देहरादून(आरएनएस)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड अध्यात्म और योग की भूमि होने के साथ-साथ संस्कृति, साहित्य और कला की भूमि भी है। उत्तराखंड ही नहीं राष्ट्रीय स्तर पर अगर कहीं पौराणिक लोक संस्कृति को जीवित रखने और संजोए रखने का कार्य प्रमुखता से किया गया है तो वो हमारा जौनसार बावर का क्षेत्र है। जौनसार बावर की पौराणिक संस्कृति, देश व दुनिया में अपनी अलग पहचान रखती है।
रविवार को कौलागढ़ स्थित अम्बेडकर, स्टेडियम में जौनसार बावर सेवावृत्त कर्मचारी मण्डल द्वारा आयोजित दो दिवसीय जौनसार बावर सांस्कृतिक महोत्सव के समापन अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आयोजकों को बधाई दी तथा लोक कलाकारों द्वारा आयोजित लोक नृत्य में सामिल होने से स्वयं को रोक नहीं पाये। लोक कलाकारों के साथ झूमते हुए मुख्यमंत्री ने लोक कलाकारों का उत्साह बर्धन भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जौनसार बावर भवन निर्माण के लिए 2 करोड़ 50 लाख रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस भवन का उपयोग जरूरतमंद छात्रों के अध्ययन के लिये भी किया जाए।
मुख्यमंत्री ने जौनसार बाबर के संस्कृति की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह संस्कृति अनोखी है इसे बचाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने के साथ ही प्रतिवर्ष ऐसे महोत्सव का आयोजन किया जाना चाहिए। यह सांस्कृतिक समारोह हमारी विलुप्त होती लोक विरासत को संरक्षण प्रदान करने के साथ आने वाली पीढ़ी को हमारी लोक संस्कृति से परिचित कराने का कार्य कर रहा है। राष्ट्र और संस्कृति को प्रत्यक्ष रूप से जानने का अवसर प्रदान करने वाला यह सांस्कृतिक समारोह, निश्चित रूप् से हमारी आगामी पीढ़ी के लिए सामाजिक समरसता को प्रगाढ़ करने का भी कार्य करेगा। ऐसे सांस्कृतिक आयोजनों के माध्यम से हमारे राज्य के कलाकारों को भी एक मंच प्राप्त होता है और उनकी कला को प्रोत्साहन मिलता है। उन्होंने कहा कि हरीपुर में घाट निर्माण से उसके पौराणिक महत्व को भी पहचान मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और केन्द्र सरकार के सहयोग से उत्तराखंड निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। प्रधानमंत्री जी के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मूलमंत्र को ध्येय मानकर हमें आगे बढ़ना है तथा भारत को पुनः विश्व गुरू के पद पर आरूढ़ करने के लिए हर परिस्थिति को पार करना है। हमें अपने श्रेष्ठ उत्तराखंड निर्माण के ‘विकल्प रहित संकल्प‘ को प्राप्त करने हेतु भी निरंतर प्रयास जारी रखने हैं। ये सभी प्रयास तभी सफल होंगे जब हमें आप सभी का विशेष सहयोग और समर्थन मिलता रहेगा। उन्होंने सभी से राज्य के विकास में सहयोगी बनने की भी अपेक्षा की।
इस अवसर पर विकास नगर के विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे जनजाति छात्रों के हित में सदैव प्रयासरत रहते हैं।
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चौहान सेवावृत्त कर्मचारी मण्डल के अध्यक्ष रणवीर सिंह तोमर, संरक्षक तुलसी सिंह तोमर, उपाध्यक्ष अतर सिंह, सूचना विभाग के संयुक्त निदेशक के.एस. चौहान, भाजपा नेता प्रताप सिंह रावत, मूरत राम शर्मा, राम शरण नौटियाल सहित बड़ी संख्या में लोक उपस्थित थे।
खेलो इंडिया में धारचूला की मेनका गुंज्याल को गोल्ड तथा सिल्वर मेडल
“स्कीइंग में लहराया परचम होगा नागरिक अभिनंदन, युवाओं से करेगी संवाद”
पिथौरागढ़, भारत सरकार के खेल मंत्रालय द्वारा आयोजित चौथे खेलो इंडिया के तहत कश्मीर में उत्तराखंड की बेटी मेनका गुंज्याल ने गुलमर्ग कश्मीर स्कीइंग पर्वतारोहण स्प्रिंट रेस में गोल्ड मेडल तथा सिल्वर मेडल जीतकर कीर्तिमान स्थापित किया। इस बात की सूचना मिलते ही उत्तराखंड में खुशी की लहर व्याप्त है।
पर्वतारोहण के क्षेत्र में लगातार अपनी पहचान बना रही विकासखंड धारचूला के गूंजी गांव की निवासी मेनका गुंज्याल ने राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित खेलो इंडिया प्रतियोगिता में उत्तराखंड का मान बढ़ा दिया है। गोल्ड मेडल तथा सिल्वर मेडल प्राप्त कर मोनिका ने नया इतिहास रच दिया है।
इस मौके पर आयोजित स्की पर्वतारोहण वर्ट रेसिंग 4500 मीटर से अधिक ऊंची पीर पंजाल रेंज में सार्क फिंन स्कीइंग डाउन किया।
मेनका की इन सफलताओं के बाद उत्तराखंड में खुशी की लहर दौड़ रही है।
खासकर मेनका के गृह जनपद पिथौरागढ़ में इस सफलता के बाद बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने बताया कि जनपद आगमन पर मेनका का धारचूला में नागरिक अभिनंदन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मेनका से प्रेरणा लेकर इस क्षेत्र के युवा अपने लक्ष्य को नए क्षेत्रों में लगाने की प्रेरणा के साथ आगे बढ़े। इसके लिए मेनका का युवाओं के साथ संवाद कार्यक्रम भी जगह-जगह पर आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के लिए आज खुशी का दिन है और इस दिन हम मोनिका के उज्जवल भविष्य की कामना करते है।
इनर लाइन तथा कार्यकाल को लेकर जौलजीबी में महापंचायत, आंदोलन की बनेगी रणनीति
पिथौरागढ़, विकास खंड मुनस्यारी तथा धारचूला को इनर लाइन की परिधि में लाने तथा त्रिस्तरीय पंचायतों का कार्यकाल 2 वर्ष बढ़ाए जाने की मांग को लेकर सोमवार 26 फरवरी को जौलजीबी में महापंचायत बुलाई गई है। महापंचायत में दोनों मुद्दों को लेकर संघर्ष की रणनीति बनाई जाएगी।
उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के कार्यक्रम संयोजक तथा जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने बताया कि दोनों विकास खंडों के विशिष्ट धार्मिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक व्यवस्था को बचाने के लिए दोनों विकास खंडों इनर लाइन की परिधि में थे।
गलत सूचनाओं के आधार पर समय-समय पर सरकारों ने इनर लाइन की सीमा को खिसकाते हुए आज चीन सीमा पर पहुंचा दिया है। उन्होंने कहा कि इनर लाइन के खिसकने से दोनों तहसीलों में बाहर के लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
इस कारण इस क्षेत्र में धारचूला जैसी घटनाएं लगातार बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि चीन सीमा क्षेत्र की सुरक्षा के लिए इनर लाइन का जौलजीबी तथा नौलड़ा में होना अत्यंत आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को लेकर लंबे संघर्ष का खाका इइस महापंचायत में तय किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में त्रिस्तरीय पंचायतों का कार्यकाल बढ़ाए जाने की मांग को लेकर सबसे पहले इस सीमा क्षेत्र से ही पहल शुरू हुई थी।
उन्होंने कहा कि कार्यकाल बढ़ाए जाने की मांग को लेकर चलने वाले संपर्क अभियान तथा आंदोलन की रणनीति पर भी महापंचायत में फैसला लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस महापंचायत में होने वाले फैसले को प्रदेश संचालन समिति को प्रेषित किया जाएगा। उसके बाद पूरे उत्तराखंड में कार्यकाल बढ़ाए जाने की मांग को लेकर आर- पार की लड़ाई शुरू की जाएगी।
उन्होंने दोनों विकास खंडों के ग्राम प्रधान,क्षेत्र पंचायत सदस्य तथा जिला पंचायत सदस्यों को महापंचायत में उपस्थित होने की अपील की है।
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