(देवेंन्द्र चमोंली)
रुद्रप्रयाग- दिल्ली में केदारनाथ के प्रतीकात्मक मंदिर शिलान्यास का जबरदस्त विरोध शुरु हो गया। आक्रोशित केदारनाथ तीर्थ पुरोहित मुख्यमंत्री के इस निर्णय का केदार धाम में जमकर विरोध किया वहीं केदारनाथ होटल ऐसोसिएसन से जुडे ब्यवसाइयों ने सीतापुर में जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। मौके की नजाकत देख काँग्रेस पार्टी ने भी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आज केदारनाथ धाम में तीर्थ पुरोहितों एँव साधू संतो ने धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व सरकार के खिलाफ जमकर नारे बाजी की। काग्रेस ने कल ऊखीमठ में पूर्व विधायक मनोज रावत के नेतृत्व में प्रदर्शन करने की घोषणा की है।
शनिवार को केदारनाथ धाम में तीर्थपुरोहितों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा दिल्ली में केदारनाथ के प्रतीकात्मक मंदिर शिलान्यास के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया। तीर्थपुरोहितों ने मुख्यमंत्री के साथ ही राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कहा कि इस तरह के फैसले से अनादिकाल से स्थापित धार्मिक स्थलों के महत्व को कम करने का प्रयास किया जा रहा है। मंदिर परिसर में धरना-प्रदर्शन करते हुए वरिष्ठ तीर्थपुरोहित उमेश पोस्ती ने कहा कि सरकार इस फैसले को शीघ्र वापस ले। अन्यथा केदारघाटी ही नहीं सम्पूर्ण देश में बड़ा आंदोलन होगा।
केदारसभा के पूर्व अध्यक्ष विनोद शुक्ला ने कहा कि सरकार केदारनाथ धाम के महत्व को कम करने के लिए इस तरह के कृत्य कर रही है जिसका पुरजोर विरोध होगा। वक्ताओं ने कहा कि दिल्ली में केदारनाथ के प्रतीकात्मक मंदिर का शिलान्यास करना औचित्यहीन व धर्मिक मान्यताओं के साथ खिलवाड करने जैसा निर्णय है। इस मौके पर साधु संतों के साथ ही केदारनाथ पहुंचे तीर्थयात्रियों ने भी तीर्थपुरोहितों के आंदोलन को सहयोग दिया। वहीं सीतापुर में केदारनाथ होटल ऐसोसिएसन से जुडे ब्यवसाइयों ने सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया।
चारों ओर उपजे आक्रोश को देखते कांग्रेस भी इस निर्णय के विरोध में उतर गई । काँग्रेस नेता एवं केदारनाथ के पूर्व विधायक मनोज रावत ने कल रविवार को ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में विरोध स्वरूप धरना प्रदर्शन का निर्णय लिया है। उन्होने कार्यकर्ताओं व आम जन से अपील करते हुये रविवार 14 जुलाई को केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में धरना-प्रदर्शन में उपस्थित होने को कहा। उन्होने जानकारी देते हुये बताया कि धरना प्रदर्शन में कांग्रेस नेता एवं बीकेटीसी के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल भी शामिल होंगे। मनोज रावत ने कहा कि दिल्ली में केदारनाथ मंदिर के शिलान्यास करने से केदारनाथ की महत्ता कम करने की कोशिश की गई है। केदारनाथ धाम के नाम का प्रयोग कर उसकी महत्ता को कम करने के इस निंदनीय कृत्य का विरोध किया जाएगा। उन्होंने सभी धार्मिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक, सामाजिक संगठनों एवं क्षेत्र की जनता से ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में 11 बजे से धरना प्रदर्शन में शामिल होने का आह्वान किया है।
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