पिथौरागढ़, सामाजिक कार्यकर्ता जीवन किशोर पांडे की पहल पर शारदीय नवरात्रि के अवसर पर 93 वर्षीय रामदत्त भट्टð को 1962 में टकाना की रामलीला में दशरथ परशुराम संपात्ति के पात्रें का निर्वहन करने के लिए विभिन्न संगठनों के लोगों द्वारा टकाना में कुमाऊनी टोपी वह शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया इस अवसर पर वक्ताओं में कहा कि आज भी भट्टð जी को दशरथ कैकयी संवाद के कई प्रसंग याद है सभी ने उनके दीर्घायु होने कि कामना की। इस अवसर पर बोलते हुये रामदत्त भटृ ने शुरूआत में बताया रामलीला के पात्र साड़ी कपड़ों कि व्यवस्था खुद ही किया करते थे पेट्रोमेंक्स की रोशनी में रामलीला का मंचन होता था। उन्होंने कहा कि रामलीला के प्रति लोगों का उत्साह देखते ही बनता था रामलीला देखने वालों कि भारी संख्या में भीड़ जुटती थी । कार्यक्रम में लक्ष्मीदत्त तिवारी, राकेश, ललितमोहन, झूपर सिंह धीरज विप्लव, पंकज, कल्याण, कन्हैया उप्रेदी आदि मौजूूद रहे।
Recent Comments