रदेश में धार्मिक और साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदमों के फलस्वरूप प्रदेश में पर्यटन बढ़ा है। उन्होंने कहा कि बाढ़ की समस्या से निपटने के लिए केंद्र सरकार के सहयोग से प्रोजेक्ट लगाया जाएगा। खानपुर क्षेत्र में सिडकुल की स्थापना की जाएगी। जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा। डेमोग्राफी चेंज को लेकर पत्रकार द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यूसीसी लाकर सरकार ने इस संबंध में बड़ी पहल की है। बड़ी मात्रा में जमीनों को भी मुक्त कराया गया है। उन्होंने कहा कि डेमोग्राफी चेंज को रोकने के लिए सामाजिक चेतना जरूरी है। इसके लिए जागरूकता अभियान चलाए जाने की भी आवश्यकता है। काॅरीडोर को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इसे लेकर अभी चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। मकसद सुविधा देना है। किसी का नुकसान ना हो इसका प्रयास किया जाएगा। इसके पूर्व प्रैस क्लब अध्यक्ष अमित शर्मा ने पुष्पगुच्छ भेंटकर त्रिवेंद्र सिंह रावत का स्वागत किया। पत्रकार वार्ता के दौरान नगर विधायक मदन कौशिक, रानीपुर विधायक आदेश चैहान, विमल कुमार, भाजपा जिलाध्यक्ष संदीप गोयल, विकास तिवारी आदि मौजूद रहे।
पोलिंग एजेंट के समक्ष ई.वी.एम. की जाँच कर ली गई
हरिद्वार-(कुलभूषण) लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 के सम्पादनार्थ 8535 मतदान अधिकारियों को दिये जा रहे प्रशिक्षण के दौरान सखी बूथ, द्वितीय महिला मतदान अधिकारी एवं पर्दानशीन कार्मिकों को मतदान के दिन अपनाई जाने वाली चुनाव प्रक्रिया का किया गया लाइव मंचन जिला निर्वाचन अधिकारी, धीराज सिंह गर्ब्याल के मार्गदर्शन एवं मुख्य विकास अधिकारी/नोडल स्वीप, कार्मिक प्रतीक जैन के दिशा निर्देशन परियोजना निदेशक के एन तिवारी के मुख्य संयोजन एवं प्रशिक्षण प्रभारी डॉ नरेश चौधरी के संयोजन में मतदान अधिकारियों के प्रशिक्षण के दौरान समस्त मतदान प्रक्रिया को चरणबद्ध तरीके से दर्शाया गया। सखी बूथों अथवा पिंक बूथों पर मतदान प्रक्रिया को लघु नाटक के माध्यम से प्रदर्शित किया गया, जिसमें मतदान की प्रक्रिया को सरल एवं सजीव रूप से चित्रित करते हुए विभिन्न पात्रों ने मतदान के दौरान घटित होने वाले विभिन्न प्रकरणों को समझाने का प्रयास किया। प्रशिक्षण नोडल के एन तिवारी, नाटक मंचन के प्रभारी प्रोफेसर नरेश चौधरी ने विस्तार से समस्त प्रक्रिया के बारे में बताया जबकि मास्टर ट्रेनर डॉ. संतोष कुमार चमोला एवं यू सी राय ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे पीठासीन अधिकारी, मतदान अधिकारी एवं पर्दानशीन बूथ के मतदान कार्मिकों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का समाधान किया। जिलाधिकारी महोदय द्वारा इसकी प्रशंसा की गई तथा उन्होंने अवगत कराया कि मतदान प्रक्रिया की सजीव चित्रण से उसे समझने में आसानी रहती है।
मतदान अधिकारियों के प्रशिक्षण के दौरान समस्त मतदान प्रक्रिया को चरणबद्ध तरीके से दर्शाया गया। मतदान से एक दिन पूर्व, सर्वप्रथम मतदान से एक दिन पूर्व समस्त पोलिंग पार्टी एकत्र परस्पर परिचय करने के उपरांत सामाग्री प्राप्ति केंद्र से सामग्री प्राप्त कर उसका मिलान कर लेंगे।
पोलिंग पार्टी के समस्त सदस्यों द्वारा परस्पर परिचय की उपरांत सामग्री प्राप्ति केंद्र से प्राप्त सामग्री का मिलान किया गया। तदोपरांत सेक्टर मजिस्ट्रेट के दिशा निर्देश अनुसार पूर्व निर्धारित रूप चार्ट के अनुरूप पोलिंग पार्टी अपने मतदेय स्थल के लिए रवाना हुई।
मतदेय स्थल पर पहुँचने के उपरांत बूथ लेवल ऑफिसर द्वारा संपर्क किया गया। उनके द्वारा मतदेय स्थल के विषय में जानकारी दी गई। तदोपरांत मतदान के लिए पार्टी द्वारा आवश्यक दस्तावेज व प्रारूप तैयार कर लिए गए।
विभिन्न दलों के मतदान एजेंट ने भी संपर्क कर लिया। मतदान के दिन मॉक पोल की तैयारी कर ली गई। पोलिंग एजेंट के समक्ष ई.वी.एम. की जाँच कर ली गई। माइक्रो ऑब्जर्वर के समक्ष मॉक पोल की प्रक्रिया संपन्न की गई। मॉक पोल के उपरांत CRC प्रक्रिया से ई.वी.एम. को मतदान हेतु तैयार कर ली गई।
तत्पश्चात मतदान के दौरान आने वाली सभी परिस्थितियों को उदाहरण सहित प्रस्तुत किया गया। यथा प्रथम एवम नए मतदाता द्वारा मतदान, नेत्रहीन अथवा शिथिलांग मतदाता के लिए साथी के माध्यम से मतदान, विवाह के लिए तैयार जागरूक मतदाता, नई नवेली दुल्हन द्वारा मतदान, निविदत्त मतपत्र की स्थिति में मतदान प्रक्रिया, मोबाइल सहित मतदाता के प्रवेश की स्थिति, चैलेंज वोट की स्थिति में मतदान प्रकिया, अवांछित व्यक्ति के मतदान केंद्र पर प्रवेश की स्थिति, पर्दानशीन मतदाता के द्वारा मतदान, ट्रांसजेंडर मतदाता द्वारा मतदान केंद्र पर मतदान। मतदान प्रक्रिया पूर्ण होने के उपरांत ईवीएम मशीन को समस्त पोलिंग एजेंट एवं मतदान अधिकारियों के समक्ष सील बंद करना। पीठासीन की घोषणा के उपरांत नाटिका समाप्त हुई। द्वारा उनके विभिन्न सवालों के जवाब दिए गए। सही उत्तर देने वाले प्रशिक्षणाथियों को उपहार देकर प्रस्तुत किया गया। लघु नाटिका के प्रमुख पात्र प्रवीण कपिल, पंकज गुप्ता, अमित चतुर्वेदी, अमरदीप, मीरा भारद्वाज, अरविंद चौधरी, विनीत गुप्ता, संजय त्रिपाठी, रेशमा परवीन, अंजु वत्स, सीमा राठी, सत्यदेव, टेकचंद आदि हैं।लघु नाटिका की प्रस्तुति के दौरान प्रशिक्षण नोडल के.एन. तिवारी, मास्टर ट्रेनर यू.सी. राय, डॉ. संतोष कुमार चमोला, जिला सांख्यिकी अधिकारी श्रीमती नलिनी ध्यानी, डॉ. अजय मलिक, डॉ. आर. के. शुक्ल, अमित गौतम, अमित नौटियाल, सुशील कुमार व देवेंद्र भास्कर, अरविंद यादव, अमित कुमार सिंह, हरेन्द्र सिंह आदि उपस्थित रहे।
हर व्यक्ति को सत्यार्थ प्रकाश पढना चाहिए – डा सत्यपाल
हरिद्वार-(कुलभूषण) गुरूकुल कंागडी समविश्वविद्यालय के कुलाधिपति डा सत्यपाल ंिसंह ने आर्य समाज स्थापना दिवस के अवसर पर सम्बोधित करते हुए कहा कि जीवन का प्रोफेसर बनना है तो ़ऋषि दयानंद सरस्वती द्वारा रचित सत्यार्थ प्रकाश को पढना चाहिए। आनन्द ज्ञान से मिलता हैे प्रत्येक व्यक्ति को सत्यार्थ प्रकाश पढना चाहिए। भौतिकी विज्ञान के प्रकाण्ड विद्वान पं गुरूदत्त विद्यार्थी ने 18 बार सत्यार्थ प्रकाश को पढा था। उन्होने कहा कि आज नव वर्ष का पहला दिन है प्रत्येक व्यक्ति को अपने अपने घर में यज्ञ करना चाहिए। यज्ञ करने से घर मेुं सुख शांति आती है।ं यज्ञ करने से आन्तरिक विकास तो होता ही है साथ ही वातावरण में शुद्विकरण होता है।
उन्होने कहा कि तिथि और तारीख में बहुत अन्तर है। तिथि वैज्ञानिक है जिससे ग्रहो की स्थिति का आकलन किया जा सकता है। ग्रहो की पूर्व स्थिति जाननी है तो तिथि का ज्ञान होना अत्यन्त आवश्यक है। हमारे पूर्वज तिथि के आधार पर ही नीतिगत निर्णय लिया करते थे।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो सोमदेव शतान्शु ने सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वामी दयानंद सरस्वती ने समाज के सोते हुए लोगो को जगाने का काम किया है। सत्यार्थ प्रकाश पढने वाले जितने भी लोग है आडम्बर और कुरीतियो से काफी दूर रहते है। आर्य समाज भारतीय संस्कृति का पोषक है। सभी व्यक्तियो को आर्य समाज के बताये नियम पर चलना चाहिए जिससे हमारा जीवन आर्दश पूर्ण बन सके। विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो सुनील कुमार ने कहा कि आर्य समाज स्थापना दिवस कुलाधिपति के निर्देशन में विश्वविद्यालय भवन में मनाया जा रहा हैं इस तरह का स्थापना दिवस हर वर्ष मनाया जाना चाहिए जिससे लोगो को आर्य समाज की क्रिया कलापो के बारे में पता चल सके।
जीव विज्ञान संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो डी एस मलिक ने कहा कि सभी अध्यापको को वेद और विज्ञान विषय पर परियोजना बना कर डी एस टी संस्था में स्वीकृति हेतु भेजनी चाहिए। आर्य समाज के द्वारा नारी शिक्षा पर बडा कार्य हुआ है। नारी शिक्षा को आगे बढाने में आचार्य रामदेव ने नारी शिक्षा को लेकर अलग अलग स्थानो पर कन्या गुरूकुल खोले और उनका संचालन आज भी हो रहा है। प्रो नमिता जोशी ने सम्बोधित करते हुए कहा िक नव सम्वतसर पर ़़़ऋतुओ के बारे में जानकारी दी। नव वर्ष पर नया उल्लास होता है जिसका प्रभाव हमारे जीवन पर सकरात्मक पडता है। प्रो श्रवण कुमार शर्मा ने कहा कि भारतीय संस्कृति को जानना है तों स्वामी श्रद्वानंद को जानता जरूरी है। वेदो को जानना है तों स्वामी दयानंद सरस्वती को जानना आवश्यक है। प्रो सुचित्रा मलिक ने कहा कि आज धर्म की आड में धर्मान्तरण हो रहा है। यूरोपीय सभ्यता हमारे समाज पर थोपी जा रही है। इससे बचने के लिए आर्य समाज के नियमो को आत्मसात करना जरूरी है। प्रो ब्रहमदेव ने कहा कि विश्वविद्यालय में नव सम्वतसर के अवसर पर नया वैदिक कैलेन्डर बनना चाहिए। आर्य समाज की परम्परा के अनुसार शिक्षा में वैदिक संस्कृति का समावेश होना आवश्यक है।वैदिक आर्य राजवीर शास्त्री ने कहा कि आर्य समाज का प्रसार प्रचार विदेशो में भी हो रहा है। वैज्ञानिक शिक्षा के अनुसार अंग्रेजो को वैदिक शिक्षा दी जा रही है जिससे भारतीय संस्कृति का प्रचार प्रसार हो रहा है।
इस अवसर पर विश्वपाल जयंत (आधुनिक भीम) ने कहा कि आर्य समाज पद्वति के अनुसार उपवास की परम्परा का निर्वाह व्रत के अनुसार किया जाना चाहिए। शाकाहारी व्यंजनो के द्वारा उपवास की परम्परा को आगे बढाना चाहिए। उन्होने कहा कि स्वामी दयानंद सरस्वती ने 16 बार जहर पी कर समाज को अमृत देने का काम किया। शिक्षकेत्तर कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष रजनीश भारद्वाज ने कहा कि मर्यादा पुरूषोत्तम राम का राज्य अभिषेक आज ही के दिन हुआ था प्रकृति का सृजन भी चै़़़़़त्र माह में नई ऊर्जा से होता है। नव वर्ष पर आर्य समाज स्थापना दिवस मनाया जा रहा है। इस संदेश से देश दुनिया में वैदिक संस्कृति का प्रचार प्रसार हो रहा है। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डा योगेश शास्त्री ने नव सम्वतसर के अवसर पर सभागार में उपस्थित लोगो से आहवान किया कि ़ऋषि दयानंद सरस्वती के आर्दशो पर चलना चाहिए।
आर्य समाज स्थापना दिवस के अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री ़ि़त्रवेन्द्र ंिसह रावत ने सम्बोधित करते हुए कहा कि गुरूकुल कांगडी विश्वविद्यालय ऐतिहासिक धरोहर है देश की आजादी के आन्दोलन में गुरूकुल कंागडी की महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होने विश्वविद्यालय भवन उपस्थित आर्यजनो से अनुरोध किया कि देश को मजबूत करने के लिए आगे आकर देशहित में भारतीय संस्कृति व संस्कारो को पल्लवित करने का काम करे। इस अवसर पर प्रो विवेक गुप्ता प्रो राकेश कुमार जैन प्रो प्रभात सैंगर प्रो एल पी पुरोहित प्रो अम्बुज शर्मा प्रो कर्मजीत भाटिया प्रो सुरेन्द्र त्यागी प्रो नवनीत डा शिवकुमार चौहान डा ऊधम ंिसह डा अजेन्द्र डा अरूण कुमार डा गगन माटा डा विपिन शर्मा डा पंकज काशिक कुलभूषण शर्मा अरविन्द शर्मा डा महेन्द्र असवाल डा राजकुमार भाटिया डा विपुल शर्मा डा बबिता शर्मा डा निधि हाण्डा डा मंजूषा कौशिक डा बबलु आर्य प्रमोद कुमार प्रकाश तिवारी डा बिजेन्द्र शास्त्री अमित धीमान डा दीनदयाल डा श्वेतांक आर्य शशिकान्त शर्मा रूपेश पन्त डा धमेन्द्र बालियान दीपक वर्मा नरेन्द्र मलिक वीरेन्द्र पटवाल अजय कुमार संुभाषचन्द्र विकास कुमार नीरज भटट राजीव चौघरी धर्मेन्द्र बिष्ट कृष्ण कुमार सहित विभिन्न शिक्षक व शिकेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डा हिमांशु पण्डित व बिजेन्द्र शास्त्री ने किया।
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