उत्तरकाशी, जनपद के सिलक्यारा में एक सप्ताह से भी ज्यादा दिन से फंसे 41 मजदूरों को अब जल्द आवश्यक सामग्री पहुँचने लग जायेगी, यह एक राहत भरी खबर है। प्राप्त जानकारी के अनुसार टनल के अंदर एक और 6 इंच का पाइप डाला गया जिसकी मदद से श्रमिकों को ज्यादा से ज्यादा भोजन, पानी और ऑक्सीजन आदि भेज पायेंगे। यह जानकारी देते हुये रेस्क्यू अभियान के प्रभारी दीपक पाटिल ने बताया कि जो पाइप अंदर डाला गया है उस पाइप की चौड़ाई 6 इंच है और 53 मीटर लंबा है। दावा किया जा रहा है कि अब टनल के अंदर फंसे श्रमिकों को सेब, दलिया, खिचड़ी,और अन्य हल्के खाद्य पदार्थ भेजे जाएंगे। इसके लिए स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ मिलकर जल्द ही डाइट चार्ट बनाया जा रहा है। सुरंग में चल रहे रेस्क्यू अभियान में आज एक महत्वपूर्ण कामयाबी मिली है। सुरंग के अवरुद्ध हिस्से में 6 इंच की पाइपलाइन बिछाकर सेकेंडरी लाइफ लाइन बनाने के लिए की जा रही ड्रिलिंग पूर्ण कर मलवे के आर पार 53 मीटर लंबी पाइपलाइन डाल कर इसके जरिये फंसे श्रमिकों तक खाद्य सामग्री पहुचाने की तैयारी की जा रही है, एनएचएआईडीसीएल के निदेशक अंशुमनीष खलखो, जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला और टनल के भीतर संचालित रेस्क्यू अभियान के प्रभारी कर्नल दीपक पाटिल ने पत्रकारों जानकारी देते हुए बताया कि गत नौ दिनों से चल रहे रेस्क्यू की इस पहली कामयाबी के बाद श्रमिकों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकालने के अहर्निश प्रयास तेजी से संचालित किए जाएंगे।
जबकि इससे पहले सुरंग में फंसे श्रमिकों के जीवन की रक्षा के लिए अबतक 4 इंच की पाइपलाइन ही लाइफलाइन बनी हुई थी। अब सेकेंड्री लाइफ लाइन के तौर पर छह इंच व्यास की पाइप लाइन मलवे के आरपार बिछा दिए जाने के बाद श्रमिकों तक बड़े आकार की सामग्री व खाद्य पदार्थ तथा दवाएं और अन्य जरूरी साजो सामान के साथ ही संचार के उपकरण भेजने में सहूलियत होगी।
वहीं उत्तराखंड शासन के सचिव डॉ. नीरज खैरवाल ने आज परियोजना व जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ सुरंग का निरीक्षण कर रेस्क्यू अभियान का जायजा लिया और सेकेंडरी लाइफलाइन बनाने के काम को सफलतापूर्वक पूरा करने पर रेस्क्यू में जुटे लोगों को बधाई दी।
सिलक्यारा हादसे को लेकर कांग्रेस कर रही दोगली और नकारात्मक बयानबाजी : आदित्य कोठरी
देहरादून, भाजपा ने सिलक्यारा हादसे को लेकर कांग्रेस पर दोगली और नकारात्मक बयानबाजी करने का आरोप लगाया है, साथ ही विपक्ष को इस संवेदनशील मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करने की चुनौती देते हुए कहा, मंत्रियों के घटनास्थल पर नही पहुंचने के आरोप और उनके पहुंचने पर बचाव कार्य बाधित होने की बयानबाजी दोनो एक साथ नहीं स्वीकारे जा सकते हैं ।
पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए प्रदेश महामंत्री श्री आदित्य कोठरी ने कहा, टनल हादसे में फंसे श्रमिक भाइयों को सुरक्षित निकालने के लिए केंद्र और राज्य सरकार समन्वय बनाकर युद्धस्तर पर बचाव कार्यों में जुटी हैं । उन्होंने केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी के घटना स्थल का मौके मुआइना को रेड कार्पेट बिछाने से जोड़ने पर सख्त आपत्ति दर्ज की है । साथ ही पलटवार करते हुए कहा, पहले कांग्रेस कहती है कि मंत्री चुनाव प्रचार में लगे हैं और घटनास्थल पर नही जा रहे हैं और अब जब परियोजना से जुड़े सड़क परिवहन विभाग के केंद्रीय मंत्री वहां जाते हैं तो भी उन्हें आपत्ति होती है । लिहाजा कांग्रेस को स्पष्ट करना चाहिए कि वे क्या चाहते हैं मंत्री वहां जाएं या नहीं । फिलहाल इस पूरे विषय पर भाजपा का रुख स्पष्ट है, मजदूरों की जान बचाने के लिए तकनीक, विशेषज्ञ और प्रतिनिधियों जिसकी भी जरूरत वहां पड़ेगी उसे तत्काल वहां लाया जाएगा । रही बात गडकरी जी की तो, वे पूरे बचाव अभियान से संबंधित विभाग के प्रमुख हैं, उनका वहां आना उसे और अधिक गति देने वाला हैं ।
उन्होंने कार्यदायी निर्माण कंपनी की गलतियों को लेकर विपक्षी आरोपों का जबाब देते हुए कहा, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर धामी ने इस पूरी घटना की जांच के आदेश दिए हैं । जैसे ही बचाव कार्य संपन्न होगा निश्चित रूप से जांच में दोषी पाए जाने पर कार्यवाही होगी और जिस तरह के सुधारों की जरूरत होगी उसपर अमल किया जाएगा । लिहाजा विपक्ष के नेताओं को बिना जांच के निष्कर्ष पर पहुंचने के बजाय अच्छे सुझाव देना चाहिए और श्रमिकों के सुरक्षित निकलने की कामना करनी चाहिए ।
उन्होंने पहाड़ पर सुरंग तकनीक पर बेवजह निशाना लगाने वाले विपक्षी नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा, लंबे समय से विशेषज्ञों द्वारा पहाड़ ने यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए सुरंग बनाने की मांग की जाती रही है । विश्व भर के अनुभव भी इसे बेहतर बताते हैं, लिहाजा सिर्फ एक दुर्घटना के आधार पर बिना जांच के पूरी तकनीक पर सवाल खड़ा करना कतई जायज नहीं है।
सुरंग में फंसे श्रमिकों के रेस्क्यू को अंतरराष्ट्रीय सुरंग विशेषज्ञ पहुंचे सिलक्यारा, बचाव कार्य में आयेगी तेजी
देहरादून, विश्व में भूमिगत सुरंगों के निर्माण और जोखिम से निपटने की काबलियत रखने वाले अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ प्रो. अर्नोल्ड डिक्स उत्तरकाशी के सिलक्यारा पहुंच गये हैं। यहां प्रो. डिक्स ने सुरंग के अंदर और बाहर का निरीक्षण, बचाव कार्य मे जुटी एजेंसियों से बातचीत की है। डिक्स ने भरोसा दिया कि श्रमिकों को जल्द सुरक्षित बचा लिया जाएगा। इधर, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बचाव कार्य के लिए देश-विदेश की तकनीकी, विशेषज्ञ और मशीनों का उपयोग किया जा रहा है। सरकार का मसकद श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालना है। इसमें किसी तरह की अड़चने नहीं आने दी जाएगी।
सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 को बाहर निकालने के लिये राज्य और केंद्र सरकार भी अंतरराष्ट्रीय स्तर से भी बचाव कार्य के लिए लगातार संपर्क कर रही है। जिसके फलस्वरूप इंटरनेशनल टनलिंग एंड स्पेस एसोसिएशन( जिनेवा) के अध्यक्ष प्रो अर्नोल्ड डिक्स सिलक्यारा पहुंच गए हैं। प्रो. डिक्स भूमिगत सुरंग और परिवहन के बुनियादी ढांचे में विशेषज्ञता रखते हैं। सुरंग निर्माण में जोखिम से निपटने के अलावा तकनीकी सुरक्षा में वह दुनिया के विशेषज्ञों में अग्रणी हैं। आज सिलक्यारा सुरंग पहुंचते ही प्रो. डिक्स ने सुरंग के भीतर और बाहर का मौका मुआयना कर यहां पहले से काम कर रहे विशेषज्ञों से बचाव के बेहतर उपायों पर विस्तृत चर्चा की। प्रो. डिक्स ने कहा कि सुरंग में फंसे सभी श्रमिकों को सकुशल बाहर निकाल लिया जाएगा।
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