देहरादून(आरएनएस)। राजधानी देहरादून की रहने वाली 72 वर्षीय महिला में कोरोना के नए वैरिएंट के लक्षण पाए गए थे, जिसके बाद बुजुर्ग महिला की कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमित महिला के सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा था। वहीं बीते दिन महिला को रिपोर्ट में कोरोना के नए वैरिएंट JN-1 की पुष्टि हुई है। बता दें कि बीते तीन और चार फरवरी को उत्तराखंड में दो मरीज कोरोना से पॉजिटिव पाए गए थे, इनमें से 72 वर्षीय बुजुर्ग महिला को 27 दिसंबर को इलनेस की शिकायत हुई। उसके बाद महिला को 30 दिसंबर को प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन जब 4जनवरी को महिला की कोरोना जांच की गई तो 4 तारीख की शाम को रिजल्ट पॉजिटिव आया। उसके बाद महिला को दून अस्पताल में एडमिट कराया गया। वेरिएंट का पता लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने महिला के सैंपल को उस समय जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा। 11 जनवरी को महिला के जीनोम सीक्वेंसिंग रिपोर्ट में कोरोना के नए वैरिएंट JN-1 की पुष्टि हुई है। हालांकि संक्रमित महिला स्वस्थ होने के बाद घर पर है।
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉक्टर सीएस रावत का कहना है कि किसी भी कोरोना मरीज के पॉजिटिव आने के बाद उस सैंपल को जीनोम सीक्वेंस के लिए भेजा जाता है। महिला का भी सैंपल आरटी पीसीआर जांच में पॉजिटिव पाए जाने के बाद लैब में भेजा गया था, सैंपल को एनालिसिस करवाया गया,तो महिला में कोरोना के नए वैरिएंट की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि हाल ही में उनके दामाद और लड़की अमेरिका से उनसे मिलने आए थे और कुछ दिन रहने के बाद वापस अमेरिका चले गए थे। लेकिन उनके जाने के बाद महिला को खांसी जुकाम की शिकायत हुई। जिसके बाद उन्होंने अपनी जांच प्राइवेट अस्पताल में करवाई तो महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई। उन्होंने बताया कि महिला रिकवर हो चुकी है और पूरी तरह से स्वस्थ है। इस दौरान महिला घर पर ही आइसोलेशन में रही। स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार मॉनिटरिंग करती रही, इस दौरान मरीज किसी के संपर्क में नहीं रहा। उन्होंने बताया कि यह वेरिएंट ज्यादा डेडली नहीं है और यह थर्ड वेब के अमिक्रोम वैरिएंट का ही सब वेरिएंट है। जो ज्यादा घातक तो नहीं है, लेकिन यह बड़ी तेजी से फैलता है ऐसे में लोगों को सावधान रहने की आवश्यकता है।
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