इंदौर, मध्य प्रदेश के इंदौर में रामनवमी के मौके पर बड़ा हादसा हो गया जिसमें कई लोगों की मौत हो गई। हादसा मंदिर में हुआ जहां राम नवमी के मौके पर यज्ञ का आयोजन हो रहा था, तभी मंदिर के नीचे बनी बावड़ी की छत ढंस गई, जिससे 25 लोग नीचे पानी में जा गिरे। इस घटना में 11 लोगों की मौत की सूचना है। इस हादसे के बाद मजिस्ट्रेट जांच के आदेश भी जारी कर दिए गए है।
जानकारी के मुताबिक अब तक 19 लोगों का रेस्क्यू हो चुका है। अब भी कई लोग नीचे फंसे हुए हैं जिन्हें निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। रेस्कयू ऑपरेशन चलाने में परेशानी हो रही है क्योंकि यहां बावड़ी में नीचे काफी पानी है। ऐसे में पानी निकालने के लिए भी इंतजाम किए गए है। मोटर से पानी निकालने की कोशिश हो रही है।
जिलाधिकारी डॉ. टी. इलैयाराजा ने बताया कि हादसे में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि राज्य आपदा मोचन बल की मदद से बचाव अभियान जारी है और अब तक करीब 20 लोगों को बचाया जा चुका है। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन ऐसे सार्वजनिक स्थानों को चिह्नित करेगा, जहां इस तरह के हादसे होने की आशंका है। अधिकारियों ने बताया कि मंदिर के संकरी जगह में बने होने के कारण बचाव कार्य में बाधा आई और इस दौरान मंदिर की एक दीवार तोड़ कर पाइप इसके भीतर डाला गया और बावड़ी का पानी मोटर से खींचकर बाहर निकाला गया।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि धार्मिक कार्यक्रम के दौरान मंदिर में पुरातन बावड़ी की छत पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ थी और छत ज्यादा लोगों का बोझ नहीं सहन कर सकी। रहवासियों ने बताया कि मंदिर पुरातन बावड़ी पर छत डालकर बनाया गया था। हादसे के बाद मंदिर के आस-पास उन चिंतित लोगों की भीड़ जुट गई जिनके परिजन हादसे के वक्त मंदिर में मौजूद थे। पटेल नगर रहवासी संघ के अध्यक्ष कांतिभाई पटेल ने इस बात पर नाराजगी जताई कि हादसे की सूचना दिए जाने के बाद भी एक घंटे तक मौके पर एम्बुलेंस नहीं पहुंची थी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मध्य प्रदेश के शहर इंदौर में स्थित एक मंदिर में बृहस्पतिवार को रामनवमी के अवसर पर आयोजित धार्मिक कार्यक्रम के दौरान पुरातन बावड़ी की छत धंसने की घटना पर दुख जताया और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से बात कर हालात की जानकारी ली।
मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘इंदौर में हुए हादसे से बेहद दुखी हूं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से बात की और ताजा स्थिति की जानकारी ली। राज्य सरकार तेजी से बचाव और राहत कार्य चला रही है। सभी प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के साथ मेरी प्रार्थना।’’ प्रत्यक्षदर्शियों ने बावड़ी की छत धंसने से कम से कम 25 लोगों के उसमें गिरने की आशंका जताई है। पटेल नगर के मंदिर में हुए हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि धार्मिक कार्यक्रम के दौरान मंदिर में पुरातन बावड़ी की छत पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ इकट्ठा हो गई थी और छत संभवत: ज्यादा लोगों का बोझ नहीं सहन कर सकी।
सीएम शिवराज ने की मुआवजे की घोषणा
इस घटना पर खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने नजर बनाई हुई है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये और घायलों के इलाज के लिए 50 हजार रुपये दिए जाने की घोषणा की है।
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