Wednesday, December 25, 2024
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विधान सभा निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाशन, राज्य में बयासी लाख तिरानवे हजार छ: सौ उन्नीस हुए मतदाता

‘सूचि में छूटे 18 साल या उससे अधिक उम्र के अर्ह मतदाता फार्म-6 पर नियमानुसार अपना आवेदन अग्रिम में प्रस्तुत कर सकते हैं’

देहरादून, लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम-1950 एवं निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण नियम-1960 में निहित प्राविधानों तथा भारत निर्वाचन आयोग द्वारा तद्विषयक समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों के अनुपालन में 01 जनवरी, 2023 की अर्हता तिथि के आधार पर दिनांक 27 जनवरी 2023 को, 01 अप्रैल 2023 की अर्हता तिथि के आधार पर दिनांक 30 अप्रैल 2023 को तथा 01 जुलाई, 2023 की अर्हता तिथि के आधार पर दिनांक 10 जुलाई 2023 को विधान सभा निर्वाचक नामावली का सर्वसाधारण की जानकारी हेतु अंतिम प्रकाशन किया जा चुका है।

2- उक्तानुसार अलग-अलग अर्हता तिथियों के आधार पर अंतिम रूप से प्रकाशित विधान सभा निर्वाचक नामावली निर्वाचन विभाग की विभागीय वेबसाईट https://ceo.uk.gov.in पर सर्वसाधारण की जानकारी हेतु उपलब्ध है। इस प्रकार 01 जनवरी, 2023 की अर्हता तिथि के आधार पर मूल निर्वाचक नामावली परिवर्धन विलोपन तथा संशोधनों का पूर्ण विवरण (01 जुलाई, 2023 तक) वेबसाईट में उपलब्ध है। दिनांक 27 जनवरी, 2023 को अंतिम रूप से प्रकाशित निर्वाचक नामावली की प्रति क्षेत्रीय बीएलओ के पास भी उपलब्ध है। इसी प्रकार उक्तानुसार दिनांक 01 जुलाई, 2023 की अर्हता तिथि तक की सम्पूर्ण नामावली (मूल नामावली परिवर्धन, विलोपन एवं संशोधन सूची सहित) जिला निर्वाचन कार्यालयों, निर्वाचक / सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी कार्यालयों में भी सर्वसाधारण की जानकारी के लिए उपलब्ध है।

3- उक्तानुसार दिनांक 01 जुलाई 2023 की अर्हता तिथि के आधार पर दिनांक 10 जुलाई, 2023 को अंतिम रूप से प्रकाशित निर्वाचक नामावली के अनुसार राज्य में निर्वाचकों का विवरण निम्न प्रकार है-

सामान्य मतदाता
पुरूष-42,52,118
महिला-39,47,480
तृ0 लिंग-283
योग-81,99,881

सर्विस मतदाता
पुरूष-91,107
महिला-2592
योग-93,699

प्रवासी भारतीय
पुरूष-28
महिला-11
योग-39

4- ऐसे अर्ह नागरिक जो 01 जनवरी, 01 अप्रैल अथवा 01 जुलाई 2023 को 18 वर्ष या इससे अधिक की आयु पूर्ण कर चुके हैं और अभी तक उन्होंने अपना नाम निर्वाचक नामावली में पंजीकृत नहीं करवाया है तो वह फार्म-6 में अपना आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। इसी प्रकार जो अर्ह नागरिक दिनांक 01 अक्टूबर, 2023 को 18 वर्ष या इससे अधिक की आयु पूर्ण कर रहे हैं, तो ऐसे नागरिक भी निर्वाचक नामावली में नाम सम्मिलित करवाने के लिए फार्म-6 पर नियमानुसार अपना आवेदन अग्रिम में प्रस्तुत कर सकते हैं।

5- वर्तमान विधान सभा निर्वाचक नामावली को किसी नाम को हटाए जाने के लिए फार्म -7 पर तथा वर्तमान नामावली में किसी भी प्रकार की अशुद्धि को सही कराने एक ही विधान सभा क्षेत्र के अन्तर्गत पता बदलने या भारत वर्ष के अन्तर्गत किसी भी विधान सभा से किसी दूसरी विधान सभा के अन्तर्गत स्थानान्तरण के लिए, या मतदाता फोटो पहचान पत्र बदलवाने के लिए अथवा निर्वाचक नामावली में दिव्यांगता श्रेणी फ्लैग करने के लिए फार्म-8 पर आवेदन किया जा सकता है। प्रवासी भारतीय नागरिक फार्म-6क पर आवेदन प्रस्तुत कर, पासपोर्ट में अपने पते के आधार पर अपना नाम निर्वाचक नामावली में पंजीकृत करवा सकते हैं। कोई भी नागरिक विधान सभा निर्वाचक नामावली प्रमाणीकरण के लिए फार्म 6ख में स्वेच्छा के आधार पर अपना आधार आदि विवरण प्रस्तुत कर सकते हैं।

6- उक्तानुसार फार्म-6, 6क, 6ख, 7 एवं 8 (जो भी लागू हो) पर विभागीय वेबसाईट www.voters.eci.gov.in तथा www.nvsp.in पर लॉगिन कर सकते हैं। इतना ही नहीं कोई भी नागरिक गूगल प्लेस्टोर से अपने स्मार्ट एण्ड्रॉइड / आईओएस मोबाइल फोन पर Voter Helpline App (VHA) डाउनलोड कर ऑनलाईन सुविधाओं का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

7- राज्य के सभी संम्रान्त नागरिकों से अनुरोध है कि उक्तानुसार अंतिम रूप से प्रकाशित विधान सभा निर्वाचक नामावली में अपना तथा अपने परिवार के सभी अर्ह सदस्यों का नाम जांच लें और यदि परिवार के किसी अर्ह सदस्य का नाम निर्वाचक नामावली में दर्ज नहीं है, या किसी सदस्य की मृत्यु हो गयी अथवा अन्यत्र शिफ्ट हो गए हैं या नामावली में किसी प्रकार की कोई त्रुटि है, अथवा आधार प्रमाणीकरण करवाना चाहते हैं तो निर्धारित प्रारूप पर ऑन लाईन अथवा ऑफ लाईन आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। ऑफ लाईन आवेदन अपने क्षेत्रीय बीएलओ, या तहसील कार्यालय अथवा उप जिलाधिकारी कार्यालय में किसी भी कार्यालय समय और कार्यदिवस में प्रस्तुत कर सकते हैं।

8- निर्वाचक नामावली को शुद्ध एवं अद्यावधिक बनाए रखने तथा सभी अर्ह नागरिकों के नाम निर्वाचक नामावली में सम्मिलित करवाने के लिए राज्य के सम्मानित नागरिकों, मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों, स्वयं सेवी संगठनों, युवक-महिला मंगल दलों एवं क्षेत्रीय गणमान्य वरिष्ठ नागरिकों तथा माननीय जन प्रतिनिधियों से अमूल्य सहयोग प्रदान करने का अनुरोध है ।

 

पूर्व सभासद एवं शिक्षक सचिन टम्टा कार दुर्घटना मौत

Almora - हादसे में पूर्व सभासद और शिक्षक सचिन टम्टा की मौत,स्कूल से लौटते  वक्त कार गिरी थी खाई में - उत्तरा न्यूज

अल्मोड़ा, नगरपालिका अल्मोड़ा के पूर्व सभासद और बसगांव प्राथमिक स्कूल के शिक्षक सचिन टम्टा की मृत्यु हो गई है। उनकी कार आज सुबह विद्यालय से लौटते वक्त ज्योली के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। घटना स्थल से उन्हें 108 सेवा की मदद से मेडिकल कॉलेज लाया गया,जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सचिन टम्टा वर्ष 2008 से 2013 तक नगरपालिका के सभासद रहे। मृदुभाषी ​और मिलनसार सचिन टम्टा नगर के हर आयोजन में बढ़ चढ़कर भाग लेते थे। वहीं सचिन टम्टा के एक्सीडेंट की खबर मिलते ही उनके परिचित चिंतित हो गए और उनका हाल जानने के लिए मेडिकल कॉलेज में भारी भीड़ जमा हो गयी।

 

कोलीढेक झील का पानी बिना सूचना छोड़ने से नौका संचालन हुआ बंद

Naikalak angry due to sudden release of water from Kolidekh lake - कोलीढेक  झील का पानी अचानक छोड़ने से नैकाचालक खफा

चम्पावत, लोहाघाट के कोली ढेक में बनी झील जब से आम लोगों के लिए खुली और उसमें नावों का संचालन शुरू हुआ, वह आसपास के लोगों के साथ ही पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन गई है। हमेशा पर्यटकों से गुलजार रहने वाली कोली ढेक झील पल भर में उजाड़ जैसी हो गई। वजह रही सिंचाई विभाग द्वारा अचानक झील का पानी छोड़ना। जिसकी वजह से नौका का संचालन तो बंद हुआ ही, नौका संचालकों को अच्छा खासा नुकसान भी हो गया है।
लोहाघाट के कोली ढेक झील का निर्माण सिंचाई विभाग की ओर से किया गया है। उसकी देखरेख का जिम्मा भी सिंचाई विभाग के पास ही है। सिंचाई विभाग ने कोली ढेक झील का पानी अचानक छोड़ने पर नाव संचालकों को लाखों का नुकसान हो गया है। झील में नौका संचालन बंद होने से कई पर्यटक मायूस होकर लौटे। बताया जा रहा है कि झील में रिपेयरिंग कार्य पूरा होने के बाद ही नौका संचालन शुरू होगा। सोमवार को नौका संचालन संघ के अध्यक्ष रोहित ढेक के नेतृत्व समस्त नाव संचालकों ने सिंचाई विभाग कार्यालय जाकर बगैर सूचना के झील का पानी छोड़ने पर गहरी नाराजगी जताई।

उन्होंने कहा कि विभाग के द्वारा झील का अचानक पानी छोड़ने पर झील के पानी का स्तर नीचे आने से उनकी नाव कीचड़, पत्थर आदि में फंस गई और कई नावों को नुकसान हुआ है। इसके अलावा 60-60 हजार रुपये की लागत के जार्मिंग गुब्बारे क्षतिग्रस्त हो गए हैं। वहीं नाव क्षतिग्रस्त होने से नाव संचालकों को करीब एक से डेढ लाख रुपये का नुकसान हो गया है। उन्होंने बताया कि किसी तरह से ऋण लेकर उन्होंने नौका का रोजगार शुरू किया था, लेकिन झील का पानी छोड़ने से नौका संचालन भी ठप हो गया है। जिस कारण दूर-दूर से आए कई पर्यटक वापस लौटे। उन्होंने कहा भविष्य में जब भी विभाग झील से पानी की निकासी आदि करें तो पूर्व में वह इसकी सूचना नौका संचालकों को दें, जिससे वह पहले से ही अपनी नौकाओं को सुरक्षित स्थानों पर रख लें। वहीं नौका संचालकों ने चेतावनी देते हुए कहा अगर भविष्य में सिंचाई विभाग इस प्रकार की हरकतें करेगा तो सभी नौका संचालक सिंचाई विभाग के खिलाफ आंदोलन छोड़ देंगे। उन्होंने सिंचाई विभाग से क्षतिग्रस्त नौकाओं का मुआवजा देने की मांग की है।
वहीं सिंचाई विभाग के अभियंता अमित उप्रेती ने बताया कि लगातार बारिश होने से झील का जल स्तर काफी बढ गया था। जिस कारण झील के गेट खोलने पड़े। इसकी सूचना पूर्व में नौका संचालकों को दे दी गई थी।उप्रेती ने बताया है कि झील में गेट की मरम्मत करने के लिए रुड़की से टीम आ रही है। फिलहाल झील में नौका संचालन को रोक दिया गया है। उप्रेती ने बताया कि भविष्य में झील का पानी छोड़ने से पहले नौका संचालकों को विधिवत सूचित किया जाएगा। जल्द झील में नौकायन शुरू करवाया जाएगा। उप्रेती ने कहा अभी झील का जलस्तर डेढ़ मीटर और नीचे जाएगा। नाराजगी जताने वालों में दीपक फर्त्याल, मोहित ढेक, रितिक ढेक, लोहित खोलिया, सुनील ढेक, राहुल ढेक, अमित ढेक, निर्मल ढेक, कलीम खान, मनीष देव, प्रकाश ढेक, जीवन बोहरा, गिरीश ढेक, सतीश माहरा, रवि ढेक आदि मौजूद रहे।

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