रुद्रप्रयाग- भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) रुद्रप्रयाग द्वारा विकास खंड अगस्त्यमुनि के नारी, खतेणा, सतेरा, सिल्ली आदि गांवों में राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत बने स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं सहित बेरोजगार युवक-युवतियों को 10 दिवसीय डेयरी फार्मिंग एवं बर्मी कम्पोस्ट का प्रशिक्षण दिया गया।
20 जनवरी से प्रारम्भ हुए प्रशिक्षण कार्यक्रम में लगभग 42 लोगों ने डेयरी फार्मिंग व्यवसाय की जानकारियों के अलावा बर्मी कम्पोस्ट बनाने की जानकारी प्राप्त की।
प्रशिक्षण के दौरान सफल उद्यमी राकेश बिष्ट की डेयरी यूनिट की विजिट करायी गयी। साथ सतेरा गंाव में जैविक विभाग के तकनीकी सहायक राजेश रावत द्वारा बर्मी कम्पोस्ट का प्रैक्टिकल करवाया गया। वहीं कार्यक्रम के दौरान पशुपालन विभाग रुद्रप्रयाग के पशुधन प्रसार अधिकारी राजेश नेगी ने प्रशिक्षण के दौरान पशुपालन, पशुओं के रख-रखाव, विभिन्न बीमारियों की रोकथाम टीकाकरण सहित गौशाला निर्माण, पशुपोषक आहार की जानकारी दी। आरसेटी निदेशक वी.के. गुप्ता द्वारा बैकिंग और बीमा की जानकारी दी गयी।
प्रशिक्षण के दौरान आरसेटी के प्रशिक्षक वीरेन्द्र बत्र्वाल व भूपेन्द्र रावत द्वारा माइक्रो लेब उद्यमिता विकास, समय प्रबन्धन, प्रोजेक्ट रिपोर्ट, समस्याओं का समाधान, प्रभावी संचार आदि सत्र चलाए गए। कार्यक्रम के समापन अवसर पर सहायक परियोजना निदेशक डी0आर0डी0ए0 रमेश चन्द्रा द्वारा अपने संबोधन में पहाड़ी क्षेत्रों में डेयरी व्यवसाय की मांग पर प्रकाश डालते हुए इसे स्वरोजगार का बड़ा माध्यम बताया गया। अग्रणी बैंक प्रबन्धक एस.के. शर्मा ने वित्तीय साक्षरता की जानकारी दी साथ ही डिजिटल पेमेंट करते समय सुरक्षा अपनाने की भी जानकारी दी।
इस अवसर पर आरसेटी के निदेशक विनोद कुमार गुप्ता, आरसेटी प्रशिक्षक वीरेन्द्र बत्र्वाल, भूपेन्द्र रावत सहित प्रशिक्षण ले रही अनीता देवी, लक्ष्मी देवी, रजनी, सरिता, रश्मि, रूचि, अर्पिता, परमेश्वरी देवी, संगीता देवी, शोभा देवी आदि महिलाएं उपस्थित थी।
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