हरिद्वार 29 नवम्बर (कुल भूषण शर्मा) पावन धाम के परमाध्यक्ष ब्रह्मलीन स्वामी सहज प्रकाश महाराज की षोडशी महानिर्वाणी अखाड़े के संयोजन एवं परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष म.मं. स्वामी असंगानन्द महाराज की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिसमें ब्रह्मलीन स्वामी सहज प्रकाश महाराज को संत समाज ने भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित की और उनके स्थान उनके शिष्य अनुज ब्रह्मचारी को वेदान्त प्रकाश सरस्वती के नाम से महंताई चादर देकर उनके पद पर आसीन किया।।
इस अवसर पर ट्रस्ट के उपाध्यक्ष पूर्व केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानन्द सरस्वती ने ब्रह्मलीन स्वामी सहज प्रकाश महाराज को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि स्वामी सहज प्रकाश महाराज त्याग, ज्ञान और सेवा की प्रतिमूर्ति थे।। उन्होंने अपने जीवनकाल में धर्म प्रचार के साथ-साथ शिक्षा प्रकल्प को आगे बढ़ाने का कार्य करते हुए मोंगा सहित देश के विभिन्न शहरों में स्कूल, कॉलेज स्थापित कर संस्था को अध्यात्म और सेवा से जोड़ने का कार्य किया। मुझे विश्वास है कि जिस प्रकार स्वामी सहज प्रकाश ने संस्था को प्रतिष्ठित किया उसी प्रकार वेदान्त प्रकाश सरस्वती अपने गुरूदेव के दिखाये गये मार्ग पर चलकर उनके अधूरे कार्य को पूरा करेंगे।।
श्री महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव महंत रविन्द्र पुरी महाराज ने ब्रह्मलीन स्वामी सहज प्रकाश के शिष्य अनुज ब्रह्मचारी को महंताई चादर ओढ़ाकर अपना आशीर्वाद प्रदान किया। ।
इस अवसर पर विभिन्न अखाड़ों के पदाधिकारियों, संत-महंतजनों ने नवनियुक्त महंत वेदान्त प्रकाश सरस्वती को महंताई तिलक चादर देकर अपने आशीर्वाद से अभिसिंचित किया। ।
इस अवसर पर ट्रस्ट के उपाध्यक्ष स्वामी चिन्मयानन्द सरस्वती, ट्रस्टी सुनील जोशी, मिंटू पंजवानी, पार्षद अनिरूद्ध भाटी, विनित जौली, अनिल मिश्रा, पार्षद प्रतिनिधि विदित शर्मा, सागर मुनि, अंशुल श्रीकुंज, समेत अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे ।
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