हरिद्वार 08 नवम्बर (कुल भूषण शर्मा) यदि जीवन मे खुशी को स्थायित्व प्रदान करना चाहते हो तो विचारो की गुणवत्ता पर ध्यान देना पडेगा। क्योकि विचारों के प्रदूषण से सर्वाधिक मन-मस्तिष्क दूषित होते है। जो व्यक्ति को विचारों के अनुरूप कर्म करने के लिए बाध्य करते है। बाद मे यही कर्म फल के रूप में परिवर्तित होकर व्यक्ति के जीवन का हिस्सा बन जाता है। इसलिए अच्छे तथा बुरे विचारों से ही खुशी अथवा गम का रास्ता तय होता है। यह विचार गुरूकुल कांगडी समविश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ0 शिवकुमार चैहान ने वचुअल आधार पर सहारनपुर की सामाजिक संस्था- अभ्युदय द्वारा आज रविार को आयोजित एक व्याख्यानमाला मे बतौर मोटिवेशन विशेषज्ञ के रूप में व्याख्यान के माध्यम से व्यक्त किए।।
उन्होने विचारों को शुद्व करने के लिए जीवन में छोटी छोटी चीजों को महत्व देने तथा रचनात्मक प़क्ष को ढूंढने का प्रयास करने का मार्ग अपनाने पर बल दिया। इन छोटी चीजों के माध्यम से जीवन की मंजिल के रास्ते तय होते है। इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष चौधरी महिपाल सिंह, सचिव ओमेन्द्र सिंह ने डॉ0 चैहान का आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम में संस्था द्वारा संचालित शिक्षण संस्थाओं के शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित रही। कार्यक्रम का संचालन डॉ0 नीता अग्रवाल ने किया।
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