देहरादून, एसडीआरएफ वाहिनी, जॉलीग्रांट में प्रतिनियुक्ति पर नियुक्त पुलिस के 53 जवानों का 84 दिवसीय बेसिक फर्स्ट रेस्पॉन्डर कोर्स का विधिवत समापन हुआ। समापन समारोह में सेनानायक एसडीआरएफ मणिकांत मिश्रा ने कहा कि आगामी चारधाम यात्रा को सफल एवं सुगम बनाना एसडीआरएफ की सर्वोच्च प्राथमिकता में है।
चारधाम यात्रा एवं मानसून सीजन की तैयारियों के क्रम में पहली बार महिला रेस्क्यूर को भी एसडीआरएफ की विभिन्न पोस्टों पर तैनात किया जा रहा है। चारधाम यात्रा मार्ग पर तैनात होने वाली एसडीआरएफ
महिला रेस्क्यूर श्रद्धालुओं को रेस्क्यू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
उन्होंने बताया कि 03 माह के प्रशिक्षण के दौरान समस्त पुलिस जवानों के द्वारा प्रत्येक रेस्क्यू ड्रिल में उच्च कोटि का प्रदर्शन किया गया है।
सुशीला बलूनी की प्रथम पुण्यतिथि पर लघु वृत्त चित्र ‘अद्म्या’ का होगा लोकार्पण
उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन की हस्ताक्षर व प्रतिमूर्ति रही वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी महिला आयोग व सम्मान परिषद की पूर्व अध्यक्ष स्वo सुशीला बलूनी की प्रथम पुण्यतिथि पर उनका स्मरण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे।
उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच के प्रदेश अध्यक्ष ने सभी कार्यकर्ताओं व राज्य आंदोलनकारियों अवगत कराते हुये बताया कि 9 अप्रैल को सायं 4-बजे श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जायेगा, प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती ने बताया कि जयदेव भट्टाचार्य द्वारा स्व सुशीला बलूनी पर अद्म्या नाम से एक लघु वृत्त चित्र (डॉक्यूमेंट्री) बनाई गईं हैं। उनकी प्रथम पुण्यतिथि पर सायं 05-बजे ‘अद्म्या’ का लोकार्पण कर एल ई डी स्क्रीन पर दिखाया जायेगा।
राज्य आंदोलनकारी व कई संस्थाओं के लोग व जनप्रतिनिधि ताई जी को श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे और जिलाधिकारी से मिलकर राज्य आंदोलनकारियों की महीनों से पेंशन ना मिलने की समस्या से अवगत करायेंगे।
युवा राज्य आंदोलनकारी संतोष सेमवाल का निधन, उत्तराखण्ड़ राज्य आंदोलनकारी मंच ने अर्पित किये श्रद्धा सुमन
देहरादून, उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा अपने युवा राज्य आंदोलनकारी साथी 53 वर्षीय संतोष सेमवाल के निधन पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
वह एक सप्ताह से कैलाश अस्पताल में भर्ती थे उनके चेस्ट में गांठ बनने के चलते काफी दिक्कत में थे। उन्होंने देर रात अन्तिम सांस ली वह अपने पीछे पत्नी व दो पुत्रों को छोड़ गये ।
प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती ने बताया कि वह पृथक उत्तराखण्ड़ राज्य आन्दोलन में मुजफ्फरनगर गोली काण्ड में घायल हुये थे, वह रेसकोर्स धर्मपुर क्षेत्र से अन्य युवाओं के साथ बन्द चक्का जाम व धरना प्रदर्शन से लेकर सभी कार्यक्रमों में सक्रिय रहें। इस दौरान वह 7 दिन घायल की केटेगरी में जेल भी रहे, स्वर्गीय संतोष सेमवाल परिवहन विभाग में निरीक्षक पद पर तैनात थे। उनके दोनों बच्चें अभी शिक्षा लें रहें हैं औऱ उनकी पत्नी गृहणी हैं। अब परिवार की सारी जिम्मेदारी उनकी पत्नी पर हैं जिनकी आय का कोई अन्य साधन भी नहीं हैं।
प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी व सलाहकार केशव उनियाल ने माननीय मुख्यमन्त्री से मांग की हैं कि सरकार ऐसे परिवारों का तत्काल संज्ञान लें जिन्होंने इस राज्य के लिये अपना सर्वस्व त्याग किया।
अन्तिम संस्कार हरिद्वार खड़खडी़ घाट पर उनके पुत्र द्वारा मुखाग्नि देकर किया गया। वहीं घाट पर परिवहन विभाग के अधिकारी एआरटीओ प्रवर्तन राजेन्द्र विराटिया की मौजूदगी में प्रवर्तन निरीक्षकों व सिपाहियों द्वारा सेल्यूट देकर सम्मान के साथ श्रद्धांजलि दी गईं।
श्रद्धांजलि देने वालों में मुख्यतः केशव उनियाल , नरेश नेगी , जगमोहन सिंह नेगी , प्रदीप कुकरेती , रवीन्द्र सोलंकी , नागेन्द्र जुयाल , क्षेत्रीय पार्षद गणेश बड़थ्वाल , राकेश थपलियाल , विनीत सेमवाल, राकेश सेमवाल , मुकेश वर्मा, संजय, कपिल, प्रमोद, वीरेंद, आनंद असवाल, शूरवीर कण्डवाल, पुनीत कुमार , संजय कुमार , संजय पुण्डीर , सुशील चमोली व रामलाल खंडूड़ी , प्रभात डण्डरियाल व गणेश डंगवाल , राकेश नौटियाल , गौरव खंडूड़ी , रघुवीर तोमर व भानु रावत आदि रहें।
ट्रांसवूमन निशा चौहान को हाई कोर्ट नैनीताल से हुऐ तीसरी बार सुरक्षा के आदेश
देहरादून, सीमाद्वार शास्त्री नगर निवासी ट्रांसवूमेन निशा चौहान के ऊपर रजनी रावत एवं उसके गिरोह द्वारा बार-बार हो रहे हमले रुक नहीं रहे थे। दो बार हाई कोर्ट से सुरक्षा लेने के बावजूद भी 13 अप्रैल 2024 को निशा चौहान का अपहरण कर ट्रांसजेंडर रजनी रावत उर्फ राम बहादुर (मूल निवासी नेपाल) एवं उसके गिरोह ने जानलेवा हमला किया था। निशा चौहान पहले ही ऐलान कर चुकी है कि वह रजनी एवं उसके गिरोह के लिए बंधवा मजदूर बनकर काम नहीं करेगी, वह स्वयं ही नाचने गाने एवं बधाई लेने का कार्य करेगी।
उत्तराखंड देहरादून शहर के कोई भी ट्रांसजेंडर समुदाय के अधिकतर व्यक्ति ट्रांसजेंडर रजनी रावत को अपना अभिभावक नहीं मानते हैं। निशा चौहान का कहना है की किन्नर परंपरा की आड़ में इलाका देकर महीना हफ्ता वसूली लेने का कार्य किया जाता है जिससे वह अत्यंत दुःखी और परेशान है। इसलिये फैसला लिया कि वे अपने तरीके से अपने नाचने, गाने, बधाई लेने का कार्य करेगी एवं रजनी गिरोह द्वारा हो रही महीना हफ्ता वसूली नहीं देगी।
26 अप्रैल 2024 को हाईकोर्ट नैनीताल ने एसएसपी देहरादून को कडे़ आदेश देते हुए कहा की “हमें दुख है कि इस अदालत के आदेश के बावजूद पुलिस याचिकाकर्ता की सुरक्षा नहीं कर पाई है, इसलिए हम एसएसपी, देहरादून को निर्देश देते हैं कि याचिकाकर्ता को सादे कपड़ों में एक निजी सुरक्षा अधिकारी उपलब्ध कराया जाए, जो पूरे दिन उसके साथ रहेगा और याचिकाकर्ता की चौबीसों घंटे सुरक्षा सुनिश्चित करें |
इससे पहले भी सन 2018 में एसएसपी देहरादून को और हाल ही अप्रैल 2024 में शहर के काफी ट्रांसजेंडर बच्चे ने रजनी रावत एवं उसके गिरोह से खतरा बताते हुए मुख्य सचिव राधा रतूड़ी जी को शिकायत पत्र भी दिया है।
स्थानीय ट्रांसजेंडर बच्चों का आरोप है कि रजनी रावत ने नेपाल से आकर उत्तराखंड देहरादून में अपना गढ़ स्थापित किया है, इस गढ़ में ज्यादातर लोग नेपाल , बांग्लादेश, बंगाल व अन्य राज्यों से लिये गए हैं, यह गढ़ एक गिरोह की तरह ट्रांसजेंडर रजनी रावत के लिए काम करता है, देहरादून, ऋषिकेश,कोटद्वार, बागेश्वर में अवैध वसूली का कार्य भी इसी गिरोह द्वारा किया जाता है और देहरादून शहर के लोकल स्थानीय ट्रांसजेंडर बच्चों पर हमला करना इनके लिए आम बात है।
आयरन फोलिक सिरप पीने से बाइस बच्चों की तबियत बिगड़ी
देहरादून, रेस्ट कैंप स्थित एक निजी स्कूल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बच्चों को आयरन फोलिक सिरप पिलाए जाने से बाइस बच्चों की तबियत बिगड़ गई। दवाई देते ही बच्चों के पेट में दर्द उल्टी और बेचैनी शुरू हो गई जिससे बच्चे जोर जोर से रोने लगे और स्कूल में हड़कंप मच गया।
बच्चों के माता पिता और अभिभावकों को पता चला तो स्कूल में बड़ी संख्या में वे पहुंच गए और बच्चों को स्कूटर मोटरसाइकिल व ऑटो रिक्शा में दून अस्पताल ले कर पहुंचे इस बीच क्षेत्र में रहने वाले महानगर कांग्रेस के महामंत्री आदर्श सूद ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना को घटना की सूचना दी।
धस्माना ने तत्काल दून अस्पताल के प्रधानाचार्य डाक्टर सयाना को बच्चों के इलाज के लिए प्रभावी कदम उठाने के लिए कहा और स्वयं दून।अस्पताल पहुंच गए व बच्चों के डाक्टर मुकेश उपाध्याय से बातचीत कर उनका इलाज शुरू करवाया गया। सभी बच्चों को इंजेक्शन लगाए गए और दवा दी गई। श्री धस्माना ने घबराए हुए अभिभावकों को ढांढस बंधाया और लगभग पौना घंटा बच्चों को देखरेख में रख कर जब सभी बच्चे सामान्य हो गए तो श्री धस्माना ने सभी बच्चों से तबियत के बारे में पूछा और फिर डाक्टर मुकेश उपाध्याय से परामर्श किया और सभी बच्चों की छुट्टी कर दी गई।
इस अवसर पर श्री धस्माना के साथ ब्लॉक अध्यक्ष धर्मपुर ललित भद्री, आदर्श सूद, पूर्व पार्षद अनूप कपूर और अनुजदत्त शर्मा उपस्थित रहे।
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