Sunday, May 25, 2025
HomeTrending Nowस्थायी निवास प्रमाण पत्र की प्रतियां भागीरथी में की प्रवाहित, जब तक...

स्थायी निवास प्रमाण पत्र की प्रतियां भागीरथी में की प्रवाहित, जब तक मूल निवास का अधिकार नही मिलेगा, संघर्ष जारी रहेगा

टिहरी (देवप्रयाग), मूल निवास भू कानून संघर्ष समिति के संयोजक लूशुन टोडरिया के नेतृत्व में समिति के पदाधिकारी एवं स्थानीय लोगों ने स्थायी निवास प्रमाण पत्र की प्रतियों को भागीरथी में प्रवाहित कर मूल निवास की मांग की । इस अवसर पर समिति के संयोजक लुशुन टोडरिया ने कहा कि ‘यह प्रवाह केवल कागज़ का नहीं, इस राज्य के मूल निवासियों की पीड़ा है। जब तक उत्तराखंड में हज़ारों वर्षों से रह रहे निवासियों को मूल निवास का दर्जा नही मिलेगा, हम हर नदी, हर संगम और हर अग्नि में इन प्रतियों को प्रवाहित करते रहेंगे – ताकि हर नीति-निर्माता हमारी पुकार को सुन सके।

गढ़वाल संयोजक अरुण नेगी ने कहा कि पूरा उत्तराखंड 1950 को कटऑफ वर्ष मानने की मांग कर रहा है, लेकिन सरकार स्थायी निवास को अपनाकर मूल निवासियों के अधिकारों का हनन कर रही है । मूल निवास के अधिकारों पर कुठाराघात बिल्कुल भी बर्दाश्त नही किया जाएगा ।
महिला प्रकोष्ठ संयोजक कुशुम जोशी ने आरोप लगाया कि भू-माफियाओं ने सरकारी संरक्षण में उत्तराखंड की जमीनों पर कब्जा कर लिया है, जिससे स्थानीय लोग अपने ही घरों में नौकर बन गए हैं। अब जल, जंगल, जमीन और गंगा की संस्कृति को बचाने के लिए मूल निवासी एकजुट हो चुके हैं और बड़े आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं l
जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र भट्ट ने कहा कि 25 वर्षों से उत्तराखण्ड के मूल निवासियों पर हो रहे अत्याचार का जवाब देने के लिए जनता तैयार है ।
समाजिक कार्यकर्ता सीएम चौहान ने कहा कि जल्द ही अब टिहरी क्षेत्र से एक बड़ी यात्रा शुरू कर मूल निवासियों के अधिकारों की क्रांति का आगाज़ होगा ।
केंद्रीय सचिव मनोज कोठियाल ने कहा कि आज देवप्रयाग की लहरों में जो दस्तावेज़ बहे, वे इतिहास के पन्नों में एक चेतावनी बनकर दर्ज होंगे। मूल निवास भू कानून संघर्ष समिति आने वाले दिनों में प्रत्येक ज़िले में इसी प्रकार के प्रतीकात्मक कार्यक्रमों के माध्यम से जनजागरण अभियान चलाएगी और राज्य सरकार से मूल निवास कानून की पुनर्बहाली की मांग को और अधिक मुखरता से उठाएगी।
समिति की एक विशेष बैठक भी आयोजित की गई। जहां समिति के सभी कार्यकारिणी सदस्यों और क्षेत्रीय प्रतिनिधियों की उपस्थिति ममें संपन्न हुई । समिति के नरेंद्रनगर ब्लाक संयोजक विकास रयाल ने कहा कि यह संघर्ष केवल ज़मीन का नहीं, पीढ़ियों की पहचान, संस्कृति, और अधिकारों की रक्षा का है।
बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रत्येक जनपद में जनसंपर्क व जनजागरण अभियान चलाया जाएगा। मीडिया व सोशल मीडिया के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार में सदस्य अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे।
बैठक में जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र भट्ट, यूकेडी जिलाध्यक्ष अर्जुन नेगी,सीएम चौहान, महिला प्रकोष्ठ सह संयोजक उषा डोभाल,सभासद विमल मिश्रा,सभासद राहुल कोटियाल, सोहन लाल तिवाड़ी,दिनेश टोडरिया, हेमा रावल, गढ़वाल युवा प्रकोष्ठ सह संयोजक आशुतोष कोठारी,अनिल दत्त तिवारी,राकेश बिष्ट,डोईवाला ब्लाक प्रभारी विनोद चौहान,देवेंद्र दत्त बेलवाल,विधि प्रकोष्ठ प्रभारी आशुतोष शर्मा,अनिल तिवारीअभिषेक सिंह नेगी,जसपाल सिंह,महावीर भण्डारी,मातबर सिंह नेगी,गुलाब नेगी,राकेश सिंह नेगी आदि मौजूद रहे ।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments