देहरादून। विधानसभा चुनाव के लिए जिले को सुरक्षा के लिहाज से छह सुपर जोन में बांट दिया गया है। साथ ही 39 जोन और 218 सेक्टर बनाए गए हैं। डीआईजी देहरादून जन्मेजय खंडूरी ने सुरक्षा के लिहाज के पुलिस लाइन में सुरक्षा में तैनात फोर्स की ब्रीफिंग कर जरूरी दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराना है। इसलिए पोलिंग बूथों पर ड्यूटी पर नियुक्त समस्त अधिकारी-कर्मचारी ड्यूटी के दौरान निष्पक्षता के साथ में ड्यूटी करें एवं निष्पक्ष दिखाई भी दें। कहा कि बूथ पर सुरक्षा में नियुक्त बल सर्वप्रथम अपने ड्यूटी के सम्बन्ध में आवश्यक जानकारी प्राप्त कर लें और अपने पर्यवेक्षण अधिकारी का मोबाइल नंबर अवश्य रख लें। साथ ही इस बात को सुनिश्चित कर लें कि मतदान केन्द्र और उसके पास किसी राजनैतिक दल का चिह्न अथवा किसी भी प्रकार के ध्वनि विस्तारक यन्त्रों का प्रयोग न हो। मतदान स्थल के 100 मीटर की परीधि में केवल मतदाता व पूर्व में अधिकृत व्यक्ति को ही प्रवेश दिया जाए। पीठासीन अधिकारी के बुलाये जाने के अलावा कोई भी पुलिस कर्मचारी मतदान स्थल में प्रवेश नहीं करेगा। कहा कि मतदान की समय सीमा शाम छह बजे समाप्त होने के बाद किसी भी व्यक्ति को मतदान स्थल में प्रवेश नहीं करने दिया जाए। कहा कि पुलिस बूथ के अंदर कोई भी मोबाइल फोन लेकर न जाए।
आज शाम पांच बजे से लगेगी धारा 144
जिले में चुनाव को देखते हुए 12 फरवरी की शाम पांच बजे से पूरे जिले में धारा 144 लागू कर दी जाएगी। इस दौरान किसी भी राजनीतिक दल के खुले प्रचार करने पर कार्रवाई होगी। इस दौरान उन्होंने शहर के अंदर के इलाकों के साथ ही बार्डर पर सख्त चेकिंग का निर्देश दिया। उन्होंने चुनाव के दिन विधानसभा क्षेत्रों को बैरियर से विभागजित करने का निर्देश दिया। ब्रीफिंग के दौरान जनपद के पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी, अर्धसैनिक बल और अन्य राज्यों से आये पुलिस बल के अधिकारी और कर्मचारी शामिल रहे।
चुनाव व्यवस्था:
जिले को छह सुपर जोन में विभाजित किया गया है। सभी में एक-एक अधिकारी नियुक्त किया गया है।
39 जोन और 218 सेक्टर बनाए गए।
सुरक्षा की दृष्टि से जिले में 60 फ्लाइंग स्क्वाड, 30 स्टेटिक सर्विलांस टीमें तैनात हैं।
45 चेक पोस्टों पर भी स्टेटिक सर्विलांस टीम नियुक्त की गयी है।
प्रत्येक थानावार एक-एक यानि कुल 21 क्यूआरटी टीम नियुक्त की गयी हैं।
10 अंतर राज्यीय बैरियर और अंतर जनपदीय बैरियर बनाए गए हैं।
40 संवेदनशील स्थानों पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की टुकड़ियां स्थानीय पुलिस के साथ निरंतर गश्त पर रहेंगी।
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